By going through these Online Education CBSE Class 6 Sanskrit Notes Chapter 9 क्रीडास्पर्ध Summary, Notes, word meanings, translation in Hindi, students can recall all the concepts quickly.

Online Education for Class 6 Sanskrit Chapter 9 क्रीडास्पर्ध Summary Notes

क्रीडास्पर्ध पाठ का परिचय

इस पाठ में मध्यम पुरुष तथा उत्तम पुरुष के सर्वनाम का प्रयोग किया गया है। यथा- त्वम् (तुम), यूयम् (तुम सब), तव (तुम्हारा) तथा अहम् (मैं), वयम् (हम सब), मम (मेरा) आदि। इसके साथ ही मध्यम तथा उत्तम पुरुष के क्रियापद भी प्रयोग किए गए हैं। यथा- ‘यूयम् गच्छथ‘, ‘वयम् गच्छामः‘ आदि।

स्मरणीयम्-क्रियापद की भाँति मध्यम तथा उत्तम पुरुष के सर्वनाम पद का रूप भी सभी लिंगों में एक समान होता है। यथा- वयम् बालकाः (पु०) गच्छामः। वयम् बालिकाः (स्त्री०) गच्छामः।

क्रीडास्पर्ध Summary

इस पाठ में सर्वनामों का प्रयोग बताया गया है। सबसे पहले ‘एषः विद्यालयः’ इस वाक्य से यह स्पष्ट हो जाता है कि जो विभक्ति, वचन तथा लिङ्ग संज्ञा शब्द में होता है वही सर्वनाम में भी रहता है। विद्यालयः’ में प्रथमा विभक्ति, एकवचन तथा पुँल्लिङ्ग का प्रयोग है।
क्रीडास्पर्ध Summary Notes Class 6 Sanskrit Chapter 9
इसका अनुसरण करते हुए सर्वनाम में भी प्रथमा विभक्ति, एकवचन, पुंल्लिङ्ग वाले ‘एषः’ पद का प्रयोग हुआ है। प्रस्तुत पाठ के अंतर्गत पुंल्लिङ्ग में एषः (एकवचन) तथा एते (बहुवचन) रूपों के प्रयोग बताए गए हैं। स्त्रीलिङ्ग में एषा (एकवचन) तथा एताः (बहुवचन) पद होते हैं। इसी तरह नपुंसकलिङ्ग में एतत् (एकवचन) व एतानि (बहुवचन) होते हैं। ये सब प्रथम पुरुष के सर्वनाम हैं। मध्यम पुरुष में त्वम् (एकवचन), यूयम् (बहुवचन) तथा सम्बन्ध वाचक तव (एकवचन), युष्माकम् (बहुवचन) का प्रयोग बताया है। उत्तम पुरुष में अहम् (एकवचन) वयम् (बहुवचन) के साथ सम्बन्ध वाचक मम (एकवचन) तथा अस्माकम् (बहुवचन) के प्रयोग को दर्शाया गया है।

क्रीडास्पर्ध Word Meanings Translation in Hindi

(क) हुमा – यूयं कुत्र गच्छथ?
इन्दरः – वयं विद्यालयं गच्छामः।
फेकनः – तत्र क्रीडास्पर्धाः सन्ति। वयं खेलिष्यामः।
रामचरणः – किं स्पर्धा: केवलं बालकेभ्यः एव सन्ति?
प्रसन्ना – नहि, बालिकाः अपि खेलिष्यन्ति।
रामचरणः – किं यूयं सर्वे एकस्मिन् दले स्थ? अथवा पृथक् पृथक् दले?
प्रसन्ना – तत्र बालिका: बालकाः च मिलित्वा खेलिष्यन्ति।
फेकनः – आम्, बैडमिंटन-क्रीडायां मम सहभागिनी जूली अस्ति।

