CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3 is part of CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium . Here we have given CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3
CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium Paper 3
Board | CBSE |
Class | X |
Subject | Science |
Sample Paper Set | Paper 3 |
Category | CBSE Sample Papers |
Students who are going to appear for CBSE Class 10 Examinations are advised to practice the CBSE sample papers given here which is designed as per the latest Syllabus and marking scheme as prescribed by the CBSE is given here. Paper 3 of Solved CBSE Sample Papers for Class 10 Science in Hindi Medium is given below with free PDF download solutions.
समय : 3 घण्टे
पूर्णांक : 80
सामान्य निर्देश :
- इस प्रश्न पत्र के दो भाग, A व B हैं। आप को दोनों भाग करने हैं।
- सभी प्रश्न अनिवार्य हैं।
- भाग A के सभी प्रश्न एक साथ करने हैं तथा भाग B के सभी प्रश्न एक साथ करने हैं।
- भाग A के प्रश्न सं० 1 व 2 एक अंक के हैं। इनका उत्तर एक शब्द अथवा एक वाक्य में लिखना है।
- प्रश्न सं० 3 से 5 तक दो अंक के हैं। इनका उत्तर 30 शब्दों में (प्रत्येक प्रश्न के लिए) लिखिए।
- प्रश्न सं० 6 से 15 तक तीन अंक के हैं। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 50 शब्दों में लिखिए।
- प्रश्न सं० 16 से 21 तक पाँच अंक के हैं। इनमें से प्रत्येक प्रश्न का उत्तर 70 शब्दों में लिखिए।
- भाग B के प्रश्न सं० 22 से 27 तक प्रयोगात्मक कौशल पर आधारित हैं। प्रत्येक प्रश्न दो अंक का है।
SECTION A
प्र०1.
एक चालक कुण्डलित तार में विद्युतधारा अभिप्रेरित करने की एक विधि लिखिए।
प्र०2.
तापीय विद्युत संयंत्र अधिकतर कोयले की खानों अथवा तेल के कुओं के नज़दीक ही क्यों लगाये जाते हैं? इसका कोई एक कारण लिखिए।
प्र०3.
धावन सोडा तथा प्लास्टर ऑफ पेरिस के अणुओं के साथ कितने जले के अणु जुड़े होते हैं? इन जल अणुओं को क्या नाम दिया गया है?
प्र०4.
तीन प्रतिरोधक, जिनका मान क्रमशः 10 Ω, 15 Ω तथा 5 Ω है, परस्पर समांतर क्रम में जुड़े हुए हैं। इनका परिणामी प्रतिरोध ज्ञात कीजिए।
प्र०5.
भारत सरकार पॉलिथीन की थैलियों को बंद क्यों करवाना चाहती है? इन थैलियों के बदले क्या उपयोग में लाना चाहिए, इसके लिए कोई दो सुझाव दीजिए। स्पष्ट कीजिए कि इनके प्रयोग को बंद करने से पर्यावरण कैसे ठीक होगा?
प्र०6.
(i) 25 वाट के बल्ब से प्रवाहित होने वाली विद्युतधारा का मान ज्ञात कीजिए, यदि यह बल्ब 250 वोल्ट पर जल रहा है?
(ii) विद्युत ताप उपकरणों में चालक तार मिश्र धातु से क्यों बनी होती है?
प्र०7.
धातु निष्कर्षण की परिभाषा लिखिए, तथा रिक्त स्थान भरें।
धातु निष्कर्षण के चार मुख्य चरण हैं :
(i) अयस्क का ………
(ii) अयस्क का उसके …….. में परिवर्तन होना।
(iii) ऑक्साइड अयस्क का ……..
(iv) धातु का ………
प्र०8.
नीचे दिए गए विद्युत परिपथ में A तथा B बिंदुओं के बीच प्रतिरोध ‘R’ ज्ञात कीजिए।
अथवा
(a) एक क्रियाकलाप द्वारा दर्शाएं कि एक छड़ चुबंक के ध्रुवों के पास उसका चुबंकीय क्षेत्र सबसे अधिक प्रबल होता है।
(b) एक छड़ चुबंक के
(i) भीतर व
(ii) बाहर, उसकी बल रेखाओं की दिशा लिखिए।
प्र०9.
