Here we are providing Class 12 Hindi Important Extra Questions and Answers Vitan Chapter 4 डायरी के पन्ने. Important Questions for Class 12 Hindi are the best resource for students which helps in class 12 board exams.

डायरी के पन्ने Class 12 Important Extra Questions Hindi Vitan Chapter 4

प्रश्न 1.
ऐन को किस कारण लगा था कि उसकी दुनिया पूरी तरह से उलट-पुलट गई थी ?
उत्तर
ऐन के घर बुधवार 8 जुलाई, 1942 को संदेश आया था कि उसकी सोलह वर्षीय बहन मार्गोट को ए०एस०एस० से बुलावा आया था। इस बुलावे का अर्थ उसे यातना शिविर से बुलाया जाना था जिसमें उसे जर्मन सैनिकों की दया पर छोड़ देना था। ऐन के माता-पिता को यह बिल्कुल भी स्वीकार नहीं था इसलिए उन्होंने तुरंत भूमिगत हो जाने का निश्चय कर लिया था। इससे ऐन को लगा था उसकी दुनिया पूरी तरह से उलट-पुलट हो गई थी।

प्रश्न 2.
अज्ञातवास की बात सुनकर ऐन के मन में छिपने की कौन-सी जगह आई थी ?
उत्तर
वे कहाँ छिपेंगे-किसी के घर में? शहर में ? किसी परछत्ती पर? यहाँ? कहाँ? वह यह किसी से पूछ नहीं सकती थी पर ये प्रश्न उसके मन में उठ रहे थे।

प्रश्न 3.
ऐन ने अपने थैले में क्या-क्या भरा था? क्यों?
उत्तर
ऐन ने अपने थैले में डायरी, कलर, रूमाल, स्कूली किताबें, कंघी और पुरानी चिट्ठियाँ भरी थीं। वह कपड़ों की तुलना में स्मृतियों को अधिक महत्व देना चाहती थी।

प्रश्न 4.
अज्ञातवास पर जाते समय परिवार के चारों लोगों ने क्या पहना था ? क्यों ?
उत्तर
अज्ञातवास पर जाते समय उन चारों ने इतने अधिक कपड़े पहने थे मानो वे अपनी रात फ्रिज में गुजारने जा रहे हों। वे अपने साथ अधिक-से-अधिक कपड़े ले जाना चाहते थे। सबने दो बनियानें, तीन पैंटें, एक ड्रेस, उसके ऊपर एक स्कर्ट, एक जैकेट, एक बरसाती, दो जोड़ी स्टाकिंग्स, भारी जूते, एक केस, एक स्कार्फ और इनके अतिरिक्त और भी बहुत कुछ पहना था।

प्रश्न 5.
ऐन ने अपनी बिल्ली को कहाँ और किसकी देख-रेख में छोड़ दिया था ?
उत्तर
उन्होंने अपनी बिल्ली को पड़ोसियों के यहाँ छोड़ दिया था। वे ही अब उसकी देखभाल करने वाले थे। वे रसोई में बिल्ली के लिए सेर भर मीट भी छोड़ गए थे।

प्रश्न 6.
लोग चाहकर भीगने वाले ऐन के परिवार की सहायता क्यों नहीं कर सकते थे ?
उत्तर
9 जुलाई, 1942 की बरसात-भरी सुबह वह ढेर सारा सामान कंधों पर लादे हुए डरे-सहमे भाग रहे थे। सुबह काम पर जाते लोग उन्हें बेचारगी-भरी नजरों से देख रहे थे पर उनके सीने पर चमकते पीले रंग के सितारे को देखकर उनकी सहायता भी नहीं कर सकते थे क्योंकि हिटलर के शासन में यहूदियों को अपनी पहचान के लिए पीला सितारा पहनना आवश्यक था।