शब्दार्थाः (Word Meanings) :
यूयम्-तुम सब (you all), कुत्र-कहाँ (where), गच्छथ-जा रहे हो (are going), वयम्-हम सब (all of us), विद्यालम्-स्कूल (को) (to school), गच्छामः-जा रहे हैं (are going), तत्र-वहाँ (there), क्रीडास्पर्धा:-खेल-प्रतियोगिता (sports competition), खेलिष्यामः-खेलेंगी/खेलेंगे (shall play), बालकेभ्य:-लड़कों के लिए (for boys), एव-ही (only), बालिका:-लड़कियाँ (girls), अपि-भी (also), खेलिष्यन्ति-खेलेंगी (shall play), सर्वे-सब (all), एकस्मिन् दले- एक ही दल में (in one team), स्थ-हो (are), पृथक्-अलग (different), मिलित्वा-मिलकर (together), आम्-हाँ (yes), बैडमिंटन क्रीडायाम्-बैडमिंटन के खेल में (in the game of badminton), मम-मेरा/ मेरे/मेरी (me’n’mine), सहभागिनी-साथी (mate/partner)।

सरलार्थ : हुमा – तुम लोग कहाँ जा रहे हो?
इंदर – हम विद्यालय जा रहे हैं।
फेकन – वहाँ खेल प्रतियोगिताएं हो रही हैं। हम खेलेंगे।
रामचरण – क्या प्रतियोगिताएँ केवल लड़कों के लिए हैं?
प्रसन्ना – नहीं, लड़कियाँ भी खेलेंगी।
रामचरण – क्या तुम सब एक दल में हो या
पृथक-पृथक दल में?
प्रसन्ना – वहाँ लड़के-लड़कियाँ मिलकरखेलेंगे।
फेकन – हाँ, बैडमिंटन में मेरी साथी जूली है।

English Translation:
Huma – Where are you going?
Inder – We are going to school.
Phekan – Sports competition is going on there. We too shall play.
Ramcharana – Are these matches only for boys?
Prasanna – No, girls will also play.
Ramcharana – Are you all in one team or different teams?
Prasanna – There the girls and boys will play together.
Phekan – Yes, in badminton my teammate is Julie.

(ख) प्रसन्ना – एतद् अतिरिक्तं कबड्डी, नियुद्धं, क्रिकेट, पादकदुकं, हस्तकन्दुकं, चतुरङ्गः इत्यादयः स्पर्धाः भविष्यन्ति।
इन्दरः – हुमे! किं त्वं न क्रीडसि? तव भगिनी तु मम पक्षे क्रीडति।
हुमा – नहि, मा चलचित्रं रोचते। परम् अत्र अहं दर्शकरूपेण स्थास्यामि।
फेकन: – अहो! पूरन: कुत्र अस्ति? किं सः कस्यामपि स्पर्धायाम् प्रतिभागी नास्ति?

शब्दार्थाः (Word Meanings) :
एतत् अतिरिक्तं-इसके अलावा (beside this), नियुधं-जूडो (judo), पावकंदुकं-फुटबॉल (football), हस्तकन्दुकं-वॉलीबॉल/बास्केटबॉल (basket ball/ volleyball), चतुरङ्ग-चेस (chess), इत्यादयः-इत्यादि (etc.), भविष्यन्ति-होंगे/होंगी (will be), त्वम्-तुम (you), क्रीडसि-खेल रही हो (are playing) (singular), तव-तुम्हारी (your), भगिनी-बहन (sister), मम पक्षे-मेरे पक्ष में (in my team), मह्यम्-मुझे (मेरे लिए) (mel for me), रोचते-अच्छा लगता है (like), स्थास्यामि-रहूँगी/रहँगा (shall stay), कस्यामपि (कस्याम् + अपि)-किसी में भी (in any), स्पर्धायाम्-प्रतियोगिता में (in a match), नास्ति (न + अस्ति )-नहीं है (is not)

सरलार्थ :
प्रसन्ना – इसके अतिरिक्त कबड्डी, जूडो, क्रिकेट, फुटबॉल, वॉलीबॉल, चेस इत्यादि स्पर्धाएँ भी होंगी।
इंदर – हुमा, क्या तुम नहीं खेल रही हो? तुम्हारी बहन तो मेरी टीम में खेल रही है।
हुमा – नहीं मुझे सिनेमा में रुचि है। वहाँ मैं दर्शक के रूप में रहूँगी।
फेकन – ओह! पूरन कहाँ है? क्या वह किसी मैच में भाग नहीं ले रहा?

