NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 8 यह सबसे कठिन समय नहीं

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Board CBSE
Textbook NCERT
Class Class 8
Subject Hindi Vasant
Chapter Chapter 8
Chapter Name यह सबसे कठिन समय नहीं
Number of Questions Solved 6
Category NCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 8 यह सबसे कठिन समय नहीं

प्रश्न-अभ्यास
(पाठ्यपुस्तक से)

कविता से

प्रश्न 1. “यह कठिन समय नहीं है?” यह बताने के लिए कविता में कौन-कौन से तर्क प्रस्तुत किए गए हैं? स्पष्ट कीजिए
उत्तर :
‘यह सबसे कठिन समय नहीं’ यह बताने के लिए कवयित्री ने कविता में निम्नलिखित तर्क प्रस्तुत किए हैं
(क) चिड़िया तिनका लेकर उड़ने की तैयारी में है
(ख) पेड़ से गिरने वाली पत्ती को थामने के लिए हाथ तैयार है
(ग) स्टेशन पर भीड़-भाड़ हैरेलगाड़ी अपने गंतव्य पर जाती है
(घ) कोई किसी का इंतजार करते हुए चिंतित हो रहा है और कह रहा हैकि जल्दी आ जाओ
(ङ) दादी-नानी अंतरिक्ष से आने वाली बसों की कहानी सुनाती हैं

प्रश्न 2. चिड़िया चोंच में तिनका दबाकर उड़ने की तैयारी में क्यों है? वह तिनकों का क्या करती होगी? लिखिए
उत्तर :
चिड़िया अपनी चोंच में तिनका दबाकर उड़ने की तैयारी में है क्योंकि वह इन तिनकों से अपना नीड़ बनाना चाहती हैइन तिनकों से वह अपने परिवार तथा आने वाले बच्चों के लिए घोंसला बनाती होगी, ताकि वह और उसका परिवार चैन से रह सके

प्रश्न 3. कविता में कई बार अभी भी’ का प्रयोग करके बातें रखी गई हैं, अभी भी का प्रयोग करते हुए तीन वाक्य बनाइए और देखिए उनमें लगातार, निरंतर, बिना रुके चलनेवाले किसी कार्य का भाव निकल रहा है या नहीं?
उत्तर :
‘अभी भी’ के प्रयोग से बनाए गए तीन वाक्य
(क) यहाँ पिछले सप्ताह से बर्फ पड़नी शुरू हुई और अभी भी जारी है
(ख) नशीली दवाएँ लेना छोड़कर तुम अभी भी सामान्य जीवन जी सकते हो
(ग) उचित समूह का रक्त देकर मरीज की जान अभी भी बचाई जा सकती है
हाँ, इन वाक्यों में लगातार, निरंतर, बिना रुके चलने वाले किसी कार्य को भाव निकल रहा है।

प्रश्न 4. “नहीं” और “अभी भी” को एक साथ प्रयोग करके तीन वाक्य लिखिए और देखिए ‘नहीं’ ‘अभी भी’ के पीछे कौन-कौन से भाव छिपे हो सकते है?
उत्तर :
‘नहीं’ और ‘अभी भी’ के साथ प्रयोग करने से बने वाक्य
(क) यहाँ कोई महाविद्यालय नहीं है, इसलिए लड़कियाँ अभी भी पढ़ने शहर जा रही हैं(निरंतर का भाव)
(ख) अतिथि अब तक नहीं आए है, लगता है उनके आने में अभी भी समय लगेगा(प्रतीक्षा का भाव)
(ग) जून बीतने पर भी वर्षा नहीं हुई तथा सरकारी सहायता अभी भी नहीं मिली(निराशा का भाव)

कविता से आगे

प्रश्न 1. घर के बड़े-बूढ़ों द्वारा बच्चों को सुनाई जानेवाली किसी ऐसी कथा की जानकारी प्राप्त कीजिए जिसके आखिरी हिस्से में कठिन परिस्थितियों से जीतने का संदेश हो।
उत्तर :
जीवन उतार-चढ़ाव का नाम हैजीवन में अनेक प्रकार की समस्याएँ आती जाती रहती हैं उनका सामना करने के लिए सभी को मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिएइन समस्याओं के सामने व्यक्ति हिम्मत न हार बैठे, इसलिए घर के बड़े-बूढों द्वारा समय-समय पर ऐसी कहानियाँ सुनाई जाती हैंजिनकी मदद से कठिनाइयों पर विजय पा सकेंयहाँ ऐसी ही एक कहानी प्रस्तुत है

संस्कृत साहित्य के महान कवि कालिदास का नाम हम सभी जानते हैंवे संस्कृत साहित्य के बहुत बड़े कवि तथा नाटककार के रूप में प्रसिद्ध हैंउन्हें दूसरा शेक्सपीयर भी कहा जाता है