निम्नलिखित का उत्तर कारण सहित लिखिए।
(a) धमनियों की दीवारें मोटी होती हैं?
(b) मछलियों के हृदय में रक्त एक चक्र में केवल एक ही बार जाता है।
(c) पौधों को कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
प्र०10.
अभी जब सरकार ने एक विशेष क्षेत्र में एक नाभिक संयंत्र लगाने का विचार बनाया तो वहाँ के एक NGO (गैर सरकारी संस्था) तथा कुछ स्थानीय लोगों ने इसके विरूद्ध आवाज़ उठाई। उन लोगों ने सरकार से यह संयंत्र लगाने से पहले वहाँ के लोगों की सुरक्षा निश्चित करने की मांग उठाई जिसे पूरा करने का सरकार ने उन्हें भरोसा दिलाया।
(a) अब उत्तर दीजिए कि यह कदम वहाँ के स्थानीय लोगों के किस गुण को दर्शाता है?
(b) लोगों की ऐसी दो चिंताओं के विषय में लिखिए (जो कि नाभिकीय संयंत्र को लेकर थी) जिसके लिए वह सरकार से सुरक्षा की मांग कर रहे थे?
प्र०11.
कार्बन-यौगिकों में प्रकार्यात्मक समूह का अर्थ लिखिए।
(i) एथेनॉल में और
(ii) एथेनॉइक अम्ल में उपस्थित प्रकार्यात्मक समूह का नाम एवं उसकी संरचनो खींचिए।
प्र०12.
तत्वों के समूह की संयोजकता पर आधारित प्रत्येक की न्यायोचितता बताते हुए निम्नलिखित यौगिकों के सूत्र लिखिए :
(i) पहले समूह के तत्वों के ऑक्साइड,
(ii) तेरहवें समूह के तत्वों के हैलाइड, तथा
(iii) वह यौगिक जो दूसरे समूह के किसी तत्व तथा सोलहवें समूह के किसी तत्व के संयोजन से बनते है।
अथवा
(a) निम्नलिखित की परिभाषा लिखिए :
(i) संयोजकता;
(ii) परमाणु आकार
(b) आधुनिक आर्वत सारणी में किसी आवर्त में बाएं से दाएं जाने पर तत्वों की संयोजकता व उनके परमाणु आकार किस प्रकार बदलते हैं?
प्र०13.
(a) इसका प्रमाणे दीजिए कि पक्षियों का विकास सरीसृपों से हुआ है।
(b) कीटों, ऑक्टोपस, प्लैनेरिया और कशेरुकियों में भी आँख की संरचना होती है। क्या हम इन जीवों को इनकी आँखों के आधार पर एक साथ समूहित कर सकते हैं? अपने उत्तर की कारण सहित पुष्टि कीजिए।
प्र०14.
कोई गोलीय दर्पण 50 सेमी दूरी पर स्थित पर्दे पर -1 आवर्धन का प्रतिबिम्ब बनाता है।
(a) दर्पण की प्रकृति लिखिए।
(b) बिम्ब की प्रतिबिम्ब से दूरी ज्ञात कीजिए।
(c) दर्पण की फोकस दूरी कितनी है?
(d) इस प्रकरण में प्रतिबिम्ब बनना दर्शाने के लिए किरण आरेख खींचिए।
प्र०15.
कारण सहित व्याख्या कीजिए कि पृथ्वी के पृष्ठ से किसी प्रेक्षक को आकाश नीला क्यों दिखाई देता है? पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन में स्थित किसी अन्तरिक्ष यात्री को आकाश | कैसा प्रतीत होगा? अपने उत्तर की पुष्टि कारण सहित कीजिए।
प्र०16.
शुद्ध लोहा धातु नरम होती है तथा गर्म करने पर आसानी से खिंच जाती है।
(a) लोहे का यह गुण कैसे बदल जाता है।
(i) जब उसमें थोड़ी-सी मात्रा में कार्बन मिला देते हैं?
(ii) जब लोहे में निक्कल तथा क्रोमियम धातुओं को मिला देते हैं।
(b) एक मिश्र धातु जिसका उपयोग विद्युत फ्यूज़ बनाने में किया जाता है। उसका नाम लिखिए तथा उस मिश्र धातु को बनाने वाले तत्वों के नाम भी लिखिए।
(c) मिश्र धातु किसे कहते हैं? एक मिश्र धातु को कैसे बनाया जाता हैं?