प्रश्न 7.
परिवार ने कहाँ छिपने का निर्णय किया था ?
उत्तर
पूरे परिवार ने पापा के ऑफिस की इमारत को ही चुना था क्योंकि वहाँ काम करने वाले लोगों की संख्या बहुत ही कम थी। वहाँ मिस्टर कुगलट, मिस्टर क्लीमेन, मिएप और बेय वोस्कुइल नामक चार लोग ही थे, जिन्हें इनके वहाँ छिपने के विषय में बताया गया था।

प्रश्न 8.
अंधेरे में छिपे हुए वे लोग अपना समय कैसे बिताते थे ?
उत्तर
लगभग चार बजे ही अंधेरा हो जाता था और वे पढ़ नहीं पाते थे इसलिए ऊल-जुलूल हरकतों में ही अपना समय बिताया करते थे। वे अंधेरे में व्यायाम करते, पहेलियाँ बुझाते, अंग्रेज़ी या फ्रैंच बोलते और किताबों की समीक्षा किया करते थे। इसके अतिरिक्त अंधेरे में दूरबीन लगा कर पड़ोसियों को रोशनी वाले कमरों में झाँक लिया करते थे।

प्रश्न 9.
अज्ञातवास के दौरान टर्की से संबंधित कौन-सी उत्साहवर्धक अफ़वाह सुनी गई थी ?
उत्तर
अज्ञातवास के दौरान टर्की के एक केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि टर्की जल्दी ही तटस्थता छोड़ देगा और इंग्लैंड के पक्ष में हो जाएगा, जिससे ऐन के परिवार वालों का उत्साह बढ़ गया था।

प्रश्न 10.
हज़ार गिल्डर के नोट अवैध घोषित करने का लोगों पर क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर
हजार गिल्डर के नोट अवैध घोषित होते ही ब्लैक मार्केट का धंधा करने वालों को बहुत बड़ा झटका लगा। इससे बड़ा झटका उन लोगों को लगा जो भूमिगत हो गए थे या जिनके पास धन का हिसाब-किताब देने की क्षमता नहीं थी। नोट बदलवाने की स्थिति में सबूत देना पड़ता था कि यह उनके पास कहाँ से आया था।

प्रश्न 11.
गिएज एंड कंपनी ने हज़ार गिल्डर के अपने नोटों के संकट से किस प्रकार छुटकारा पा लिया था?
उत्तर
गिएज एंड कंपनी के पास हज़ार गिल्डर के कुछ नोट थे जिनका हिसाब-किताब उनके पास नहीं था। उन्होंने इन नोटों से आगामी वर्षों के लिए अनुमानित कर की अदायगी करके इनसे छुटकारा पा लिया था।

प्रश्न 12.
हिटलर अपने सैनिकों से मुख्य रूप से क्या पूछा करता था और उसके सैनिक किस प्रकार उत्तर दिया करते थे ?
उत्तर
हिटलर अपने घायल सैनिकों से प्रायः पूछा करता था कि युद्ध में वे कहाँ घायल हुए थे और उन्हें कहाँ चोट लगी थी। सैनिक उत्साहपूर्वक अपने जख्मों को दिखाकर वह घटना सुनाते थे, जिस के कारण वे जख्मी हुए थे। वे सब हिटलर से हाथ मिलाने के लिए उत्साहित दिखाई देते थे।

प्रश्न 13.
अज्ञातवास के समय ऐन की रुचियाँ क्या थीं ?
उत्तर
ऐन को पत्रिकाओं से फ़िल्मी कलाकारों के चित्र इकट्ठे करने की रुचि थी। वह फ़िल्मों के बारे में ज्ञान इकट्ठा करती थी; उनकी समीक्षा करती थी; प्रति सप्ताह प्रकाशित होने वाली सिनेमा एंड थियेटर पत्रिका ध्यान से पढ़ती थी। वह फ़िल्मी अभिनेत्रियों की तरह अपने बाल सँवारा करती थी और उन्हें अपना स्टाइल बनाया करती थी। कुछ ही देर बाद फिर से वह अपने घुघराले बालों वाले स्टाइल में ही आ .. जाया करती थी।