कालिदास का जन्म कहाँ हुआ, कब हुआ, उनका बचपन का क्या नाम था, इस बारे में कुछ ठीक-ठीक बता पाना मुश्किल हैइतना जरूर पता है कि ये बचपन में बहुत ही मूर्ख थे तथा गरीबी में जीवन बिता रहे थेवे जहाँ रहते थे, वहीं कहीं आस-पास में विद्योत्मा नामक युवती रहती थी जो बहुत ही विदुषी थीउसने शास्त्रों का अच्छा ज्ञान प्राप्त किया थावह अपना विवाह अपने से योग्य पुरुष से करना चाहती थीउसने घोषणा कर दी थी कि जो भी उसे शास्त्रार्थ में हरा देगा वह उसी के साथ विवाह करेगीउसकी घोषणा सुनकर बहुत से ज्ञानी ब्राह्मण कुमार आते रहे, पर वे विद्योत्मा को शास्त्रार्थ में हरा न पाते और पराजित हो लौट जाते पराजय से अपमानित ब्राह्मणों ने मिलकर एक योजना बनाई कि इसने बहुत से ब्राह्मणों का अपमान किया हैअब इसका विवाह किसी भी तरह किसी बज्रमूर्ख से करा देना चाहिएये ब्राह्मण युवक किसी महामूर्ख की तलाश में निकल पड़ेजंगल के रास्ते में उन्होंने पेड़ पर एक युवक को कुछ काटते सुनाब्राह्मणों ने पास जाकर देखा कि युवक तो उसी डाल को काट रहा है, जिस पर वह बैठा हैउन्होंने युवक को नीचे बुलाया और कहा कि यदि वह उनके कहे के अनुसार कार्य करे तो वे उसका विवाह अत्यंत सुंदर युवती से करा देंगेविवाह की बात सुनकर युवक उनकी बात मानने को तैयार हो गयाब्राहमणों ने उसे अपनी योजना समझा दी और पंडित वेशधारण कराकर उसे विद्योत्मा के पास ले गएशास्त्रार्थ शुरू होने से पहले ही ब्राह्मणों ने विद्योत्मा को बताया कि ये हमारे गुरु हैं जिन्होंने आजकल मौन व्रत धारण कर रखा हैइस समय वे केवल इशारों में शास्त्रार्थ करेंगेशास्त्रार्थ शुरू हुआविद्योत्मा ने एक उँगली मूर्ख युवक को दिखाई, जिसका जवाब उसने दो उँगलियाँ उठाकर दींजब विद्योत्मा ने पाँचों उँगलियाँ दिखाई तो मूर्ख युवक ने अपनी अंगुलियाँ और हथेली बंदकर दिखाई शास्त्रार्थ में विद्योत्मा पराजित हो गई और उसका विवाह उस मूर्ख युवक से हो गयाकुछ समय बाद जब विद्योत्मा को पता चला कि उसका पति मूर्ख है तो उसने अपने पति को घर से निकाल दिया।

पत्नी से अपमानित वह युवक काली मंदिर में रहने लगा और काली की पूजा अर्चना तथा खूब तपस्या की इससे उनका नाम कालिदास पड़ गयाउसने विद्या अध्ययन किया और विद्वान बनकर पत्नी के पास आयाउसने संस्कृत साहित्य में अनेक काव्य एवं नाट्यग्रंथों की रचना की जिनमें अभिज्ञान शाकुंतलम, मेघदूत, विक्रमोर्वशीयं आदि बहुत ही प्रसिद्ध हैंकहा जाता हैकि संस्कृत साहित्य में कालिदास के समान दूसरा नाटककार नहीं हुआ।

प्रश्न 2. आप जब भी घर से स्कूल जाते हैं कोई आपकी प्रतीक्षा कर रहा होता हैसूरज डूबने का समय भी आपको खेल के मैदान से घर लौट चलने की सूचना देता है कि घर में कोई आपकी प्रतीक्षा कर रहा है-प्रतीक्षा करनेवाले व्यक्ति के विषय में आप क्या सोचते हैं? अपने विचार लिखिए
उत्तर :
प्रतीक्षा करने वाला कोई अपना ही व्यक्ति होता हैघर से स्कूल जाने पर घर के सदस्य प्रतीक्षा करते मिलते हैंइनके बारे में मैं निम्नलिखित बातें सोचता हूँ
(क) वे लोग मुझे बहुत प्यार करते हैं तथा मुझसे विशेष अपनत्व तथा लगाव रखते हैं।
(ख) वे हमारे सुख-दुख तथा जरूरत का ध्यान रखते हैं
(ग) वे चाहते हैं कि मैं समय से पहले ही उनकी आँखों के सामने रहूँ
(घ) मेरी तनिक सी परेशानी देखकर वे बहुत ज्यादा परेशान हो जाते हैं।
(ङ) मेरे लौटने में देर होते ही वे चिंतित हो जाते हैं

अनुमान और कल्पना
अंतरिक्ष के पार की दुनिया से क्या सचमुच कोई बस आती है जिससे खतरों के बाद भी बचे हुए लोगों की खबर मिलती है? आपकी राय में यह झूठ है या सच? यदि झूठ है तो कविता में ऐसा क्यों लिखा गया? अनुमान लगाइए यदि सच लगता है तो किसी अंतरिक्ष संबंधी विज्ञान कथा के आधार पर कल्पना कीजिए कि वह बस कैसी होगी, वे बचे हुए लोग खतरों से क्यों घिर गए होंगे? इस संदर्भ को लेकर कोई कथा बना सकें तो बनाइएअंतरिक्ष में जाने वाली बस का संदर्भ लेकर छात्र कोई कथा स्वयं बनाएँ।

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NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 1 ध्वनि

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Board CBSE
Textbook NCERT
Class Class 8
Subject Hindi Vasant
Chapter Chapter 1
Chapter Name ध्वनि
Number of Questions Solved 16
Category NCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 1 ध्वनि

प्रश्न-अभ्यास
(पाठ्यपुस्तक से)

कविता से
1. कवि को ऐसा विश्वास क्यों है कि उसका अंत अभी नहीं होगा?
उत्तर :
कवि का अंत अभी नहीं होगा, उसे ऐसा विश्वास इसलिए है क्योंकि कवि जीवन के प्रति निराश नहीं हैवह उत्साह और ऊर्जा से भरा हुआ हैउसके उपवन में अभी-अभी वसंत का आगमन हुआ हैउसे युवकों को उत्साहित करने जैसे अनेक कार्य करने हैं तथा स्वयं की रचनाओं तथा कार्यों की खुशबू चारों ओर बिखेरनी है।

2. फूलों को अनंत तक विकसित करने के लिए कवि कौन-कौन-सा प्रयास करता है?
उत्तर :
फूलों को अनंत तक विकसित करने के लिए तथा उनकी महक बनाए रखने के लिए कवि उनका आलस्य छीन लेना चाहता हैवह उन्हें अनंत समय तक खिले रहने के लिए प्रेरित करना चाहता हैवह उनकी आँखों की बोझिलता दूर करना चाहता हैकवि उन फूलों को अपने नवजीवन के अमृत से अभिसिंचित करना चाहता है

3. कवि पुष्पों की तंद्रा और आलस्य दूर हटाने के लिए क्या करना चाहता है?
उत्तर :
कवि पुष्पों की तंद्रा और आलस्य दूर करने के लिए अपने स्वप्निल तथा कोमल हाथ फेरना चाहता है, जिससे पुष्प चुस्त, सजग तथा महक बिखेरते हुए पुष्पित-पल्लवित हो सकेंवह उनको वसंत के मनोहर प्रभात का संदेश देना चाहता हैऐसा करते हुए कवि चाहता है कि फूल खिलकर वसंत के सौंदर्य को और भी मनोहारी बना दें।

