CBSE Sample Papers for Class 10 Social Science in Hindi Medium Paper 3 are part of CBSE Sample Papers for Class 10 Social Science in Hindi Medium. Here we have given CBSE Sample Papers for Class 10 Social Science in Hindi Medium Paper 3.
CBSE Sample Papers for Class 10 Social Science in Hindi Medium Paper 3
Board | CBSE |
Class | 10 |
Subject | Social Science |
Sample Paper Set | Paper 3 |
Category | CBSE Sample Papers |
Students who are going to appear for CBSE Class 10 Examinations are advised to practice the CBSE sample papers given here which is designed as per the latest Syllabus and marking scheme as prescribed by the CBSE is given here. Paper 3 of Solved CBSE Sample Papers for Class 10 Social Science in Hindi Medium is given below with free PDF download Answers.
समय : 3 घण्टे
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश:
- इस प्रश्न-पत्र में कुल 26 प्रश्न हैं। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- प्रत्येक प्रश्न के अंक उसके सामने दिए गए हैं।
- प्रश्न संख्या 1 से 7 अति लघु-उत्तरीय प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न 1 अंक का है।
- प्रश्न संख्या 8 से 18 तक प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का है। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 80 शब्दों से अधिक का नहीं होना चाहिए।
- प्रश्न संख्या 19 से 25 तक प्रत्येक प्रश्न 5 अंक का है। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 100 शब्दों से अधिक का नहीं होना चाहिए।
- प्रश्न संख्या 26 मानचित्र से सम्बंधित है। इसके दो भाग हैं 26(A) और 26(B) / 26(A) 2 अंक का इतिहास से तथा 26(B) 3 अंक का भूगोल से है। मानचित्र का प्रश्न पूर्ण होने पर उसे अपनी उत्तर-पुस्तिका के साथ नत्थी करें।
- पूर्ण प्रश्न-पत्र में विकल्प नहीं हैं। फिर भी कई प्रश्नों में आंतरिक विकल्प हैं। ऐसे सभी प्रश्नों में से प्रत्येक से आपको एक ही विकल्प हल करना है।
प्र० 1.
भारतीयों ने किस विधेयक (Bill) को ‘काला कानून’ कहा और उसका विरोध किया? 1
प्र० 2.
भारत में सिंचाई के तीन प्रमुख साधन बताइए। दक्षिणी राज्यों में सिंचाई का कौन-सा साधन अधिक लोकप्रिय है? 1
प्र० 3.
राजनीतिक दलों में पक्षपात क्यों विकसित होता है? 1
प्र० 4.
अमेरिकी समाज के दो सामाजिक विभाजन कौन-से हैं? 1
प्र० 5.
मान लीजिए कि आपके माता-पिता आपके साथ सोने के आभूषण खरीदना चाहते हैं तो इसके लिए आप आभूषणों पर कौन-सा शब्द-चिह्न (logo) देखना चाहोगे? 1
प्र० 6.
ऋणदाता उधार देते समय समर्थक ऋणाधार की मांग क्यों करता है? 1
प्र० 7.
आर्थिक विकास में शिक्षा की क्या भूमिका है? 1
प्र० 8.
बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा अपने उत्पादन को एशियाई देशों में स्थानांतरित करने का फैसला क्यों लिया गया? कारण सहित स्पष्ट कीजिए। 3
अथवा
19वीं सदी में ब्रिटेन में भूमि को साफ करने की आवश्यकता क्यों पड़ी? कोई तीन कारण देकर स्पष्ट कीजिए। 3
अथवा
19वीं सदी में ब्रिटेन के बाजार में श्रम की बहुतायत से मजदूरों की जिंदगी किस प्रकार प्रभावित हुई? उदाहरणों सहित स्पष्ट कीजिए। 3
प्र० 9.
पूना समझौते की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए। 3
प्र० 10.
“19वीं शताब्दी के अन्त तक एक नई तरह की दृश्य संस्कृति अपना आकार ले रही थी।” इस नई दृश्य संस्कृति की कोई तीन विशेषताएँ लिखिए। 3
अथवा
18वीं सदी में महिलाओं का उपन्यासों के साथ जुड़ाव किस प्रकार सबसे महत्त्वपूर्ण घटना सिद्ध हुई थी? 3
प्र० 11.
उपनिवेशवाद के विरूद्ध ‘नमक यात्रा’ किस प्रकार एक प्रभावी हथियार बनी? स्पष्ट कीजिए। 3
प्र० 12.
भारत में वस्तुओं और यात्रियों के लिए परिवहन के मुख्य साधन के रूप में रेल परिवहन का महत्त्व स्पष्ट कीजिए। 3
प्र० 13.