प्रश्न 14.
अज्ञातवास काटते समय प्राय: कैसी बातें हुआ करती थीं और वे ऐन को कैसी लगा करती थीं ?
उत्तर
ऐन को अज्ञातवास काटते समय रोज़ एक-सी बातें नाली के सड़े पानी की तरह लगती थीं। खाने के वक्त मम्मी या मिसेज़ वान दान हजारों बार पहले सुना चुकी अपने बचपन की कहानियाँ सुनाया करती थीं। डसेल खूबसूरत रेस के घोड़ों, चालौट के महँगे वॉर्डरोव, लीक करती नावों, चार बरस की उम्र में तैर सकने वाले बच्चे, दर्द करती मांसपेशियों और डरे हुए मरीजों की बातें हुआ करती थीं। किसी भी लतीफ़े को सुनाने वाला बस स्वयं ही हँसता था क्योंकि कुछ भी तो नया सुनने-सुनाने को शेष नहीं बचा था।

प्रश्न 15.
हॉलैंड के प्रतिरोधी दल लोगों की किस प्रकार सहायता किया करते थे ?
उत्तर
फ्री नीदरलैंड्स दल के लोग जर्मन लोगों के अत्याचारों से राहत पाने के लिए पीड़ितों के लिए नकली पहचान-पत्र बनाते थे; उन्हें आर्थिक सहायता दिया करते थे और कार्य कर सकने वाले युवा ईसाइयों के लिए काम ढूँढ़ने में सहायता करते थे। वे पुरुषों के साथ राजनीति और काम-धंधे की बातें करते थे, तो औरतों के साथ भोजन और कष्ट के समय की बातें करते थे। सदा सहायक और खुशदिल दिखाई देने वाले वे लोग बच्चों से अखबारों और किताबों की बातें करते थे। वे हर अवसर पर फूल और उपहार दिया करते थे और कष्ट में पड़े अज्ञातवास काटने वालों की सहायता कर उनका दिल जीत लेते थे।

प्रश्न 16.
कैबिनट मंत्री मिस्टर बोल्के स्टीन ने क्या घोषित किया था जिससे ऐन को खुशी मिली थी ?
उत्तर
कैबिनट मंत्री मिस्टर बोल्के स्टीन ने लंदन से उस प्रसारण में कहा था कि जब युद्ध समाप्त हो जाएगा तब युद्ध का वर्णन करने वाली डायरियों और पत्रों का संग्रह किया जाएगा। ऐन खुश हो गई थी कि वह गुप्त एनेक्सी के बारे में सब छपवाएगी।

प्रश्न 17. ऐन ने एक ही दिन में हुए हवाई हमलों के विषय में क्या बताया था ?
उत्तर
ऐन ने बताया कि पिछले ही रविवार 350 ब्रिटिश वायुयानों ने इज्मुईडेन पर 550 टन गोला-बारूद बरसा कर तबाही मचाई थी जिससे सभी घर ऐसे काँप उठे थे जैसे हवा में घास की पत्तियाँ काँप उठती हैं।

प्रश्न 18.
युद्ध-काल में लोगों को किन-किन कष्टों से गुजरना पड़ रहा था ?
उत्तर
(i) खाद्य पदार्थों तथा अन्य सामग्रियों के लिए लोगों को लाइनों में खड़ा होना पड़ता था।
(ii) चोरियों की संख्या अत्यधिक बढ़ गई थी। पीठ मोड़ते ही कारें, मोटर-साइकिलें आदि चुरा लिए जाते थे।
(iii) आठ-दस वर्ष के छोटे-छोटे बच्चे भी चोरी करने में निपुण हो गए थे।
(iv) गली-नुक्कड़ पर लगी बिजली से चलने वाली घड़ियों और सार्वजनिक टेलीफ़ोनों तक का पुर्जा-पुर्जा चुरा लिया ।
(v) लोग फटे-हाल हो गए थे।
(vi) पुलिस अधिकारी किसी पर भी आरोप लगा कर जेल भेज देते थे।
(vii) खाद्य-सामग्री घटिया मिलती थी और बहुत महँगी भी हो गई थी।