प्र०17.
(a) AC तथा DC के कोई दो अंतर लिखिए।।
(b) एक व्यक्ति एक माइक्रोवेव जिसकी शक्ति 2kW है, को 220 V तथा 5 A विद्युत धारा के परिपथ पर चलाता है। इसका क्या परिणाम होगा, कारण सहित व्याख्या करें।
(c) AC तथा DC की आवर्ति लिखिए।
प्र०18.
मनुष्य के श्वसन तंत्र के चित्र को बनाकर, उस पर निम्नलिखित नामांकित करें :
(a) श्वासनली |
(b) कूपिका
(c) श्वसनिकाएँ
(d) कंठ
संक्षेप में गैसों के आदान-प्रदान में फेफड़े के कार्य लिखिए।
प्र०19.
कारण सहित व्याख्या कीजिए कि ऐसा क्यों है कि कार्बन न तो C4+ धनायन और न ही C4- ऋणायन बना सकता है, परन्तु सहसंयोजी यौगिक बनाता है। कारण सहित यह भी उल्लेख कीजिए कि सहसंयोजी यौगिक है।
(a) विद्युत के कुचालक क्यों होते हैं?
(b) कम गलनांक और क्वथनांक वाले क्यों होते हैं?
प्र०20.
(a) एकलिंगी तथा उभयलिंगी पुष्पों में प्रत्येक का एक-एक उदाहरण दीजिए।
(b) किसी पुष्प में निषेचन के पश्चात होने वाले परिवर्तनों का उल्लेख कीजिए।
(c) प्रत्येक नयी पीढ़ी दो संततियों की DNA प्रतिकृतियों का संयोजन होती है, फिर भी उसमें DNA की मात्रा नियत कैसे रहती है? स्पष्ट कीजिए।
अथवा
(a) मानव मादा जनन तंत्र के उस भाग का नाम लिखिए :
(i) जो अण्ड उत्पन्न करता है,
(ii) जहाँ अण्ड और शुक्राणु का संलयन होता है,
(iii) जहाँ युग्मनज ( निषेचित अण्ड) स्थापित होता है।
(b) संक्षेप में वर्णन कीजिए कि स्थापित होने के पश्चात युग्मज को क्या होता है।
प्र०21.
कोई छात्र किसी लेंस का उपयोग करके मोमबत्ती की ज्वाला के प्रतिबिम्ब को स्कूल-प्रयोगशाला की दीवार पर प्रक्षेपित करना चाहता है :
(a) उसे किस प्रकार का लेंस उपयोग करना चाहिए और क्यों?
(b) लेंस की फोकस दूरी ‘F’ के अनुसार मोमबत्ती को लेंस से कितनी दूरी पर रखना चाहिए कि दीवार पर मोमबत्ती का ।
(i) विवर्धित (बड़ा),
(ii) छोटा प्रतिबिम्ब बने।
(c) प्रत्येक प्रकरण में प्रतिबिम्ब बनना दर्शाने के लिए किरण आरेख खींचिए।
SECTION B
प्र०22.
नीचे दिये गये चित्रों में विद्युत धारा का मान एमीटर से तथा विभवांतर का मान वोल्टमीटर से ज्ञात कर, उनके आधार पर चालक को प्रतिरोध ज्ञात करें।
प्र०23.
दो प्रतिरोधक R1 = 10Ω तथा R2 = 10Ω को 20 वोल्ट की बैटरी से जोड़ा गया है, जैसा कि चित्रों में दिखाया गया, तीनों परिपथों में से किसमें अधिक मात्रा में विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है, उसका मान ज्ञात कीजिए।
प्र०24.
कॉलम (A) के रसायनों का कॉलम (B) में दिये गये रसायन सूत्रों से मिलान कीजिए। कॉलम A
प्र०25.
आप क्या प्रेक्षण देखेंगे
जब Zn धातु को तनु HCl अम्ल वाली एक परखनली में डालते हैं तो निकलने वाली गैस की पहचान आप कैसे करेंगे? इस गैस का एक मुख्य उपयोग लिखिए।
प्र०26.
अमीबा में जनन क्रिया की स्लाइड देखने पर आप क्या विशेष बात देखते हैं? इस जनन विधि का क्या नाम है?