‘भारत गाँवों का देश है’ ऊर्जा संकट को कम करने के लिए आप किस प्रकार के ऊर्जा स्रोत का सुझाव देंगे? 3
प्र० 14.
सन् 1968 में ‘मैक्सिको नगर’ में होने वाले ओलंपिक में टॉमी स्मिथ और जॉन कार्लोस ने किस प्रकार अमेरिका में होने वाले रंग-भेद के प्रति अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी का ध्यान खींचने की कोशिश की? 3
प्र० 15.
“राजनीतिक दलों के समक्ष वंशवाद सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक है।” इस कथन को विश्लेषण कीजिए। 3
प्र० 16.
लोकतंत्र में दलीय व्यवस्था की विवेचना उदाहरण सहित कीजिए। 3
प्र० 17.
विकसित देश, विकासशील देशों से उनके व्यापार और निवेश का उदारीकरण क्यों चाहते हैं? क्याआप मानते हैं कि विकासशील देशों को भी बदले में ऐसी माँग करनी चाहिए? 3
प्र० 18.
आधुनिक मुद्रा को, जिसका अपना कोई उपयोग नहीं है, विनिमय का माध्यम क्यों स्वीकार किया जाता है? कारण ज्ञात कीजिए। 5
प्र० 19.
फ्रांस परे नेपोलियन के आधिपत्य के बाद फ्रांस के लोगों का प्रांरभिक उत्साह किस प्रकार शीघ्र ही दुश्मनी में बदल गया? कोई चार कारण स्पष्ट कीजिए। 5
अथवा
वियतनाम के लोगों ने फ्रांसीसियों द्वारा प्रांरभ की गई नई शिक्षा पद्धति का विरोध क्यों किया? विरोध के दो कारण स्पष्ट कीजिए। 3
प्र० 20.
“संसाधन प्रकृति की देन हैं, इसलिए मानव ने इनका अंधाधुंध उपयोग किया है, जिससे अनेक समस्याएँ पैदा हो गई हैं।” 5
(i) इन समस्याओं के बारे में बताईए।
(ii) इन समस्याओं के समाधान के लिए क्या किया जा सकता है?
प्र० 21.
विनिर्माण उद्योग किसे कहते हैं? इसे विकास की रीढ़ की हड्डी क्यों समझा जाता है? कारण सहित विवेचना कीजिए। 5
प्र० 22.
पंचायती राज व्यवस्था की व्याख्या कीजिए। शहरों की स्थानीय शासन व्यवस्था का भी संक्षिप्त परिचय दीजिए। 5
प्र० 23.
ग़रीबी किस प्रकार भारतीय लोकतंत्र के लिए एक चुनौती है? इसके प्रभाव को कम करने के लिये कुछ सुझाव दीजिए। 5
प्र० 24.
“असगंठित क्षेत्रक में श्रमिकों का शोषण किया जाता है। क्या आप इस विचार से सहमत हैं? अपने उत्तर के समर्थन में कारण दीजिए। 5
प्र० 25.
स्वयं सहायता समूह क्या हैं? ये किस प्रकार कार्य करते हैं? स्पष्ट कीजिए। (1 + 4 = 5)
प्र० 26.
(A) भारत के दिए गए राजनीतिक रेखा-मानचित्र पर-
पहचानिए : (a) से अंकित किया गया वह स्थान, जो किसानों के सत्याग्रह से संबंधित है। 1
पता लगाकर चिन्हित कीजिए : (b) वह स्थान, जहाँ दिसम्बर 1920 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन हुआ। 1
(B) भारत के दिए गए राजनीतिक रेखा-मानचित्र पर
पहचानिए :
(c) से अंकित किया गया एक लौह अयस्क खान
पता लगाकर चिन्हित कीजिए :
(i) विशाखापत्तनम : सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क
(ii) कोरबा : तापीय ऊर्जा संयंत्र (1 + 1 = 2)
नोटः निम्नलिखित प्रश्न केवल दृष्टिबाधित परीक्षार्थियों के लिए प्रश्न संख्या 26 के स्थान पर हैं : (5 x 1 = 5)
(a) उस स्थान का नाम लिखिए जहाँ सितंबर 1920 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन हुआ।
(b) उस स्थान का नाम लिखिए जहाँ गाँधीजी ने असहयोग आंदोलन को वापिस लिया था।
(c) बैलाडिला लौह अयस्क खान किस राज्य में स्थित है?
(d) पूर्व-पश्चिमी गलियारे के पश्चिमी टर्मिनल स्टेशन का नाम बताइए।
(e) कर्नाटक में स्थित प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी पार्क का नाम लिखिए।
Answers
उत्तर 1.
भारतीयों ने रॉलट बिल्से को काला कानून कह कर उसकी आलोचना की और विरोध प्रदर्शन किया।
उत्तर 2.
