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A Tiger in the House Summary in English by Ruskin Bond
A Tiger in the House by Ruskin Bond About the Poet
Poet Name | Ruskin Bond |
Born | 19 May 1934 (age 85 years), Kasauli |
Education | Bishop Cotton School Shimla (1950) |
Movies and TV shows | 7 Khoon Maaf, The Blue Umbrella, The Black Cat, Junoon, Ek Tha Rusty II |
Awards | Padma Bhushan, Padma Shri |
Parents | Aubrey Bond, Edith Clarke |
A Tiger in the House Summary in English
Timothy, the tiger cub, was discovered by Grandfather in the Terai jungle. One day he was going with the hunting party. He noticed a little tiger hiding under a banyan tree. He brought it home.
At first the cub was brought up only on milk. But it couldn’t digest it. So it was given a diet of meat, pigeons and rabbits.
Timothy had two companions in the house. Toto, the monkey, and a puppy, who was mischievous. It pulled the cub’s tail. Timothy was at first quite afraid of the puppy. Finally it allowed the dog to sit on its back. One of its favourite sport was to move silently and closer towards the narrator. It soon grew to the size of a hunting dog. People on the road kept a safe distance from it. It had clean habits like a cat. It slept at night in the cook’s quarters.
As Timothy grew up, it became less friendly and rather dangerous. Grandmother declared that one day it would kill the cook, Mahmoud. It started going after a cat or a pet dog. It had to be chained up more often. Grandfather decided it was time to transfer it to the zoo at Lucknow. The zoo authorities received the gift of a well-fed tiger gladly.
Six months passed. Grandparents went to Lucknow to meet some relatives. Grandfather decided to see Timothy. He made straight for the cage in which it had been kept. He said Tiello’ to the beast and even put his both hands around its head. He patted it and tickled its ears. He hit it lightly whenever it growled. But the leopard in the next cage growled at it and terrified it.
A keeper asked grandfather what he was doing. Grandfather told him that he had gifted that tiger to the zoo six months ago. Now it was time to say good bye to it. He had been striking and slapping it lovingly. Another keeper watched this with alarm. He remembered that Grandfather had brought a tiger to the zoo some time back. But he told him that Timothy had died two months ago of pneumonia. The tiger in that cage was very dangerous and had been trapped only the previous month.
The tiger was still licking Grandfather’s arm with relish. Grandfather withdrew his hand slowly from the cage and left the zoo silently.
A Tiger in the House Summary in Hindi
टिमोथी, शेर के बच्चे को दादा जी ने तराई के जंगल में पाया था। एक दिन वह शिकारी दल के साथ जा रहे थे। उन्हें यह बच्चा एक बरगद के वृक्ष के नीचे छिपता दिखाई दिया। वह इसे घर ले आये।
पहले तो बच्चे को केवल दूध पर पाला गया। पर वह इसे हजम न कर सका। इस कारण उसे माँस, कबूतर तथा खरगोश दिये गये।
टिमोथी के घर पर दो साथी थे। पहला था टोटो बन्दर और दूसरा पिल्ला, जो शरारती था। वह उसकी पूँछ पकड़ कर खींचता था। टिमोथी पहले तो पिल्ले से डरता था। पर अंतत: उसने कुत्ते को अपनी पीठ पर सवार हो जाने दिया। बच्चे का प्रिय खेल था चुपचाप वर्णनकर्ता के पीछे नजदीक आ जाना। वह शीघ्र ही एक शिकारी कुत्ते के आकार का हो गया। सड़क पर लोग उसके रास्ते से हट जाते थे। उसकी आदत थी बिल्ली की भाँति मुँह को साफ रखना। रात को वह कुक या रसोइया के कमरे में सोता था।
जैसे-जैसे टिमोथी बड़ा होता गया, वह मित्र के बजाय खतरनाक अधिक हो गया। दादी ने कहा कि किसी दिन वह रसोइया महमूद को ही मार देगा। उसने बिल्ली अथवा पालतू कुत्ते के भी पीछे भागना शुरु कर दिया। उसे अक्सर जंजीर से बाँधकर रखना पड़ता था। दादा जी ने सोचा कि अब इसे लखनऊ के चिड़ियाघर में पहुँचाना होगा। वहां के अधिकारियों ने इस स्वस्थ शेर को लेना सहर्ष स्वीकार कर लिया।
छह माह पश्चात दादा दादी जी किसी सगे संबंधी से मिलने लखनऊ गये। दादा जी ने सोचा टिमोथी से मिल लिया जाये। वह सीधा उस पिंजरे की ओर गये जहां टिमोथी को रखा गया था। उन्होंने हेलो बोला और अपने दोनों हाथ उसके सिर पर रख दिये। उसे थपथपाया तथा कानों को सहलाया। जब भी वह गुर्राया उन्होंने उसे हल्के से चपत भी लगा दी। पर बगल के पिंजरे में बंद लकड़बध्या उस पर गुर्राता तथा उसे डराता रहता था।
एक देखभाल करने वाले कर्मचारी ने दादा से पूछा कि वह क्या कर रहा है। दादा ने उसे वहाँ बताया कि छह महीने पूर्व उसने बाघ को चिड़ियाघर में उपहार के रुप में (सौंप) दिया था। थोड़ी देर बाद दादा उसे अलविदा कहने के लिए पिंजरे के पास आया। वह प्यार से उसे थपथपा रहे थे। एक अन्य देखभाल कर्मचारी ने इस खेल को भयभीत होकर देखा। उसे याद आ गया कि दादा जी एक पालतू शेर को कभी यहाँ लाये थे। पर उसने बताया कि टिमोथी तो दो माह पूर्व ही निमोनिया से मर गया था। उस पिंजरे में बंद शेर तो बहुत खतरनाक है तथा उसे पिछले माह ही पकड़ा गया था।
शेर अभी भी दादा जी का हाथ स्वाद लेकर चाट रहा था। दादा जी ने अपना हाथ धीरे से पिंजरे के बाहर खींच लिया तथा वहां से चुपचाप बाहर निकल आये।