प्र०27.
अवतल दर्पण की फोकस दूरी ज्ञात करने के लिए बिम्ब की स्थिति प्रतिबिम्ब की स्थिति कहाँ पर देखी जाती है? प्रतिबिम्ब कहाँ प्राप्त करते हैं तथा इसकी प्रकृति कैसी है?
Answers
उत्तर 1-
चालक कुण्डलित तार में विद्युत धारा तब अभिप्रेरित होती है जब एक स्थिर चुबंक के चुबंकीय क्षेत्र में उस कुण्डलित तार को घुमाया जाता है।
उत्तर 2-
तापीय विद्युत संयंत्र अधिकतर कोयले की खानों तथा तेल के कुओं के निकट लगाए जाते हैं क्योंकि यदि संयंत्रों को इन स्थानों से दूर स्थापित किया तो इनके परिवहन में ही बहुत अधिक खर्च उठाना पड़ेगा।
उत्तर 3-
धावन सोडे के अणु के साथ 10 जल के अणु जुड़े होते हैं। (Na2CO3 10H2O)
प्लास्टर ऑफ पेरिस अणु के साथ औसतन ½ जल के अणु जुड़े होते हैं।
(CaSO4.½ H2O or 2CaSO4 H2O). इन्हें क्रिस्टलीय जल अणु भी कहते हैं।
उत्तर 4-
R1 = 10 Ω
R2 = 15 Ω
R3 = 5 Ω
यदि ‘R’ उनका परिणामी प्रतिरोध है, तो
उत्तर 5-
पॉलिथीन पदार्थ का जैवीय अपघटन नहीं होता अतः ये पदार्थ प्रकृति में अविषाक्त रूप से विघटित नहीं हो पाते। यदि पॉलिथीन की थैलियाँ जानवरों द्वारा खा ली जाएं तो यह उनकी आंतों में फंसकर उनकी मृत्यु को कारण बन सकती है। वर्षा के दिनों में ये थैलियाँ नालियों में बहकर सीवर को ब्लॉक कर देती हैं।
पॉलिथीन थैलियों के विकल्पों के लिए दो सुझाव :
(i) पॉलिथीन की थैलियों के बदले हमें घर के बने कपड़े या जूट से बने थैलों का उपयोग करना चाहिए।
(ii) ट्रेन में चाय देने के लिए प्लास्टिक कपों की जगह डिस्पोजेबल पेपर से बने कपों का उपयोग करना चाहिए।
(iii) दुकानदारों को भी पॉलिथीन थैलियों के स्थान पर पेपर से बने थैलों का प्रयोग करना चाहिए। पॉलीथीन व प्लास्टिक की बनी थैलियों को बंद करने पर पर्यावरण के प्रदूषण की समस्या पर कुछ नियंत्रण
हो पायेगा। इससे नालियों तथा नालों के पानी के बहाव में आने वाली रुकावटे भी कम होगी।
उत्तर 6-
(i) P = 25 वाट
V = 250 वोल्ट
I = ?