कुएँ तथा नलकूप, नहरें और तालाब। दक्षिणी राज्यों में तालाब अधिक लोकप्रिय हैं।
उत्तर 3.
राजनीतिक दलों में पक्षपात आंतरिक लोकतंत्र के अभाव के कारण विकसित होता है।
उत्तर 4.
अमेरिकी समाज के दो सामाजिक विभाजन हैं-अश्वेत अमेरिकी समाज एवं श्वेत अमेरिकी समाज।
उत्तर 5.
हॉलमार्क, सोने के आभूषणों की गुणवत्ता को दर्शाने का प्रमाण है।
उत्तर 6.
ऋणदाता द्वारा समर्थक ऋणाधार (security) की मांग प्राय: जमानत देने के लिए की जाती है, ताकि भविष्यमें ऋण की वापसी समय पर न देने पर वह इस ऋणाधार को बेचकर दिए गए ऋण की वसूली कर सके।
उत्तर 7.
शिक्षा एक देश के आर्थिक विकास में बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। शिक्षा लोगों को विकास करती है। लोगों की इस गुणवत्ता से आर्थिक विकास में वृद्धि होती है। इसलिए यह आवश्यक है कि लोग शिक्षित हों।
उत्तर 8.
- प्रारंभ में बहुराष्ट्रीय कंपनियों की स्थापना 1920 के दशक में की गई थी। 1970 के दशक के मध्य से अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों में भी काफी परिवर्तन आया। विकासशील देश कर्ज और विकास संबंधी सहायता के लिए अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों से सहायता ले सकते थे।
- बहुराष्ट्रीय कंपनियों का विश्वव्यापी प्रसार मुख्य रूप से पचास और साठ के दशक की एक विशेषता थी। इसका मुख्य कारण यह था कि अधिकतर सरकारें बाहर से आने वाली चीजों पर भारी आयात शुल्क वसूल करती थीं। अत: बड़ी कंपनियों को अपने संयंत्र उन्हीं देशों में लगाने पड़ते थे जहाँ वे अपने उत्पाद बेचना चाहती थीं और उन्हें घरेलू उत्पादकों के रूप में काम करना पड़ता था।
- सत्तर के दशक के बीच में बेरोजगारी बढ़ने लगी। इस समय बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने एशिया के ऐसे देशों में उत्पादन केद्रित किया जहाँ वेतन कम दिया जाता था। चीन में वेतन अन्य देशों की तुलना में कम था। अत: विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने चीन में बहुत निवेश किया। इसका प्रभाव चीनी अर्थव्यवस्था पर देखा जा सकता है जहाँ अल्प लागत अर्थव्यवस्था तथा वहाँ के कम वेतन के द्वारा अर्थव्यवस्था में भारी बदलाव लाया गया और दुनिया का आर्थिक भूगोल पूरी तरह से बदल गया।
अथवा
19वीं सदी में ब्रिटेन में भूमि को साफ करने की आवश्यकता निम्नलिखित कारणों से पड़ी :
- तीव्र औद्योगीकरण के कारण कल-कारखानों को स्थापित करने के लिए भूमि की आवश्यकता पड़ी जिसे जंगलों को काट कर पूरा किया गया।
- खाद्य-पदार्थों की बढ़ती माँग को पूरा करने के लिए भी खेती के लिए भूमि को साफ किया गया।
- लोगों के लिए नए घर बनाने और नयी बस्तियाँ बसाने के लिए भी भूमि को साफ करना आवश्यक था।
अथवा
19वीं सदी में ब्रिटेन में श्रम की बहुतायत से मजदूरों की जिंदगी निम्न प्रकार से बदली :
- बाजार में श्रम की बहुतायत से मजदूरों की जिंदगी भी प्रभावित हुई। गाँवों से सैंकड़ों की संख्या में लोग शहरों में रोजगार प्राप्त करने के लिए आने लगे। रोज़गार चाहने वाले बहुत सारे लोगों को काम के लिये हफ़्तों इंतजार करना पड़ता था।
- मज़दूर पुलों के नीचे या रैनबसेरों में रात काटते थे। कुछ बेरोजगार शहर में बने निजी रैनबसेरों में रहते थे।
- बहुत सारे उद्योगों में मौसमी काम की वजह से कामगारों को बीच-बीच में बहुत समय तक खाली बैठना पड़ता था। काम का सीज़न गुजर जाने के बाद गरीब दोबारा सड़क पर आ जाते थे।
उत्तर 9.