कविता से आगे

1. वसंत को ऋतुराज क्यों कहा जाता है? आपस में चर्चा कीजिए
उत्तर :
भारतवर्ष में क्रमश: आने वाली छह ऋतुओं से पाँच के अपने गुण तो हैं पर उनकी हानियाँ तथा नकारात्मक प्रभाव भी हैंवसंत ऋतु में न वर्षा ऋतु जैसा कीचड़ होता है न ग्रीष्म ऋतु जैसी तपन, उमस और पसीने की बदबू इसी प्रकार ने शिशिर ऋतु की ठंडक, न हेमंत ऋतु की हाड़ कॅपाती सर्दी और चारों ओर पाले की मार, वृक्षों की पत्तियाँ तक गिर जाती हैवसंत ऋतु में सर्दी-गर्मी समान होने से मौसम अत्यंत सुहावना होता हैपेड़ों पर लाल-लाल पत्ते, कोपलें तथा हरे-भरे पत्तों के बीच रंग-बिरंगे फूलों के गुच्छे तो पेड़ों के गले में हार के समान दिखाई देते हैंमदमाती कोयल का गान, तन-मन को महकाती हवा तथा पूरे यौवन का जोश लिए प्रकृति की छटा देखते ही बनती हैयह ऋतु मनुष्य, पशुपक्षी तथा अन्य जीवों को प्रसन्न कर देती है, इसलिए इस ऋतु को ऋतुराज कहा जाता है

2. वसंत ऋतु में आने वाले त्योहारों के विषय में जानकारी एकत्र कीजिए और किसी एक त्योहार पर निबंध लिखिए
उत्तर :
वसंत ऋतु का समय फाल्गुन, चैत तथा वैसाख माह के आरंभिक दिनों अर्थात् मार्च-अप्रैल होता हैइसकी अवधि लगभग दो माह होती हैइस ऋतु में निम्नलिखित त्योहार मनाए जाते हैं
(क) वसंत पंचमी-इस त्योहार पर लोग पीले वस्त्र धारण करते हैंकिसान शाम को पूजन के उपरांत नई फसल का अनाज मुँह में डालते हैं? इसी दिन ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती हैजगह-जगह पंडालों में सरस्वती की मूर्तियाँ स्थापित कर उनकी स्तुति तथा अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं
(ख) महाशिवरात्रि-इस दिन लोग व्रत रखते हैंवे शिवालय में जाकर भगवान शिव, पार्वती और गणेश की पूजा करते हैं
(ग) बैसाखी-पंजाब प्रांत में फसलों के पक जाने की खुशी में किसानों दूद्वारा यह त्योहार अत्यंत धूमधाम एवं उत्साह के साथ मनाया जाता हैइसी दिन हिंदू धर्म की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को अर्पित करने वाले वीर हकीकत राय की याद में बैसाखी का त्योहार मनाया जाता

निबंध – होली – भारत पर्व-त्योहारों का देश हैवर्ष में शायद ही ऐसी कोई ऋतु या महीना हो जब यहाँ कोई पर्व ने मनाया जाता हो यहाँ रक्षाबंधन, दीपावली, दशहरा, ईद, होली, गुडफ्राइडे, ओणम् आदि त्योहार मनाए जाते हैंइनमें होली के त्योहार का अपना अलग ही महत्त्व है जो पूरे देश में अत्यंत धूमधाम एवं उल्लास के साथ मनाया जाता हैबच्चे, बूढ़े, जवान, युवक-युवतियाँ सभी उम्र के व्यक्ति इस त्योहार को हर्षोल्लास से मनाते हैंयह त्योहार उल्लास से सराबोर करने वालाहै, जिसमें लोगों के मन की कटुता बह जाती है।

होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला सबसे मुख्य त्योहार हैयह त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता हैऐसा लगता हैकि यह त्योहार ऋतुराज वसंत के आगमन की सूचना देता हैहेमंत ऋतु में सर्दी की अधिकता से पेड़-पौधे अपनी पत्तियाँ गिराकर ढूँठ जैसे दिखाई देते हैंऋतुराज वसंत के स्वागत में ये पेड़ नई-नई पत्तियाँ, कोमल कलियाँ एवं फूल धारण कर लेते हैंइससे प्रकृति का सौंदर्य बढ़ जाता है, जो इस त्योहार की मस्ती और आनंद को कई गुना बढ़ा देता हैयह वसंत की मादकता का ही असर है कि रंग और गुलाल से सराबोर होने पर भी हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ता है।

इस त्योहार को मनाने के पीछे अनेक जनश्रुतियाँ प्रचलित हैंएक पौराणिक आख्यान के अनुसार हिरण्यकश्यप नामक दानव अत्यंत क्रूर और अत्याचारी थावह ईश्वर के महत्त्व तथा अस्तित्व को नहीं मानता थावह लोगों को ईश्वर-पूजा के लिए मना करता और ऐसा न करने वालों को वह अत्यंत क्रूरता से दंडित करता थावह स्वयं को भगवान समझता था और लोगों से अपनी पूजा करवाता थाउसका पुत्र प्रह्लाद ईश्वर का अनन्य भक्त थावह अपने पुत्र द्वारा ईश्वर की पूजा-अर्चना सह न सका और उसने उस पर तरह-तरह के अत्याचार करना शुरू कर दियावह चाहता था कि उसका पुत्र भी उसे ही भगवान मानकर उसकी पूजा करता रहेप्रहलाद द्वारा ऐसा न करने पर वह प्रहलाद को मारने के लिए तरह-तरह के उपाय आजमाने लगाजब हिरण्यकश्यप के सभी उपाय बेकार हो गए तो उसने अपनी बहन होलिका को बुलवायाहोलिका को यह वरदान प्राप्त था कि वह आग से जल नहीं सकतीहोलिका और हिरण्यकश्यप ने इस वरदान का दुरुपयोग करना चाहा और योजनानुसार होलिका प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर आग में बैठ गई, जिससे प्रहलाद जल कर मर जाए, किंतु परिणाम उनकी सोच के विपरीत निकलाहोलिका जलकर भस्म हो गई और प्रहलाद बच गयाबुराई पराजित हुईउसी की याद में पूर्णिमा की रात में होलिका दहन कर बुराइयों को भस्म किया जाता है।