P = V x I
या I = \(\frac { P }{ V }\)
I = \(\frac { 25 }{ 250 }\) = 0.1 A
(ii) विद्युत ताप उपकरणों में चालक तार मिश्र धातु की बनी होती है क्योंकि इनकी गलनांक ताप उच्च होता है। इनकी प्रतिरोधकता उच्च होती है जिसके कारण विद्युत धारा गुजरने पर यह बहुत अधिक ऊष्मा उत्पन्न करते हैं।
उत्तर 7-
धातु के अयस्क से शुद्ध धातु को प्राप्त करने के लिए प्रयोग की गई सभी भौतिक तथा रासायनिक विधियों को धातु निष्कर्षण कहते हैं। धातु निष्कर्षण के चार मुख्य चरण हैं :
(i) अयस्क का सान्द्रण।
(ii) अयस्क को उसके धातु ऑक्साइड में परिवर्तन होना।
(iii) ऑक्साइड अयस्क का अपचयन।
(iv) धातु का परिष्करण (शुद्धीकरण)
उत्तर 8-
ऊपर प्रश्न में दिए गए प्रतिरोधों को हम इस विद्युत परिपथ की तरह दिखा सकते हैं :
अथवा
(a) एक छड़ चुबंक को ड्राईंग पेपर पर रखकर, उसके चारों तरफ उसकी परिधि पर पेंसिल से लाइन लगाकर एक दिक्सूचक की सहायता से, चुबंकीय बल रेखाएँ । खींचते हैं। जैसा कि इस क्रियाकलाप के चित्र से दिखाई । देता है कि ये बल रेखाएँ छड़ चुबंक के उत्तरी तथा दक्षिणी ध्रुव के पास अधिक संख्या में बनती हैं। इससे पता चलता । हैं कि ध्रुवों के पास चबंकीय क्षेत्र सबसे अधिक प्रबल दिक्सूचक होता है।
(b) (i) छड़ चुबंक के भीतर चुबंकीय बल रेखाएँ S ध्रुव से N ध्रुव की दिशा में जाती हैं।
(ii) छड़ चुबंक के बाहर चुबंकीय बल रेखाएँ N ध्रुव से S ध्रुव की दिशा में जाती है।
उत्तर 9-
(a) धमनियाँ हृदय से रक्त लेकर शरीर के अन्य भागों तक पहुँचाती हैं। धमनियों में हृदय से रक्त उच्च दाब | से डाला जाता है इसलिए इस उच्च दाब को सहने के लिए धमनियों की दीवारें मोटी होती हैं।
(b) मछलियों में हृदय के केवल दो कोष्ठक होते हैं-एक अलिंद तथा एक निलय। उनमें ऑक्सीकृत तथा अनॉक्सीकृत रक्त अलग-अलग नहीं किया जा सकता जिसके कारण उनके हृदय के माध्यम से रक्त हृदय में एक चक्र में केवल एक ही बार आता है।
(c) पौधे एक ही जगह पर स्थिर रहते हैं इसलिए उन्हें कम कार्य करने पड़ते है। उनकी कोशिकाओं को तीव्रता से पदार्थों की आपूर्ति करने की आवश्यकता नहीं होती जिसके कारण पौधों को कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
उत्तर 10-
(a) यह कदम स्थानीय लोगों की सुरक्षा तथा स्वास्थ्य के प्रति चिंता व जागरूकता को दर्शाता है।
(b) सुरक्षा मांगने के पीछे लोगों की दो चिंताएँ :
(i) लोगों को जानकारी थी कि नाभिकीय संयत्र में उपयोग होने के बाद बचे हुए ईधन का सुरक्षित भण्डारण एक बड़ी समस्या होगी क्योंकि इस बचे हुए ईंधन से हानिकारक विकिरणें निकलती हैं।
(ii) कभी-कभी इन संयंत्रों में हानिकारक विकिरणों के रिसाव के कारण बड़ी दुर्घटनाएँ घटित हो जाती है। जिनका मनुष्यों तथा वातावरण पर हानिकारक प्रभाव होता है।
उत्तर 11-
प्रकार्यात्मक समूह-किसी कार्बन यौगिक के अणु में उपस्थित एक विशेष परमाणु या परमाणु समूह, जिस पर उस यौगिक के रासायनिक गुण निर्भर करते हैं, उस विशेष परमाणु या परमाणु समूह को उस यौगिक का प्रकार्यात्मक समूह कहते हैं।
उत्तर 12-
(i) पहले समूह के तत्वों के ऑक्साइड :
पहले समूह का तत्व = A संयोजकता = +1
ऑक्साइड = O संयोजकता = -2
∴ रासायनिक सूत्र :
(ii) तेरहवें समूह के तत्वों के हैलाइड :
माना तेरहवें समूह का तत्व = M संयोजकता = +3
माना हैलाइड तत्व = X संयोजकता = -1
∴ रासायनिक सूत्र :
(iii) वह यौगिक जो दूसरे समूह के किसी तत्व तथा सोलहवें समूह के किसी तत्व के संयोजन से बनते
माना दूसरे समूह की तत्व = X संयोजकता = +2
सोलहवें समूह का एक तत्व = Y संयोजकता = -2
∴ रासायनिक सूत्र :
अथवा
(a) (i) संयोजकता-किसी तत्व की दूसरे तत्वों के साथ यौगिक बनाने के लिए मिलने की क्षमता को उस तत्त्वे की संयोजकता कहते हैं।