डॉ० भीमराव आंबेडकर ने 1930 में दलितों को दलित वर्ग एसोसिएशन में संगठित किया। दलितों के लिए अलग निर्वाचन क्षेत्रों के सवाल पर द्वितीय गोलमेज़ सम्मलेन में महात्मा गांधी के साथ उनका बहुत विवाद हुआ। जब ब्रिटिश सरकार ने डॉ० आंबेडकर की माँग मान ली तो इसके विरोध में गांधी जी आमरण अनशन पर बैठ गए। उनका मत था कि दलितों के लिए पृथक निर्वाचन क्षेत्रों की व्यवस्था से समाज में अन्य वर्गों के साथ उनके एकीकरण की प्रक्रिया धीमी पड़ जाएगी। आखिरकार डॉ० आंबेडकर ने गांधीजी की बात मान ली और सितंबर 1932 में पूना समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए। इससे समझौते के अनुसार दलितों को प्रांतीय एवं केंद्रीय विधायी परिषद में आरक्षित सीटें मिल गईं हालांकि उनके लिए मतदान सामान्य निर्वाचन क्षेत्रों में ही होता था।
उत्तर 10.
19वीं सदी के अन्त तक एक नई तरह की दृश्य संस्कृति अपना आकार ले रही थी, जिसकी विशेषताएँ निम्नलिखित हैं :
- छापेखानों की बढ़ती तादाद के साथ छवियों की कई नकलें या प्रतियाँ अब बड़ी आसानी से बनाई जा सकती थीं।
- राजा रवि वर्मा जैसे चित्रकारों ने आम खपत के लिए तस्वीरें बनाई। बाज़ार से सुलभ सस्ती तस्वीरें और कैलेंडर खरीदकर गरीब भी अपने घरों एवं दफ्तरों में सजाने लगे।
- इन छपी तस्वीरें ने आहिस्ता-आहिस्ता आधुनिकता और पंरपरा, धर्म और राजनीति तथा समाज और संस्कृति के लोकप्रिय विचार जनता में उजागर किये।
अथवा
18वीं सदी में महिलाओं को उपन्यासों के साथ जुड़ाव एक महत्त्वपूर्ण घटना थी। 18वीं सदी में मध्यवर्ग और सम्पन्न हो गया। परिणामस्वरूप महिलाओं को उपन्यास पढ़ने और लिखने का अवकाश मिल सका। अतः उपन्यासों में महिला जगत को, उसकी भावनाओं, उसके तजुर्बो, मसलों और उसकी पहचान से जुड़े मुद्दों को समझा-सराहा जाने लगा। कई सारे उपन्यास घरेलू जिंदगी पर केंद्रित थे। इनमें महिलाओं को अधिकार के साथ बोलने का अवसर मिला। अपने अनुभवों को आधार बनाकर उन्होंने पारिवारिक जीवन की कहानियाँ रचते हुए अपनी सार्वजनिक पहचान बनाई।
उत्तर 11.
नमक एक ऐसी वस्तु है जिसे अमीर-गरीब सभी इस्तेमाल करते हैं। यह भोजन का एक अभिन्न अंग है। इसीलिए नमक पर कर और उसके उत्पादन पर सरकारी कर प्रणाली को महात्मा गाँधी ने ब्रिटिश शासन का सबसे दमनकारी पहलू बताया।
महात्मा गाँधी ने अपने 78 विश्वस्त साथियों के साथ नमक यात्रा शुरू की। यह यात्रा साबरमती से प्रारंभ होकर 240 किलोमीटर दूर डांडी नामक गुजरात के तटीय कस्बे में जाकर खत्म होनी थी। गाँधीजी की टोली ने 24 दिन तक प्रतिदिन लगभग 10 मील का सफर तय किया। 6 अप्रैल को वह डांडी पहुँचे और उन्होंने समुद्र का पानी उबालकर नमक बनाना शुरू कर दिया जो कानून का उल्लंघन था और यह उपनिवेशवाद के खिलाफ़ प्रतिरोध का एक असरदार प्रतीक बना।
उत्तर 12.
भारतीय रेल परिवहन देश का सर्वाधिक बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है। भारत में रेल परिवहन वस्तुओं तथा यात्रियों के परिवहन का प्रमुख साधन है। रेल परिवहन अनेक कार्यों में सहायक है जैसे-व्यापार, भ्रमण, तीर्थयात्राएँ व लंबी दूरी तक सामान का परिवहन आदि। एक प्रमुख परिवहन के साधन के अतिरिक्त, पिछले 150 वर्षों से भी अधिक समय से भारतीय रेल एक महत्त्वपूर्ण समन्वयक के रूप में जानी जाती है। भारतीय रेलवे देश की अर्थव्यवस्था, उद्योग व कृषि के तीव्र गति से विकास के लिए भी उत्तरदायी है।
उत्तर 13.