English Translation:
Prasanna – Besides this, Kabaddi, Judo, Cricket, Football, Volleyball, Chess etc. sports competitions will be held there.
Inder – Huma, are you not participating in any game? Your sister is playing in our team.
Huma – No, I am interested in films. I shall be present there as a spectator.
Phekan – Oh! where is Pooran? Is he not participating in any match?

(ग) रामचरणः – सः द्रष्टुं न शक्नोति। तस्मै अस्माकं विद्यालये पठनाय तु विशेषव्यवस्था वर्तते। परं क्रीडायै प्रबन्धः नास्ति।
हुमा – अयं कथमपि न न्यायसङ्गतः। पूरन: सक्षमः, परं प्रबन्धस्यअभावात् क्रीडितुं न शक्नोति।
इन्दरः – अस्माकं तादृशानि अनेकानि मित्राणि सन्ति। वस्तुतः तानि अन्यथासमर्थानि।
फेकनः – अत: वयं सर्वे प्राचार्यं मिलामः। तं कथयामः। शीघ्रमेव तेषां कृते व्यवस्था भविष्यति।

शब्दार्थाः (Word Meanings) :
द्रष्टुम्-देखना (to see), शक्नोति-सकता/सकती है (is able), तस्मै-उसके लिए (for him), अस्माकम्-हमारा/हमारी/हमारे (our), विद्यालये-विद्यालय में (in school), पठनाय-पढ़ने के लिए (for study), वर्तते-है (is), परम्-लेकिन (but), क्रीडायै-खेलने के लिए (for playing), अयम्-यह (this), कथमपि-किसी प्रकार भी नहीं (in no way), न्यायसङ्गत-उचित (justified), समर्थ-सक्षम, योग्य (capable), प्रबन्धस्य-प्रबन्ध के (for arrangement), अभावात्-अभाव के कारण (due to lack of), क्रीडितुम्-खेलने के लिए (to play), तादृशानि-वैसे (like that), वस्तुतः-वास्तव में (in fact), अन्यथासमर्थानि-अन्य तरीके से समर्थ (differently abled), मिलामः-मिलते हैं (हम) (meet), कथयामः-कहते हैं (tell), शीघ्रमेव (शीघ्रम् + एव)-जल्द ही (soon), तेषां कृते-उनके लिए (for them), व्यवस्था-व्यवस्था/इंतज़ाम (arrangement), भविष्यति-हो जाएगा/जाएगी (will be)

सरलार्थ :
रामचरण- वह देख नहीं सकता। उसके लिए हमारे विद्यालय में पढ़ने के लिए तो विशेष प्रबंध है, किंतु खेल के लिए प्रबंध नहीं है।
हुमा – यह किसी प्रकार भी न्यायसंगत नहीं है। पूरन सक्षम है, किंतु प्रबंध के अभाव के कारण खेल नहीं सकता।
इंदर – हमारे ऐसे अनेक मित्र हैं। वास्तव में वे भिन्न तरीके से समर्थ हैं।
फेकन – इसलिए हम सब प्रिंसिपल से मिलते हैं। उनसे कहते हैं। अर्थात् इस बारे में बात करते हैं। शीघ्र ही उनके लिए व्यवस्था हो जाएगी।

English Translation:
Ramchran – He is not able to see. For him there is special arrangement for studying in our school. But there is no arrangement for playing.
Huma – This is not at all fair, Pooran is capable, but due to lack of facilities, he can’t play.
Inder – We have many friends like that. In fact they are differently abled.
Phekan – We meet the principal. We tell him. Very soon there would be arrangement for them.

हमने सीखा
कर्ता के पुरुष के अनुसार भी क्रियापद में रूपांतर आता है।
.क्रीडास्पर्ध Summary Notes Class 6 Sanskrit Chapter 9

(घ) मम (मेरा), तव (तुम्हारा), माम् (मुझे), त्वाम् (तुम्हें), महयम् (मेरे लिए), तुभ्यम् (तुम्हारे लिए) आदि।