• किसी भी तत्व की संयोजकता उसके परमाणु के सबसे बाहरी कोश में उपस्थित संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या से निर्धारित होती है।
• संयोजकता एक संख्या है जो यह प्रदर्शित करती है कि जब कोई परमाणु इलेक्ट्रॉन प्राप्त करता है या खोता है या साझा करता है। जब वह अपने ही तत्व के परमाणु से या किसी अन्य परमाणु से आबंध बनाता है। (ii) परमाणु आकार-एक तत्व के एक स्वतंत्र परमाणु के केन्द्र से उसके सबसे बाहरी कोश तक की दूरी को उसका परमाणु साइज़ कहते हैं।
(b) आवर्त में बाएं से दाएं ओर जाने पर तत्वों की संयोजकता पहले 1 से 4 तक बढ़ती है तथा उसके बाद यह घटते हुए 0 (शून्य) तक आती है।
इसी प्रकार आवर्त में बाईं से दाईं ओर जाने पर परमाणु आकार घटता जाता है।
उत्तर 13-
(a) कुछ विशेष प्रकार के जीवाश्मों के अध्ययन से यह पाया गया है कि इन जीवाश्मों में कुछ गुण सरीसृप वर्ग के जीवों के तथा कुछ गुण पक्षियों के पाये गए हैं। उदाहरण के लिए, आर्कियोप्टेरिक्स जीव का जीवाश्म। आर्कियोप्टेरिक्स में पक्षी की तरह पंख वाले पर थे परंतु दांत एवं पूंछ जैसे गुण सरीसृप वाले पाए गए हैं, इसलिए हम कह सकते हैं कि पक्षियों का विकास सरीसृपों से हुआ है।
(b) हम इन जीवों को केवल उनमें आँख होने के आधार पर एक समूह में समूहित नहीं कर सकते हैं। क्योंकि इन सभी जीवों में कुछ अन्य मूल गुण एक-दूसरे से भिन्न हैं, जैसे प्लेनेरिया में हृदय आदि संरचना का न होना। कीटों में खुला रक्त परिवहन तंत्र होता है जबकि कशेरुकियों में बंद रक्त परिवहन तंत्र होता है।
उत्तर 14-
यदि आवर्धन, m = -1
υ = 50 cm
क्योंकि आवर्धन ऋणात्मक है इसका मतलब प्रतिबिंब वास्तविक तथा उलटा बनता है।
∴υ = -50 (वास्तविक प्रतिबिंब के लिए)
उत्तर 15-
जब सूर्य का प्रकाश वायुमण्डल से गुजरता है, तो वायु के सूक्ष्म कण लाल रंग की अपेक्षा नीले रंग (छोटी तरंगदैर्थ्य) को अधिक प्रबलता से प्रकीर्ण करते हैं। प्रकीर्णित हुआ नीला प्रकाश हमारे नेत्रों में प्रवेश करता है अतः स्वच्छ आकाश को रंग नीला दिखाई देता है। यदि पृथ्वी पर वायुमंडल न होता तो कोई प्रकीर्णन न हो पाता, तब आकाश काला प्रतीत होता।
पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे अन्तर्राष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन में स्थित किसी अन्तरिक्ष यात्री को आकाश काला प्रतीत होता है, क्योंकि ऊपर अन्तरिक्ष में वायुमंडल नहीं होता है, जिसके कारण, सूर्य के प्रकाश का प्रकीर्णन नहीं हो पाता है, इसलिए आकाश काला प्रतीत होता है।
उत्तर 16-
(a) (i) जब कार्बन की थोड़ी मात्रा को लोहे में मिलाया जाता है तो यह मिश्र धातु बन जाता है जिसे स्टील कहते हैं। यह स्टील कम लचीला तथा भंगुर होता है।
(ii) लोहे में निक्कल (Ni) तथा क्रोमियम (Cr) धातुओं को मिलाने पर यह एक मिश्र धातु बन जाता | है जिसे स्टेनलेस स्टील कहते है। इस धातु पर कभी जंग नहीं लगता। स्टेनलेस स्टील का उपयोग खाने के बरतन, चाकू, कैंची इत्यादि बनाने में किया जाता है।
(b) फ्यूज़ एक मिश्र धातु से बनाया जाता है। जिसका गलनांक ताप निम्न होता है। यह टिन तथा सीसे (लैड, Pb) से बनी हुई मिश्र धातु है जिसमें 63% टिन तथा 37% सीसा होता है।
(c) मिश्र धातु दो या दो से अधिक धातुओं अथवा एक धातु या एक अधातु का समांगी मिश्रण है। मिश्र धातु को बनाने की प्रक्रिया-किसी मिश्र धातु को बनाने के लिए पहले मूल धातु को गलित अवस्था में लाया जाता है एवं उसके बाद दूसरे तत्वों को एक निश्चित अनुपात में इसमें विलीन किया जाता है। फिर इसे कमरे के ताप पर ठंडा करके ठोस रूप दिया जाता है।
उत्तर 17-
(a)
(b) माइक्रोवेव की शक्ति, P = 2 kW = 2000 वाट विभवांतर, V = 220 वोल्ट ।
आवश्यक विद्युत धारा, I = ?