ऊर्जा संकट को कम करने के लिए निम्नलिखित ऊर्जा स्रोत काम में लाए जा सकते हैं :
- झाड़ियों, कृषि अपशिष्ट, पशुओं और मानव जनित अपशिष्ट से उत्पन्न बायोगैस।
- जैविक पदार्थों के अपघटन से उत्पन्न गैस।
- गोबर गैस प्लांट किसानों को एक ऊर्जा के रूप में और उन्नत प्रकार के उर्वरक के रूप में लाभान्वित करते हैं।
उत्तर 14.
टॉमी स्मिथ और जॉन कार्लोस ने ओलंपिक में क्रमशः स्वर्ण और कांस्य पदक जीता था। उन्होंने अमेरिका में अश्वेतों की गरीबी की ओर अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी का ध्यान निम्न प्रकार से आकर्षित किया :
- पदक लेते समय उन्होंने जूते नहीं पहने थे। उन दोनों ने केवल जुराबें पहन कर पुरस्कार लेकर यह जताने की कोशिश की कि अमेरिकी अश्वेत गरीब हैं।
- टॉमी स्मिथ ने अपने गले में एक काला मफ़लर जैसा परिधान भी पहना था जो अश्वेत लोगों के गौरव का प्रतीक है।
- जॉन कार्लोस ने मारे गए अश्वेत लोगों की स्मृति में काले मनकों की एक माला पहनी थी। यद्यपि अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक संघ ने दोनों अमेरिकन खिलाड़ियों के व्यवहार को ओलंपिक भावना के विरुद्ध बताते हुए उन्हें दोषी करार दिया और उनके पदक वापिस ले लिए परंतु उनके कार्य ने अमेरिका में बढ़ते नागरिक अधिकार आंदोलन के प्रति विश्व का ध्यान आकर्षित किया।
उत्तर 15.
अधिकांश राजनीतिक पार्टियाँ अपना कामकाज पारदर्शी तरीके से नहीं करतीं, इसलिए सामान्य कार्यकर्ता के नेता बनने और ऊँचा पद पाने की गुंजाइश काफी कम होती है। नेता लोग अनुचित लाभ लेते हुए अपने निकटतम लोगों और यहाँ तक कि अपने ही परिवार के लोगों को आगे बढ़ाते हैं। अनेक दलों में शीर्ष पदों पर सदैव एक ही परिवार के लोगों का अधिकार होता है। यह बात लोकतंत्र के लिए अत्यंत घातक है, क्योंकि इससे अनुभवहीन और बिना जनाधार वाले लोग ताकत अथवा लाभ वाले पदों पर आसीन हो जाते हैं। जन-साधारण में से इच्छुक, निष्ठावान, योग्य तथा समझदार व्यक्तियों को आगे आने और नेतृत्व करने के अवसर नहीं मिलते।
उत्तर 16.
लोकतंत्र में दलीय व्यवस्था निम्नलिखित बिंदुओं द्वारा स्पष्ट की जा सकती है :
एकदलीय शासन-व्यवस्था – कई देशों में सिर्फ एक ही दल को सरकार बनाने और चलाने की अनुमति है। इस कारण उन्हें एकदलीय शासन-व्यवस्था कहा जाता है। जैसे-चीन की शासन व्यवस्था। ऐसे देशों की सत्ता लोकतंत्रीय नहीं हो सकती क्योंकि लोकतन्त्र के लिये कम से कम दो राजनीतिक दलों का होना आवश्यक है।
दो-दलीय व्यवस्था – कुछ देशों में सत्ता आमतौर पर दो मुख्य दलों के बीच ही बदलती रहती है। वहाँ अनेक दूसरी पार्टियाँ हो सकती हैं, वे भी चुनाव लड़कर कुछ सीटें जीत सकती हैं पर सिर्फ दो ही दल बहुमत पाने और सरकार बनाने के प्रबल दावेदार होते हैं। अमेरिका और ब्रिटेन में ऐसी ही दो-दलीय व्यवस्था है।
बहुदलीय व्यवस्था – जब अनेक दल सत्ता के लिए होड़ में हों और सरकार का गठन करने के लिए दो से अधिक दलों को गठबंधन करना पड़े तो इसे बहुदलीय व्यवस्था कहते हैं। भारत में आजकल ऐसी ही बहुदलीय व्यवस्था पाई जाती है।
उत्तर 17.