प्रश्न 19.
चर्चिल को जन्मजात बहादुर क्यों कहा गया है ?
उत्तर
चर्चिल अपने साथियों स्मट्स, आइजनहावर और आर्नोल्ड के साथ उन फ्रांसीसी गाँवों में गए थे जिन पर पहले ब्रिटिश सैनिकों ने कब्जा कर लिया था और फिर मुक्त कर दिया था। चर्चिल एक टॉरपीडो नाव पर थे जिससे तटों पर गोलाबारी की जाती थी। उन्हें डर नाम की चिड़िया का पता तक नहीं था इसीलिए उन्हें जन्मजात बहादुर कहा गया है।

प्रश्न 20.
ऐन ने कितने समय बाद रात का आमने-सामने साक्षात्कार किया था? उसे तब कैसा अनुभव हुआ था?
उत्तर
ऐन ने डेढ़ वर्ष बाद खुली खिड़की के माध्यम से रात के समय की प्रकृति का आमने-सामने साक्षात्कार किया था। गहरी साँवली . बरसात की रात थी और तेज हवाएँ चल रही थीं। बादलों के बीच लुका-छिपी हो रही थी जिसने ऐन को मंत्रमुग्ध कर दिया था।

प्रकृति से साक्षात्कार की उसकी इच्छा बढ़ गई थी। वह पुलिस, चोर-उचक्कों और मोटे-काले चूहों से डरे बिना ही नीचे चली – गई थी। वह रसोई और प्राइवेट ऑफ़िस की खिड़की से प्रकृति के नजारे देखती रही थी। प्रकृति प्राणियों का अनूठा उपहार है और वह ग़रीब-अमीर के बीच अंतर नहीं करती।

प्रश्न 21.
पुरुष-स्त्री अधिकारों के विषय में ऐन के क्या विचार हैं ?
उत्तर
संभवतः शारीरिक बल, धन कमाने और परिवार चलाने के कारण पुरुष शुरू से ही औरतों पर शासन करने लगे थे, जो ऐन के अनुसार ठीक नहीं था। आधुनिक महिलाएं पूरी तरह स्वतंत्र होने का हक पाना चाहती हैं। महिलाओं का पूरा सम्मान किया ही जाना चाहिए। उन्हें भी सैनिक बनने का दर्जा मिलना चाहिए। औरतें ही मानव जाति की निरंतरता को बनाए रखने के लिए संघर्ष करती हैं; कष्ट झेलती हैं, मेहनत करके खाती हैं, तो वे सम्मान की भी अधिकारिणी हैं।

प्रश्न 22.
पीटर के स्वभाव की दो विशेषताओं का उल्लेख कीजिए जो ऐन को याद नहीं है।
उत्तर
पीटर नास्तिक था। उसे चर्च के प्रति घृणा थी। वह ऐन से अपने हृदय से जुड़ी बातें नहीं करता था। वह ऐसा कोई अवसर ऐन को नहीं देता था जिससे वह उसके हृदय में छिपे भावों को समझ सकती।

प्रश्न 23.
ऐन किस कारण से महिलाओं को सम्मानीय मानती थी? (C.B.S.E. 2012, Set-1)
उत्तर
ऐन का मानना था कि वह संतान को जन्म देती है, प्रसव पीड़ा झेलती है, जो प्रशंसनीय है। कोई सैनिक भी युद्ध में इतनी पीड़ा नहीं झेलता जितनी किसी भी महिला को प्रसव के समय झेलनी पड़ती है।

निबंधात्मक प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
ऐन फ्रैंकले मिस्टर डसेल का चरित्र-चित्रण किस प्रकार किया है ?
उत्तर
मिस्टर डसेल ऐन के पिता के साथ काम करते थे। विश्वयुद्ध के समय जब ऐन के परिवार को अज्ञातवास के रूप में दो वर्ष बिताने पड़े थे तो मिस्टर डसेल भी उनके साथ पिता के कार्यालय और गोदाम में रहे थे। ऐन और मिस्टर डसेल दोनों एक लंबे और सँकरे कमरे में रूममेट थे। ऐन डसेल के चरित्र के बारे में बताती है कि वैसे तो मिस्टर डसेल बच्चों के साथ खुश रहते हैं तथा उन्हें खूब प्यार करते हैं, परंतु अनुशासन के मामले में वे एक बाबा आदम की सोच रखते थे।