∴I = \(\frac { P }{ V }\) = \(\frac { 2000 }{ 220 }\) = 9A (लगभग)
माइक्रोवेव को 9A की आवश्यकता है परन्तु उसे 5 A विद्युत धारा के परिपथ पर चलाया जा रहा है इस कारण यह माइक्रोवेव ठीक से कार्य नहीं कर पाएगा तथा उसके परिपथ की फ्यूज़ तार जल्दी से पिघल कर टूट जाएगी।
उत्तर 18-
फेफड़ों का गैसों के आदान-प्रदान में कार्य-फेफडों की कृपिकाओं के चारों तरफ रक्त की केशिकाएँ होती। हैं। जब सांस भीतर ले जाने पर, फेफड़ों की कूपिकाओं में वायु भर जाती है तो इन कूपिकाओं से वायु की O2 गैस केशिकाओं द्वारा रक्त में चली जाती है तथा रक्त से CO2 गैस केशिकाओं से फेफड़ों में की जाती है। इसलिए अब फेफड़ों में अधिक मात्रा की CO2 गैस वाली वायु होती है, जिसे सांस छोड़ने की क्रिया से शरीर से नासद्वारों द्वारा बाहर निकाल दिया जाता है।
उत्तर 19-
कार्बन के सबसे बाहरी कोश में 4 इलेक्ट्रॉन होते हैं तथा उत्कृष्ट गैस विन्यास को प्राप्त करने के लिए। इसको 4 इलेक्ट्रॉन प्राप्त करने या खोने की आवश्यकता होती है।
कार्बन परमाणु से C4- ऋणायन बनने पर इसमें कुल 10 इलेक्ट्रॉन हो जाते हैं, जिन्हें नाभिक के छह प्रोटॉन संतुलित नहीं कर पाते। इसलिए इस प्रकार का ऋणायन नहीं बन पाता है।
कार्बन परमाणु को C4+ धनायन बनने के लिए 4 इलेक्ट्रॉन खोने पड़ते हैं। बाहरी कक्ष के इन 4 इलेक्ट्रॉनों को खोने के लिए अत्यधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है जो रासायनिक क्रियाओं में उपलब्ध नहीं हो पाती है। इसलिए यह C4+ धनायन नहीं बना पाता।
यही कारण है कि कार्बन परमाणु अपने परमाणुओं के साथ अथवा दूसरे तत्वों के परमाणुओं के साथ सहसंयोजी बंध बनाकर सहसंयोजी यौगिक बनाता है।
कारण सहित व्याख्या :
(a) सहसंयोजी यौगिक विद्युत के कुचालक होते हैं क्योंकि यह तरल अवस्था में अथवा जलीय विलयन के रूप में अपने आयनों के रूप में विघटित नहीं होते हैं।
(b) इन यौगिकों के अणुओं के बीच अधिक आकर्षण बल न होने के कारण इन यौगिकों का गलनांक और क्वथनांक ताप कम होता है।
उत्तर 20-
(a) पपीते के फूल एकलिंगी फूल हैं। गुड़हल के फूल उभयलिंगी है।
(b) निषेचन के पश्चात् युग्मनज अनेक भागों में विभाजित हो जाता है तथा बीजांड में भ्रूण विकसित होने | लगता है जो कि बीजों में परिवर्तित हो जाता है। अंडाशय बहुत शीघ्रता से वृद्धि करता है तथा परिपक्व होकर फल बन जाता है। बाह्यदल, पंखुड़ी, पुंकेसर, वर्तिका तथा वर्तिकाग्र प्रायः मुरझाकर गिर जाते हैं।