विकसित देश विकासशील देशों से उनके बाजार का उदारीकरण चाहते हैं ताकि वे अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकें। विकसित देशों की बड़ी बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ प्रायः उन स्थानों पर उत्पादन कार्य करती हैं जो बाज़ार के निकट हों, जहाँ कम लागत पर कुशल तथा अकुशल श्रमिक उपलब्ध हों और उन देशों की सरकारी नीतियाँ उनके हितों के अनुकूल हों। जिससे वह अपने व्यापार एवं निवेश को बढ़ाकर अधिक से अधिक लाभ अर्जित कर सके। विकासशील देशों द्वारा भी विकसित देशों से अधिक आर्थिक सहायता तथा विभिन्न प्रकार के व्यापार अवरोधों को खत्म करने की मांग की जानी चाहिए। विकासशील देशों का व्यापार भी इतना उन्नत हो चुका है कि वह विश्व बाज़ार में प्रतिस्पर्धा कर सकने में सक्षम हैं अत: विकासशील देशों को भी अन्तर्राष्ट्रीय बाज़ार में बराबरी का अवसर मिलना चाहिए।
उत्तर 18.
मुद्रा के आधुनिक रूपों में करेंसी-कागज़ के नोट और सिक्के शामिल हैं।
‘रुपये’ को व्यापक रूप में विनिमय का माध्यम निम्न कारणों से स्वीकार किया गया है।
- भारतीय कानून के अनुसार, किसी व्यदित या संस्था को मुद्रा जारी करने की अनुमति नहीं है। इसका विशेषाधिकार केंद्रीय सरकार ने केवल भारतीय रिज़र्व बैंक को ही दिया है।
- ‘रुपये’ को भारत सरकार विनिमय के माध्यम के रूप में प्राधिकृत करती है।
- कानून विनिमय के माध्यम के रूप में रुपये का प्रयोग करने की वैधता प्रदान करता है, जिसे भारत में सौदों में अदायगी के लिए मना नहीं किया जा सकता।
- भारत में कोई व्यक्ति कानूनी तौर पर रुपयों में अदायगी के लिए मना नहीं कर सकता, इसलिए रुपया व्यापक स्तर पर विनिमय के रूप में स्वीकार किया गया है।
उत्तर 19.
फ्रांस पर नेपोलियन के आधिपत्य के बाद फ्रांस के लोगों का प्रारंभिक उत्साह निम्नलिखित कारणों से दुश्मनी में बदल गया :
- प्रशासनिक दुविधाएँ – नेपोलियन ने एक बड़े भू-भाग को फ्रांस में सम्मिलित कर लिया था परंतु प्रशासनिक सुधार ठीक ढंग से लागू न होने के कारण लोगों का जीवन प्रशासनिक दुष्चक्र में फंसकर रह गया।
- बढ़े हुए कर – नेपोलियन ने सत्ता संभालते ही करों की दरों में बढ़ोत्तरी कर दी जिससे जनता बेहाल हो गई।
- सेंसरशिप – स्वतंत्र विचारों पर प्रतिबंध लगाने के लिए नेपोलियन ने सेंसरशिप लागू कर दी जिसके द्वारा सरकार के विरूद्ध आवाज उठाने पर कड़े दण्ड का प्रावधान था।
- फ्रेंच सेना में जबरन भर्ती – नेपोलियन द्वारा शेष यूरोप को जीतने के लिए फ्रेंच सेना में जबरन भर्ती से लोगों में नेपोलियन के प्रति रोष भरने लगा और प्रांरभिक उत्साह शीघ्र ही दुश्मनी में बदल गया।
अथवा
वियतनाम के लोगों ने फ्रांसीसियों द्वारा प्रारंभ की गई नई शिक्षा पद्धति का विरोध निम्नलिखित कारणों से किया :
- वियतनाम के लोगों द्वारा फ्रांसीसियों का गुणगान किया जाता और औपनिवेशिक शासन को सही ठहराया जाता था। शिक्षकों और विद्यार्थियों ने इन पुस्तकों और पाठ्यक्रमों का आँख मूंद कर अनुसरण नहीं किया। बहुत सारे वियतनामी शिक्षक किताबों में लिखी बातों को चुपचाप बदल कर पढ़ाने लगे थे और जो उनमें छपा था उसमें कमियाँ निकालने लगे थे।
- छात्र-छात्राओं ने सरकार की इस चाल का जमकर विरोध किया जिसके द्वारा वियतनामी बच्चों को सफ़ेदपोश नौकरियों के लायक योग्यता न मिले। ये विद्यार्थी देशभक्ति की भावनाओं से प्रेरित थे। उनको विश्वास था कि शिक्षितों को समाज के भले के लिए काम करना चाहिए।
उत्तर 20.