वे लंबे-लंबे उबाऊ भाषण दिया करते जिन्हें सुनकर नींद ही आ सकती थी। चूंकि ऐन और मिस्टर डसेल एक कमरे को शेयर करतेथ इसलिए मिस्टर के लंबे-लंबे उबाऊ भाषण उसे अधिक सुनने पड़ते थे। चूँकि ऐन उनके भाषणों को ध्यान से नहीं सुनती थे इसलिए वे उसे अक्सर डाँट-फटकारा करते थे। ऐन मिस्टर डसेल के बारे में कहती है कि वे एक अच्छे खासे चुगलखोर थे। वे जान-बूझकर ऐन की झूठी सच्ची बातें मम्मी को किया करते थे और माँ भी ऐन को ही एक लंबा उपदेश दिया करती थी। इस प्रकार इस अज्ञातवास में मिस्टर डसेल का चरित्र भी ऐन के लिए एक सिरदर्द था।

प्रश्न 2.
ऐन की डायरी में लिखित द्वितीय विश्वयुद्ध के समय चोरी की घटनाओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर
ऐन ‘किट्टी’ को संबोधित करते समय बताती है कि लोगों को सब्जी खरीदने के लिए भी सारा दिन खड़ा होना पड़ता है। डॉक्टर अपने मरीजों को ठीक से नहीं देख पाते क्योंकि गर्दन घुमाते ही उनकी कारें अथवा मोटर साइकिलें चोरी हो जाती हैं। चोरी की घटनाएँ इतनी अधिक बढ़ गई हैं कि डच लोगों ने अंगुलियों में अंगूठी पहनना ही छोड़ दिया है। आभूषण पहनने की प्रथा अब वहाँ खत्म हो रही है। छोटे-छोटे आठ-दस वर्ष के बच्चे भी अब चोरी करने लगे हैं।

वे घरों, दुकानों की खिड़कियाँ तोड़कर अंदर घुस जाते हैं और जो कुछ भी उनके हाथ लगता है सब कुछ चुरा ले जाते हैं। लोग अगर पाँच मिनट के लिए अपना घर छोड़ दें तो सारा घर साफ हो जाता है। गली-नुक्कड़ों पर लगी बिजली से चलने वाली घड़ियाँ चोर उतार ले जाते हैं तथा सार्वजनिक टेलीफोन के पुर्जे गायब हो जाना आम बात हो गई है। चोरी गए टाइपराइटरों, ईरानी कालीनों, बिजली से चलने वाली घड़ियाँ, कपड़ों आदि के लौटाने के लिए इनाम के विज्ञापन अखबारों में अब आए दिन छपने लगे। इस प्रकार इस द्वितीय विश्वयुद्ध से जूझते आम लोगों को चोरी की घटनाओं ने बुरी तरह प्रभावित किया था।

प्रश्न 3.
‘ऐन फ्रैंक की डायरी’ के आधार पर ‘ऐन’ के चरित्र की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर
ऐन फ्रैंक डायरी की केंद्र-बिंदु है। दवितीय विश्वयुद्ध के समय बिताए अज्ञातवास की मानसिक एवं शारीरिक पीड़ाओं का वर्णन ऐन अपनी डायरी में दर्ज करती है। इसी आधार पर उसके चरित्र की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं

(i) भावुक- ऐन एक भावुक बालिका है। वह अपने माता-पिता के प्रति बहुत प्यार करती है। छोटी-छोटी बातें भी वह दिल से लगा लेती है। मिस्टर डसेल जब उसकी शिकायत मम्मी को करते हैं तो बहुत भावुक हो जाती है। वह इस बात से परेशान है कि प्रत्येक सदस्य उसको तुनकमिजाज और अक्खड़ समझता है। जब उसका मूड खराब हो जाता है तो रात को सोने से पहले अपनी खामियां, जो माँ को बढ़ा-चढ़ा कर बतायी गई थी, के बारे में सोचकर कभी हँसती है कभी रोना शुरू कर देती है।