अगले दिन प्रात:काल से चारों ओर रंग और गुलाल उड़ता दिखाई पड़ता हैसभी वर्ग के लोग इस त्योहार को अत्यंत धूमधाम से मनाते हैंवे रंगों से सराबोर होकर अबीर-गुलाल लगाते हुए एक-दूसरे को होली की शुभकामनाएँ देते फिरते हैंइस दिन धनी-निर्धन का, बालक-वृद्ध का, विद्वान-मूर्ख का भेद मिट जाता हैचेहरे पर रंग पुते होने से लोगों की असलियत का पता नहीं चलता हैसभी रंगों की मस्ती में डूबे होते हैंगलियाँ, सड़कें रंग तथा अबीर से लाल, हरी, पीली दिखती हैंबच्चे रंग-बिरंगी पिचकारियों में तरह-तरह के रंग भरकर एक-दूसरे पर डालते फिरते हैंसड़कों तथा गलियों में युवक एक-दूसरे को रंग में भिगोते, एक-दूसरे पर अबीर मलते तथा हुड़दंग मचाते घूमते फिरते हैंग्रामीणों में इस त्योहार का उत्साह देखते ही बनता हैवे झाँझ, मृदंग और करताल लेकर फाग गाते हैं‘होरी खेले रघुबीरा अवध में होरी खेले रघुबीरा’ की गूंज चारों ओर सुनाई देती हैब्रजक्षेत्र के बरसाने की होली भारत में ही नहीं विदेशों में भी प्रसिद्ध हैइसी दिन दोपहर बाद लोग नए एवं साफ कपड़े पहनकर लोगों से मिलने-जुलने जाते हैंइस दिन विशेष पकवानगुझियाँ तथा अन्य मिठाइयाँ आने-जाने वालों को खिलाई जाती हैं।

लोग इस दिन अपने मन का मैल धोकर एक-दूसरे से गले मिलते हैंऔर संबंधों को पुनर्जीवित करते हैंहोली का त्योहार हमें भाईचारा तथा आपसी सौहार्द बढ़ाने का संदेश देता हैलोग अपना वैर-भाव त्यागकर एक-दूसरे से गले मिलते हैंकुछ लोग इस त्योहार को विकृत करने की कोशिश करते हैंवे रंगों की जगह तारकोल, पेंट, ग्रीस, तेल आदि लोगों के चेहरे पर मलते हैं जो अत्यंत हानिप्रद होता हैइससे आँखों की ज्योति जाने का खतरा होता हैइस दिन कुछ लोग शराब पीकर हुड़दंग मचाते हैं और त्योहार की गरिमा को ठेस पहुँचाते हैं।

रंगों एवं मस्ती के इस त्योहार को हमें अत्यंत शालीनतापूर्वक मनाना चाहिएरंग और अबीर मलने के लिए किसी के साथ जबरदस्ती नहीं करना चाहिएहमें इस त्योहार की पवित्रता बनाए रखना चाहिए जिससे हमारे बीच प्रेम, सद्भाव तथा मेल-जोल बढ़ सके, तथा ‘होली आई, खुशियाँ लाई’ चरितार्थ हो सके।

3. “ऋतु परिवर्तन को जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है”-इस कथन की पुष्टि आप किन-किन बातों से कर सकते हैं? लिखिए।
उत्तर :
विभिन्न ऋतुएँ साल के विभिन्न महीनों में बारी-बारी से आती हैं और अपनी सुंदरता बिखेर जाती हैंऋतुओं के परिवर्तन का मानव जीवन पर बड़ा गहरा प्रभाव पड़ता हैहमारा खान-पान, पहनावा तथा हमारी गतिविधियाँ इससे प्रभावित होती हैंमुख्य ऋतुएँ और उनके प्रभाव को हम इस प्रकार स्पष्ट कर सकते हैं

ग्रीष्म ऋतु – पसीने से सराबोर करने वाली इस ऋतु में हम सूती तथा हल्के वस्त्र पहनना पसंद करते हैंहमारे खाद्य तथा पेय पदार्थों में तरावट पहुँचाने वाली वस्तुओं-लस्सी, सिकंजी, छाछ, शीतल पेय पदार्थ आदि की मात्रा बढ़ जाती है।

वर्षा ऋतु – इस ऋतु में चारों ओर कीचड़ फैल जाता हैवातावरण में नमी बढ़ जाती हैरोगों के फैलने की संभावना बढ़ जाती है।

शीत ऋतु – हड्डियाँ कँपा देने वाली इस ऋतु में हम ऊनी कपड़े, कोट, शॉल, स्वेटर आदि का प्रयोग करते हैंचाय, कॉफी, गर्म दूध तथा गर्माहट पहुँचाने वाली वस्तुओं का अधिक प्रयोग करते हैं।

वसंत ऋतु – इसे सभी ऋतुओं का राजा कहा जाता हैइस ऋतु में न अधिक सर्दी होती है और न गर्मीस्वास्थ्य की दृष्टि से यह सर्वोत्तम ऋतु हैइस समय चारों ओर फैली प्राकृतिक सुषमा मनोरम लगती हैयह सब देख मन अनायास ही प्रसन्न हो उठता है।

अनुमान और कल्पना

1. कविता की निम्नलिखित पंक्तियाँ पढ़कर बताइए कि इनमें किस ऋतु का वर्णन है?