प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध उपयोग ने मानव को आज विनाश के कगार पर ला खड़ा कर दिया है।
- संसाधनों के अंधाधुंध उपयोग से उत्पन्न समस्याएँ :
- वैज्ञानिक तथा तकनीकी विकास द्वारा मनुष्य जीविकोपार्जी संसाधनों के अतिरिक्त, अन्य संसाधनों का भी दोहन करने लगा है।
- आधुनिक तकनीक की सहायता से संसाधनों का दोहन और भी बड़े पैमाने पर होने लगा है।
- जनसंख्या की निरंतर वृद्धि के कारण संसाधनों की मांग बढ़ रही है साथ ही प्रौद्यागिकी के विकास द्वारा इन्हें उपभोग करने की मनुष्य की क्षमता भी बढ़ गई है।
- संसाधनों का समाज के कुछ लोगों के हाथों में आने से, समाज में संसाधनों को अनियमित बंटवारा होता है।
- संसाधनों के अंधाधुंध शोषण से वैश्विक पारिस्थितिकी संकट जैसे भूमंडलीय तापन, ओजोन परत अवक्षय इत्यादि का खतरा बढ़ने लगा है।
- समस्याओं के समाधान के उपाय :
- वस्तुओं का पुन: उपयोग करके भी संसाधनों को संरक्षित किया जा सकता है।
- विद्युत का प्रयोग तब करना चाहिए जब उनका प्रयोग करना अति आवश्यक है अर्थात् बिजली का व्यर्थ अपव्यय न करके हम संसाधनों की रक्षा कर सकते हैं।
- जल संरक्षण करके अर्थात् यदि पानी का नल खुला हो तो उसे बंद कर दिया जाना चाहिए। वर्षा के पानी को इकट्ठा करके भी जल संरक्षण किया जा सकता है।
- मानव जीवन की गुणवत्ता और विश्व शांति बनाए रखने के लिए संसाधनों का समाज में न्यायसंगत बँटवारा किया जा सकता है।
- हर तरह के जीवन का अस्तित्त्व बनाए रखने के लिए संसाधनों के उपयोग की योजना बनानी चाहिए।
उत्तर 21.
विनिर्माण उद्योग – जो उद्योग कच्चे पदार्थ को मूल्यवान उत्पाद में परिवर्तित कर अधिक मात्रा में वस्तुओं का उत्पादन करते हैं, विनिर्माण उद्योग अथवा वस्तु निर्माण उद्योग कहलाते हैं।
उदाहरण – कागज़ लकड़ी से, चीनी गन्ने से, लोहा-इस्पाते लौह अयस्क से तथा एल्युमिनियम बॉक्साइट से बनाया जाता है।
विनिर्माण उद्योग को विशेषतः आर्थिक विकास की रीढ़ निम्नलिखित कारणों से समझा जाता है :
- विनिर्माण उद्योग न केवल कृषि के आधुनिकीकरण में सहायक हैं, बल्कि ये द्वितीयक व तृतीयक सेवाओं में रोजगार उपलब्ध कराकर कृषि पर हमारी निर्भरता को कम करते हैं।
- विनिर्माण उद्योग देश में औद्योगिक विकास, बेरोजगारी में कमी लाने तथा गरीबी उन्मूलन में सहायक सिद्ध हुआ है।
- निर्मित वस्तुओं का निर्यात विदेशी व्यापार को बढ़ाता है जिससे अपेक्षित विदेशी मुद्रा की प्राप्ति होती है।
- आदिवासी तथा पिछड़े हुए क्षेत्रों में उद्योगों की स्थापना करने से धार्मिक असमानताओं को कम किया जा सकता है।
- औद्योगिक विकास देश में आर्थिक समृद्धि लेकर आता है क्योंकि यह कच्चे माल को बहुमूल्य उत्पाद में परिवर्तित कर देता है।
उत्तर 22.
गाँवों के स्तर पर मौजूद स्थानीय शासन व्यवस्था को पंचायती राज के नाम से जाना जाता है। प्रत्येक गाँव में एक ग्राम पंचायत होती है। यह एक प्रकार की परिषद् है जिसमें कई सदस्य और एक अध्यक्ष होता है। सदस्य वार्डों से चुने जाते हैं जिन्हें पंच कहा जाता है। अध्यक्ष को प्रधान या सरपंच कहा जाता है। इनका चुनाव व्यस्क लोग मतदान द्वारा करते हैं। पंचायतों का काम ग्राम-सभा की देखरेख में चलता है। गाँव के सभी मतदाता इसके सदस्य होते हैं। स्थानीय शासन का ढाँचा जिला स्तर तक का है। कई ग्राम पंचायतों को मिलाकर पंचायत समिति का गठन होता है इसे मंडल या प्रखंड स्तरीय पंचायत भी कह सकते हैं। किसी जिले की सभी पंचायत समितियों को मिलाकर जिला परिषद् का गठन होता है। शहरों में नगरपालिका होती है। बड़े शहरों में नगर निगम का गठन होता है। इनको कामकाज निर्वाचित प्रतिनिधि करते हैं। नगर पालिका प्रमुख नगर पालिका के राजनीतिक प्रधान होते हैं। नगर-निगम के ऐसे पदाधिकारी को मेयर (Mayor) कहते हैं।
उत्तर 23.