(ii) अभिनेत्री-ऐन को फ़िल्मी पत्रिका पढ़ने का अत्यंत शौक है। वह हर शनिवार की फ़िल्मी पत्रिका से नायक और नायिकाओं के चित्र काट कर संकलित करती थी। वह आने वाली फ़िल्मी नायक और नायिकाओं के नाम तथा समीक्षाएँ फरटेि से बोलती थी। वह अपने बाल फिल्मी नायिकाओं की तरह सँवारती थी। जब वह केश सज्जा को नए स्टाइल में बनाकर बाहर निकलती तो कोई-न-कोई उसे ज़रूर टोक देता था कि वह फलाँ फ़िल्म स्टार की नकल कर रही है। यह सुनते-सुनते जब वह बोर हो जाती तो वह सीधे गुसलखाने में जाती और उसके बाल पहले की तरह उलझकर धुंघराले बना लेती थी।

(iii) परिश्रम ऐन एक परिश्रमी बालिका है। जब उसे पता चलता है कि अब अज्ञातवास के लिए घर छोड़ना पड़ेगा तो वह अपने थैले सामान से भर लेती है। इन भारी थैलों को अपने कंधों पर उठाकर अपने पिता के कार्यालय तक ले जाती है। जब मार्गोट और माँ थककर सो चुकी थी। तब ऐन अपने पिता के लगातार गोदाम के कमरों की सफाई करती है। चारों तरफ बिखरे सामान को व्यवस्थित करती है। वह बिना इसकी परवाह किए कि उसने पूरे दिन एक बार भी खाना नहीं खाया है, फिर भी लगातार सारे सामान को ठीक से सजाती है।

(iv) प्रकृति प्रेमी-ऐन प्रकृति से अत्यधिक प्रेम करती है। प्रकृति को निहारना उसे अच्छा लगता है। चूंकि रात को रोशनी बंद कर दी जाती है तो वह अपने कमरे की खिड़कियों से पर्दे हटाकर चाँदनी रात में घंटों चाँद-सितारों को देखती है। आसमान, चाँद, बादल, तारों आदि की ओर देखना उसे शांति और आशा से भर देता है। प्रकृति उसे विनम्रता प्रदान करती

(v) नारी के अधिकारों के प्रति सचेत-ऐन एक जागरूक किशोरी है। वह नारी के अधिकारों की पक्षधर है। वह चाहती .. है कि नारी को भी पुरुषों के बराबर सम्मान और अधिकार मिले। उसे भी वीर सैनिकों की भांति अलंकृत किया जाए। प्रल वह पुरुषों की भाँति अपने अधिकारों के प्रति सचेत बने। उसे यह आशा है कि वह अगली सदी में नारी इतनी ताकतवर
बन जाएँगी कि लोग उसका सम्मान करने लगेंगे।

(vi) अतृप्त प्रेमिका-ऐन पीटर को प्रेम करती है। वह ‘किट्टी’ को लिखी एक चिट्ठी में व्यक्त भी करती है, “मैं अगर पीटर के कमरे में एक-दो दिन न जा पाऊँ तो मेरी बुरी हालत हो जाती है। मैं उसके लिए तड़पने लगती हूँ। पीटर एक अच्छा और भला लड़का है लेकिन उसने मुझे कई तरह से निराश किया है।” पीटर और ऐन दोनों बैठकर भविष्य, वर्तमान और अतीत की बातें करते हैं लेकिन ऐन एक असल चीज़ की कमी महसूस करती है और वह उसका पीटर के रति प्रेम है, परंतु पीटर उसे प्यार करते हुए भी उसके सामने प्यार को व्यक्त नहीं करता है। यह बात उसे निराश कर चटा