फूटे हैं आमों में बौर
भर वन-वन टूटे हैं।
होली मची ठौर-ठौर
सभी बंधन छूटे हैं।

उत्तर :
काव्यांश में ‘आम में बौर आने’ तथा ‘होली की त्योहार’ का वर्णन हैइसके अलावा भौंरों के गुंजार करने तथा वातावरण में उन्मुक्त मस्ती छाने से पता चलता है कि ‘वसंत ऋतु का ही वर्णन’ है।

2. स्वप्न भरे कोमल-कोमल हाथों को अलसाई कलियों पर फेरते हुए कवि कलियों को प्रभात के आने का संदेश देता है, उन्हें जगाना चाहता है और खुशी-खुशी अपने जीवन के अमृत से उन्हें सींचकर हरा-भरा करना चाहता हैफूलों-पौधों के लिए आप क्या-क्या करना चाहेंगे?
उत्तर :
फूल-पौधों के लिए मैं निम्नलिखित कार्य करना चाहूँगा
(क) फूल-पौधों को नष्ट होने से बचाने के लिए उनकी सुरक्षा का प्रबंध करूंगा
(ख) उनकी उचित वृधि के लिए समय पर सिंचाई, खाद तथा उचित देखभाल करूंगा
(ग) उन्हें खरपतवार तथा रोगों से बचाने का प्रयास करूंगा
(घ) प्रात:काल में पुष्पित पौधों पर प्यार से हाथ फेरूंगा
(ङ) इन पुष्पों को न मैं तोडूंगा, न किसी को इन्हें नष्ट करने देंगा ताकि वे दीर्घकाल तक अपनी महक तथा सौंदर्य बिखेर सकें।

3. कवि अपनी कविता में एक कल्पनाशील कार्य की बात बता रहा हैअनुमान कीजिए और लिखिए कि उसके बताए कार्यों का अन्य किन-किन संदर्भो से संबंध जुड़ सकता है? जैसे नन्हे-मुन्ने बालक को माँ जगा रही हो।
उत्तर :
उपयुक्त कार्यों का निम्नलिखित संदर्भो से संबंध जुड़ सकता है
(क) माली उपवन में उलझी लताओं को उचित स्थान पर फैला रहा है
(ख) छोटा बच्चा उपवन में उड़ती रंग-बिरंगी चिड़ियों के पीछे भाग कर उन्हें पकड़ने का प्रयास कर रहा है
(ग) मैं फूलों पर पड़ी ओस की बूंदों को निहारकर मुग्ध हो रहा हूँ
(घ) वृद्धजन पार्क में बच्चों को घास नष्ट न करने तथा पुष्पों को तोड़ने से मना कर रहे हैं तथा गिरे पौधों को सहारा देकर खड़ा कर रहे हैं।

भाषा की बात

1. ‘हरे-हरे’, ‘पुष्प-पुष्प’ में एक शब्द की एक ही अर्थ में पुनरावृत्ति हुई हैकविता के हरे-हरे ये पात’ वाक्यांश में ‘हरे-हरे’ शब्द युग्म पत्तों के लिए विशेषण के रूप में प्रयुक्त हुए हैंयहाँ ‘पात’ शब्द बहुवचन में प्रयुक्त हैऐसा प्रयोग भी होता है जब कर्ता या विशेष्य एकवचन में हो और कर्म या क्रिया या विशेषण बहुवचन में; जैसे-वह लंबी-चौड़ी बातें करने लगाकविता में एक ही शब्द का एक से अधिक अर्थों में भी प्रयोग होता है-“तीन बेर खाती ते वे तीन बेर खाती हैजो तीन बार खाती थी वह तीन बेर खाने लगी हैएक शब्द ‘बेर’ का दो अर्थों में प्रयोग करने से वाक्य में चमत्कार आ गयाइसे यमक अलंकार कहा जाता हैकभी-कभी उच्चारण की समानता से शब्दों की पुनरावृत्ति का आभास होता है जबकि दोनों दो प्रकार के शब्द होते हैं; जैसे-मन का मनका।
ऐसे वाक्यों को एकत्र कीजिए जिनमें एक ही शब्द की पुनरावृत्ति होऐसे प्रयोगों को ध्यान से देखिए और निम्नलिखित पुनरावृत शब्दों का वाक्य में प्रयोग कीजिए-बातों-बातों में, रह-रहकर, लाल-लाल, सुबह-सुबह, रातों रात, घड़ी-घड़ी।
उत्तर :
एक शब्द के एक से अधिक अर्थ देकर चमत्कार पैदा करने वाले यमक अलंकार के कुछ उदाहरण
(क) तू पै वारो उरवशी सुन राधिके सुजान।
तू मोहन के उरवशी वै उरवशी समान।

यहाँ द्वितीय पंक्ति में पहले ‘उरवशी’ का अर्थ हृदय में रहने वाली तथा दूसरे ‘उरवशी’ का अर्थ है-उर्वशी नामक अप्सरा है।

(ख) कनक-कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय।
या खाए बौराय नर, वा पाए बौराय॥

यहाँ प्रथम पंक्ति में ‘कनक’ शब्द दो बार आया हैइनमें पहले कनक का अर्थ-धतूरा (एक मादक फल) है तथा दूसरे का अर्थ-सोना (एक कीमती धातु) है

पुनरुक्ति शब्द वाले कुछ अन्य वाक्य
(क) दिन भर काम करते-करते मजदूर थककर चूर हो गया
(ख) दूरदर्शन पर दुर्घटना से जुड़ी पल-पल की खबर आ रही थी
(ग) कल-कल करते झरनों का मधुर संगीत मन को भा रहा था।

पुनरावृत शब्दों का वाक्य-प्रयोग
(क) बातों-बातों-बातों-बातों में सुमन ने मेरा दिल जीत लिया
(ख) रह-रहकर-बादल बरसते रहे रह-रहकर बिजली चमकती रही
(ग) लाल-लाल-कश्मीर में पेड़ों पर लटके लाल-लाल सेब बहुत अच्छे लग रहे थे
(घ) सुबह-सुबह-सुबह-सुबह घूमने जाने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है
(ङ) रातों-रात-उस पर लोगों का इतना कर्ज हो गया था कि उसने रातों रात मकान बेच दिया और अन्यत्र जा बसा
(च) घड़ी-घड़ी – आतंकवादी घड़ी-घड़ी पुलिस के सामने अपना बयान बदलता रहा।

2. ‘कोमल गात, मृदुल वसंत, हरे-हरे ये पात’ विशेषण जिसे संज्ञा (या सर्वनाम) की विशेषता बताता है, उसे विशेष्य कहते

ऊपर दिए गए वाक्यांशों में गात, वसंत और पात शब्द विशेष्य हैं, क्योंकि इनकी विशेषता (विशेषण) क्रमशः कोमल, मृदुल और हरे-हरे शब्द बता रहे हैं