ग़रीबी भारतीय लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ी चुनौती है। यह अग्रलिखित प्रकार से भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था को प्रभावित करती है :
- ग़रीबी के कारण आम आदमी राजनीतिक कार्यों में भाग नहीं ले पाता है, क्योकि उसके लिए सबसे पहले रोटी कमाना आवश्यक है न कि अन्य कार्य।
- गरीबी के कारण आम जनता में आक्रोश तथा विद्रोह पनपता है जिसके कारण उनमें लोकतांत्रिक संस्थाओं के प्रति अनास्था उत्पन्न होती है।
- गरीबी के कारण सांप्रदायिक दंगों व हिंसा को बढ़ावा मिलता है।
भारत में गरीबी की समस्या के समाधान हेतु निम्नलिखित सुझाव दिए जा सकते हैं :
- भारत की लगातार बढ़ रही जनसंख्या पर नियंत्रण लगाना चाहिए।
- देश में अधिक-से-अधिक उद्योग लगाए जाएँ। जिससे देश में रोजगार के अवसर सृजित हो सकें।
- बड़े उद्योगों के साथ-साथ लघु उद्योगों को भी बढ़ावा देना चाहिए। इसके लिए सरकार द्वारा कम ब्याज पर कर्ज की व्यवस्था करनी चाहिए।
उत्तर 24.
हाँ, हम इस विचार से सर्वथा सहमत हैं। असंगठित क्षेत्रक छोटी-छोटी और बिखरी इकाइयों, जो अधिकांशतः सरकार नियंत्रण से बाहर होती हैं, से निर्मित होता है। इस क्षेत्रक के नियम और विनियम तो होते हैं परंतु उनका पालन पूरी तरह से नहीं किया जाता। इस कर्मचारियों को संगठित क्षेत्रक वाली सुविधाएँ नहीं मिलती हैं जिसके कारण यह कहा जा सकता है असंगठित क्षेत्रकों में श्रमिकों का शोषण किया जाता है।
असंगठित क्षेत्रक में श्रमिकों का शोषण निम्न प्रकार से किया जाता है :
- असंगठित क्षेत्रक में श्रमिकों के लिए नौकरी सुरक्षा नहीं होती है, क्योंकि उन्हें बिना किसी कारण नौकरी से निकाला जा सकता है।
- उन्हें कम छुट्टियाँ दी जाती है तथा बीमारी आदि की छुट्टियों के लिए भुगतान नहीं किया जाता है।
- उन्हें अतिरिक्त समय (Over time) लगाना पड़ता है जिसके लिए उन्हें कोई भुगतान नहीं किया जाता है।
- असंगठित क्षेत्रक में श्रमिकों को वेतन के अतिरिक्त अन्य सुविधाएँ, जैसे-सवेतन अवकाश, भविष्य निधि जमा तथा कई प्रकार के अन्य भत्तों का लाभ भी नहीं मिलता।
- सामान्यतया असगंठित क्षेत्रक में लोगों को अनियमित कार्य प्राप्त होता है। जैसे, जब कार्य अधिक नहीं होता है, तो नियोक्ता (Employer) श्रमिकों को नौकरी से निकाल देता है।
- असगंठित क्षेत्रक प्रायः पंजीकृत नहीं होते इसलिए नियुक्ति के समय श्रमिकों को औपचारिक पत्रादि नहीं दिए जाते।
उत्तर 25.
स्वयं सहायता समूह ग्रामीण क्षेत्रों के गरीबों के वह समूह हैं जो स्वयं सहायता हेतु संगठित होते हैं और अपनी बचत पूँजी से एक-दूसरे की सहायता करते हैं।
स्वयं सहायता समूह कर्जदारों को ऋणाधार की कमी की समस्या से उबारने में सहायता करते हैं। ये संगठन समयानुसार विभिन्न प्रकार की आवश्यकताओं के लिए निर्धनों को एक उचित ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध करवाते हैं। इसके अतिरिक्त यह समूह ग्रामीण क्षेत्रों के गरीबों को संगठित करने में सहायता करते हैं। इससे न केवल महिलाएँ आर्थिक रूप से स्वावलंबी हो सकती हैं, बल्कि समूह की नियमित बैठकों द्वारा लोगों को एक आम मंच मिलता है, जहाँ वह तरह-तरह के सामाजिक विषयों, जैसे-स्वास्थ्य, पोषण और घरेलू हिंसा इत्यादि पर आपस में चर्चा कर पाते हैं।
उत्तर 26.
(a) कलकत्ता
(b) चौरी-चौरा (उत्तर प्रदेश)
(c) छत्तीसगढ़
(d) पोरबंदर (गुजरात)
(e) बैंगलोर अथवा मैसूर
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