(c) मानव के शरीर के विशिष्ट अंगों में कुछ विशेष प्रकार की कोशिकाओं की परत होती है। जिनमें मनुष्य की कायिक कोशिकाओं की अपेक्षा गुणसूत्रों की संख्या भी आधी होती है तथा DNA की मात्रा भी आधी होती है। अतः जब दो भिन्न जीवों की यह युग्मक कोशिकाएँ युग्मनज बनाती हैं। तो नई संतति में गुणसूत्रों की संख्या एवं DNA की मात्रा पुन:स्थापित हो जाती है। यही कारण है। कि नई संतति में DNA की मात्रा नियत रहती है।
अथवा
(a) मानव मादा जनन तंत्र का भाग :
(i) जो अण्ड उत्पन्न करता है-अण्डाशय।
(ii) जहाँ अण्ड और शुक्राणु का संलयन होता है-अण्डवाहिका।
(iii) जहाँ युग्मनज (निषेचित अण्ड) स्थापित होता है-गर्भाशय।
(b) गर्भाशय में स्थापित होने के बाद युग्मनज भ्रूण के रूप में विकसित हो जाता है। भ्रूण को माँ के रुधिर से ही पोषण मिलता है इसके लिए एक विशेष संरचना होती है जिसे प्लेसेंटा कहते हैं। विकासशील भ्रूण द्वारा जो अपशिष्ट पदार्थ उत्पन्न होते हैं उनका निपटान भी प्लेसेंटा के द्वारा ही होता है।
उत्तर 21-
(a) उसे उत्तल लेंस का उपयोग करना चाहिए। क्योंकि केवल उत्तल लैंस द्वारा ही परदे अथवा दीवार पर, बिम्ब का वास्तविक प्रतिबिम्ब बन सकता है।
(b) & (c) (i) यदि मोमबत्ती को F तथा 2F के बीच रखा जाएगा तो प्रतिबिंब विवर्धित तथा वास्तविक बनेगा।
(ii) यदि मोमबत्ती को 2F से दूर रखा जाएगा तो प्रतिबिंब छोटा तथा वास्तविक बनेगा।
उत्तर 22-
I = 400 mA = \(\frac { 400 }{ 1000 }\) = 0.40 A, V = 8 वोल्ट
R (प्रतिरोध) = \(\frac { V }{ I }\) = \(\frac { 8X10 }{ 4 }\) = 20 Ω
उत्तर 23-
तीनों परिपथों में एक जैसी विद्युत धारा प्रवाहित होगी क्योंकि तीनों परिपथों में दोनों प्रतिरोधक श्रेणी क्रम में जुड़े हुए है।
R1 = 10 Ω
R2 = 10 SΩ
∴R = R1 + R2 = 10 + 10 = 20 Ω
V = 20 वोल्ट
∴I (विद्युत धारा) = \(\frac { V }{ R }\) = \(\frac { 20 }{ 20 }\) = 1A
उत्तर 24-
उत्तर 25-
परखनली से एक रंगहीन गैस निकलती है। जब परखनली के मुख पर एक जलती हुई माचिस की तीली लाते हैं तो यह गैस पॉप ध्वनि से तेज़ी से जल उठती है। निकलने वाली गैस H2 गैस है। H2 गैस का उपयोग एक ईंधन के रूप में किया जा सकता है।
उत्तर 26-
अमीबा की कोशिका को एक केन्द्रक क्रम से दो केन्द्रकों में विभाजित होता हुआ दिखाई देता है। अमीबा की इस जनन विधि को द्विखंडन विधि कहते हैं।
उत्तर 27-
एक अनंत दूरी पर रखी बड़ी वस्तु को, जो कि प्रयोगशाला की खिड़की से दिख रही है, बिम्ब के रूप में लेते हैं।
प्रतिबिम्ब दर्पण के F बिंदु पर बनता है। यह प्रतिबिम्ब परदे पर प्राप्त करते हैं।
प्रतिबिम्ब की प्रकृति-प्रतिबिम्ब वास्तविक व उलटा बनेगा।
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