हिंदी विशेषणों के सामान्यतया चार प्रकार माने गए हैं-गुणवाचक विशेषण, परिमाणवाचक विशेषण, संख्यावाचक विशेषण और सार्वनामिक विशेषण।
उत्तर :
यहाँ पाठ्यपुस्तक में कोई प्रश्न नहीं बन रहा है फिर भी छात्रों की सुविधा हेतु विशेषण के भेदों की संक्षिप्त परिभाषा तथा उदाहरण दिया जा रहा है
1. गुणवाचक विशेषण – जिस विशेषण शब्द द्वारा विशेष्य के रूप, रंग, गुण, आकार आदि का पता चले वह गुणवाचक विशेषण कहलाता हैजैसे परिश्रमी, वीर, साहसी, धनी, ईमानदार, लाल, पीला आदि।
2. परिमाणवाचक विशेषण – जो विशेषण शब्द विशेष्य की मात्रा का बोध कराए उसे परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं; जैसे-थोड़ी सी चाय, दस किलो चावल, थोड़ी-सी चीनी, इसके दो भेद हैं
(क) निश्चित परिमाणवाची-जैसे – एक लीटर दूध, दस मीटर कपड़ा, एक पाव नमक।
(ख) अनिश्चित परिमाणवाची-जैसे – कुछ चाय, थोड़ी-सी कॉफी, थोड़ा सा नमक

3. संख्यावाचक विशेषण – वे विशेषण शब्द जो विशेष्य के बारे में संख्या संबंधी जानकारी कराते हैं-जैसे-दस रुपये, कई लड़के, पाँचवाँ छात्र आदिइसके भी दो भेद हैं
(क) निश्चित संख्यावाचक-जैसे – पाँच सौ रुपये, दसवाँ छात्र, सात पुस्तकें
(ख) अनिश्चित संख्यावाचक-जैसे – कई छात्र, अनेक आदमी, कुछ मनुष्य आदि

4. सार्वनामिक विशेषण – इसे संकेतवाचक विशेषण भी कहते हैं।
नोट – इस विशेषण के बाद संज्ञा शब्द का होना बहुत आवश्यक होता हैइस विशेषण के बाद शब्द न होने पर यह सर्वनाम बन जाता है, जैसे—यह मकान बहुत ऊँचा हैवे मजदूर बहुत ही परिश्रमी हैंये राहगीर ईमानदार हैवह छात्र कक्षा में प्रथम आया था।

कुछ करने को
1. वसंत पर अनेक सुंदर कविताएँ हैंकुछ कविताओं का संकलन तैयार कीजिए
उत्तर :
वसंत पर कविता

आए महंत वसंत।
मखमल के झूल पड़े हाथी-सा टोला।
बैठे किंशुक छत्र लगा, बाँध पाग पीला,
सँवर सदृश डोल रहे सरसों के सर अनंत।
आए महंत बसंत।
श्रद्धानत तरुओं की अंजलि से झरे पात
कोयल के मुँदै नयन, थर-थर-थर पुलक गात,
अगरु धूम लिए, झूम रहे सुमन-दिग्-दिगंत।
आए महंत वसंत।
खड़-खड़ कर ताल बजा, नाच रही विसुध हवा,
डाल-डाल अलि-पिक के गायन का बधाँ समाँ।
तरु-तरु की ध्वजा उठी जय-जये का है न अंत।
आए महंत वसंत।
                                                   -सर्वेश्वर दयाल सक्सेना

 

2. शब्दकोश में ‘वसंत’ शब्द का अर्थ देखिए शब्दकोश में शब्दों के अर्थों के अतिरिक्त बहुत-सी अलग तरह की जानकारियाँ भी मिल सकती हैंउन्हें अपनी कॉपी में लिखिए
उत्तर :
शब्द कोश में वसंत के अर्थ

  • एक वर्ष में आने वाली छह ऋतुओं में से एक
  • फूलों का गुच्छा
  • एक राग

शब्दकोश में शब्दों के अर्थ के अलावा और भी जानकारियाँ मिल सकती हैं, जो निम्नलिखित हैं
(क) शब्द संक्षेप चिहन
स्त्री.-स्त्रीलिंग
पु.-पुल्लिग।
बहु.-बहुवचन
अ.-अव्यय
सर्व.-सर्वनाम
उप.-उपसर्ग
प्र.-प्रत्यय
अ.क्रि./स.क्रि-अकर्मक क्रियासक्रर्मक क्रिया
क्रि.वि.-क्रियाविशेषण
द्वि.क्रि.-विकर्मक क्रिया
प्रे.क्रि.-प्रेरणार्थक क्रिया

(ख)
सं. संस्कृत
रू. रूसी
हिं. हिंदी
अ. अरबी
पु. पुर्तगाली
बो. बोलचाल

विषयों के संक्षेप चिह्न
(ग)
ग. गणित
सा. साहित्य
का. कानून
ज्यो. ज्योतिष
व्या. व्याकरण

(घ)
इनके अलावा मुहावरे, लोकोक्तियाँ, माप-तौल के पैमानों की सारिणी आदि भी मिलती हैं।

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NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 3 बस की यात्रा

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Board CBSE
Textbook NCERT
Class Class 8
Subject Hindi Vasant
Chapter Chapter 3
Chapter Name बस की यात्रा
Number of Questions Solved 14
Category NCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 3 बस की यात्रा

प्रश्न-अभ्यास
(पाठ्यपुस्तक से)

कारण बताएँ
1. “मैंने उस कंपनी के हिस्सेदार की तरफ़ पहली बार श्रद्धाभाव से देखा।”

• लेखक के मन में हिस्सेदार साहब के लिए श्रद्धा क्यों जग गई?

उत्तर :
लेखक के मन में कंपनी के हिस्सेदार साहब के लिए इसलिए श्रद्धा जाग गई क्योंकि
(क) कंपनी का हिस्सेदार थोड़े से पैसों के लिए अपनी तथा यात्रियों की जान की परवाह नहीं कर रहा था
(ख) वह घिसे टायर लगाकर बस चलवा रहा था और जान जोखिम में डालकर यह काम कर रहा था
(ग) अपनी उत्सर्ग की भावना का परिचय वह कुछ ही रुपयों के बदले दे रहा था
(घ) उनके साहस और बलिदान की भावना को देखते हुए उन्हें किसी क्रांतिकारी आंदोलन का नेता होना चाहिए

2. “लोगों ने सलाह दी कि समझदार आदमी इस शाम वाली बस से सफ़र नहीं करते

• लोगों ने यह सलाह क्यों दी?

उत्तर :
लोगों ने लेखक को यह सलाहे इसलिए दी क्योंकि वे बस की दयनीय दशा से भली-भाँति परिचित थेउन्हें यह भी पता था कि यह बस कहाँ खराब हो जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता हैयह जीर्ण-शीर्ण हैइसके खराब होने पर ठीक होने की संभावना भी कम हैयात्रा के बीच में कहाँ रुककर सारी रात बितानी पड़े, इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है

3. “ऐसा जैसे सारी बस ही इंजन है और हम इंजन के भीतर बैठे हैं।”

• लेखक को ऐसा क्यों लगा?

उत्तर :
लेखक को ऐसा इसलिए लगा, क्योंकि स्टार्ट होने पर बस के इंजन में ही कंपन होना चाहिए था, पर यहाँ तो सारी बस ही बुरी तरह खड़-खड़ करती हुई हिलने लगीपूरी बस में तेज कंपन होने लगाखिड़कियों के काँच पूरे शोर के साथ हिलने लगेलेखक की सीट भी इस कंपन से काँप रही थीइससे लेखक तथा उसके साथी भी हिलने लगे थे।

4. “गज़ब हो गयाऐसी बस अपने आप चलती है।”

• लेखक को यह सुनकर हैरानी क्यों हुई?

उत्तर :
ऐसी बस अपने आप चलती है, यह बात सुनकर लेखक को इसलिए हैरानी हुई क्योंकि वह सोच रहा था, ऐसी खटारा बस चलने के योग्य तो है ही नहींउसकी जर्जर अवस्था देखकर वह विश्वास ही नहीं कर पाता था कि यह बस बिना धक्का दिए चलती होगी, पर कंपनी का भागीदार इसे अपने-आप चलने की बात कर रहा था, जिसे सुनकर लेखक हैरान था

5. “मैं हर पेड़ को अपना दुश्मन समझ रहा था।”

• लेखक पेड़ों को दुश्मन क्यों समझ रहा था?

उत्तर :
लेखक पेड़ों को अपना दुश्मन इसलिए समझ रहा था क्योंकि बस के एक-एक पुरजे खराब हो रहे थे और बस बार-बार रुक रही थीबस से उसका विश्वास उठ चुका थाउसे लग रहा था कि बस की ब्रेक फेल हो सकती है, स्टेयरिंग टूट सकता है और बस अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे के पेड़ों से टकरा सकती है

पाठ से आगे

1. ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ किसके नेतृत्व में, किस उद्देश्य से तथा कब हुआ था? इतिहास की उपलब्ध पुस्तकों के आधार पर लिखिए
उत्तर :
सविनय अवज्ञा आंदोलन महात्मा गाँधी के नेतृत्व में सन् 1930 में अंग्रेजी सरकार के विरुद्ध शुरू किया गयाउस समय भारतीय समाज गरीबी में दिन बिता रहा थालोगों को मुश्किल से दो जून की रोटी नसीब हो रही थीवे मुश्किल से नमक-रोटी खाकर गुजारा कर रहे थेअंग्रेजों ने नमक पर भी टैक्स लगा दियाइससे नाराज गांधीजी ने नमक बनाकर कानून भंग कियासविनय अवज्ञा आंदोलन के निम्नलिखित उद्देश्य थे
(क) भारतीय किसान व्यावसायिक खेती करने पर विवश थेव्यापार में मंदी और गिरती कीमतों के कारण वे बहुत परेशान थे
(ख) उनको आय कम होती जा रही थी और वे लगान का भुगतान नहीं कर पा रहे थे।
(ग) ब्रिटिश सरकार के शोषण के विरुद्ध इसे हथियार बनाया गया

2. सविनय अवज्ञा का उपयोग व्यंग्यकार ने किस रूप में किया है? लिखिए
उत्तर :
सविनय अवज्ञा का उपयोग लेखक ने बस की जीर्ण-शीर्ण तथा खटारा दशा होने के बावजूद उसके चलने या चलाए जाने के संदर्भ में किया हैयह आंदोलन 1930 में अंग्रेजी सरकार की आज्ञा न मानने के लिए किया गया था12 मार्च 1930 को डांडी मार्च करके नमक कानून तोड़ा गयाअंग्रेजों की दमनपूर्ण नीति के खिलाफ भारतीय जनता विनयपूर्वक संघर्ष के लिए आगे बढ़ती रही, यह खटारा बस भी जर्जर होने के बावजूद चलती जा रही थी

3. आप अपनी किसी यात्रा के खट्टे-मीठे अनुभवों को याद करते हुए एक लेख लिखिए
उत्तर :
पिछली गर्मी की छुट्टियों की बात हैमुझे अपने मित्र के बड़े भाई की शादी में लखनऊ जाना थानियत तिथि पर जाने के लिए मैंने टिकट आरक्षण करवा लिया दुरभाग्य से उस दिन किसी कारण से दिल्ली-वाराणसी समर स्पेशल निरस्त कर दी गईमजबूरन मुझे बस अड्डे जाना पड़ावहाँ दो घंटे से पहले कोई बस न थीशाम के आठ बज चुके थेतभी एक व्यक्ति ‘लखनऊ चलो ए.सी. बस से लखनऊ चलो’ की आवाज लगाता आयामैंने जैसे ही उससे कुछ पूछना चाहा, उसके साथी मेरा सामान उठाकर बस की ओर चल पडेबस थोड़ी दूर बाहर खड़ी थीमेरे जैसी उसमें सात-आठ सवारियाँ और भी थींबस कंडक्टर ने अपने साथियों को और सवारी लाने भेज दियायात्रियों द्वारा शोर करने पर बस रात बारह बजे चलीए.सी. चलाने के लिए कहने पर कंडक्टर ने बताया कि ए.सी. अभी-अभी खराब हुआ हैगाजियाबाद से आगे जाते ही ड्राइवर ने बस एक होटल पर रोक दीड्राइवर-कंडक्टर के मुफ्त में खाए भोजन का खर्च हमें देना पड़ाखैर अलीगढ़ से चलने के पंद्रह मिनट बाद ही चार नवयुवकों ने हाथ में चाकू निकाल लिए और यात्रियों से नकदी व सामान देने को कहाघबराए यात्रियों ने उनके आदेशों का पालन किया और वैसा ही करने लगे जैसा नवयुवकों ने कहा थाइसी बीच किसी लोकल यात्री ने सामान निकालने के बहाने बस का नंबर बताकर अलीगढ़ के डी.एस.पी. को फोन पर मैसेज भेज दिया, जो उसके रिश्तेदार थेलुटेरे बेफिक्री से अपना काम कर रहे थे कि आधे घंटे बाद सामने से आती पुलिस की गाड़ियों ने बस को रुकवा लिया और लुटेरों के भागने से पहले धर दबोचासब अपने-अपने सामान एवं नकदी पाकर बहुत प्रसन्न हुएमैसेज भेजने वाले व्यक्ति का साहस पूर्ण कार्य तथा उसका फोटो अगले दिन लखनऊ से प्रकाशित समाचार-पत्रों में प्रकाशित हुआखैर इस घटना के बाद बस सकुशल लखनऊ पहुँच गईमैं तीसरे दिन लखनऊ मेल से दिल्ली वापस आ गयाआज भी हम उस व्यक्ति को मन-ही-मन धन्यवाद देते हैं।

मन बहलाना

1. अनुमान कीजिए यदि बस जीवित प्राणी होती, बोल सकती तो वह अपनी बुरी हालत और भारी बोझ के कष्ट को किन शब्दों में व्यक्त करती? लिखिए
उत्तर :
बस यदि जीवित प्राणी होती तो अपनी बुरी हालत और भारी बोझ के कष्ट को कुछ इस तरह कहती
मैं एक पुरानी तथा जीर्ण-शीर्ण बस हूँआज से करीब तीस साल पहले मैं भी नई-नवेली, जवान तथा सुंदर थीमेरा ड्राइवर मुझे फूल-मालाओं से सजाता।मेरी सीट पर बैठने से पहले वह मेरे पैर छूता जरा भी गंदगी अंदर-बाहर दिख जाने पर कंडक्टर को डाँटता, पर आज लगता है कि यह सब सपने की बातें हैंआज मैं वृद्धा अवस्था में पहुँच गई हूँ तब से अब तक कई ड्राइवर तथा कंडक्टर बदल गए हैंइस समय जो ड्राइवर है, वह मेरा ध्यान नहीं रखता हैमेरी साफ-सफाई किए बिना ही मुझ पर सवार हो जाता हैशाम को मेरी सीटों पर बैठकर भोजन करता है और मुझे गंदा करके छोड़ जाता हैविश्वकर्मा पूजा के दिन के अलावा अब कभी मेरे ऊपर फूल माला नहीं चढ़ाई जाती हैमेरा चलने को मन नहीं होता है पर यह धक्के दे-देकर मुझे जबरदस्ती चलवाता हैसवारियाँ इतनी लाद लेता है कि मेरा अंग-अंग टूटने लगता है और लगता है कि अब दम निकल ही जाएमेरी आँखें खराब हो चुकी हैं तथा हाथ-पैर जवाब दे रहे हैं, पर मेरा ड्राइवर इन बातों से अनभिज्ञ है क्योंकि उसे पैसे कमाना है

भाषा की बात

1. बस, वश, बस तीन शब्द हैं-इनमें बस सवारी के अर्थ में, वश अधीनता के अर्थ में, और बस पर्याप्त (काफी) के अर्थ में प्रयुक्त होता है, जैसे-बस से चलना होगामेरे वश में नहीं हैअब बस करो।

उपर्युक्त वाक्यों के समान तीनों शब्दों से युक्त दो-दो वाक्य बनाइए

उत्तर :
तीनों शब्दों से बने दो-दो वाक्य निम्नलिखित हैं
बस – (सवारी के अर्थ में)
(क) मेरे पास पैसे कम हैं, इसलिए बस से जाऊँगा।
(ख) बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर लेना ही ठीक रहेगा

वश – (अधीनता के अर्थ में)
(क) इस व्यक्ति को हराना आपके वश का नहीं है
(ख) भारत को हराना श्रीलंका के वश में नहीं है।

बस – (सिर्फ / मात्र के अर्थ में)
(क) बस अब खाना बंद करो अन्यथा पेट खराब हो जाएगा।
(ख) बस अब लड़ना-झगड़ना बंद भी कर दीजिए

2. “हम पाँच मित्रों ने तय किया कि शाम चार बजे की बस से चलें पन्ना से इसी कंपनी की बस सतना के लिए घंटे भर बाद मिलती है।” ऊपर दिए गए वाक्यों में ने, की, से आदि वाक्य के दो शब्दों के बीच संबंध स्थापित कर रहे हैंऐसे शब्दों को कारक कहते हैंइसी तरह दो वाक्यों को एक साथ जोड़ने के लिए ‘कि’ का प्रयोग होता है।

कहानी में से दोनों प्रकार के चार वाक्यों को चुनिए

उत्तर :
कारक चिह्न युक्त वाक्य
(क) बस कंपनी के हिस्सेदार भी उसी बस से जा रहे थे
(ख) डॉक्टर मित्र ने कहा, “डरो मत चलो।”
(ग) मुझे उसके किसी हिस्से पर भरोसा नहीं था
(घ) क्षीण चाँदनी में वृक्षों की छाया के नीचे वह बस बड़ी दयनीय लग रही थी
(ङ) धीरे-धीरे वृद्धा की आँखों की ज्योति जाने लगी

‘कि’योजक शब्द युक्त वाक्य
(क) हमें लग रहा था कि हमारी सीट के नीचे इंजन है
(ख) मालूम हुआ कि पेट्रोल की टंकी में छेद हो गया है
(ग) मैं उम्मीद कर रहा था कि थोड़ी देर बाद बस कंपनी के हिस्सेदार इंजन को निकालकर गोद में रख लेंगे
(घ) लोग इसलिए इसमें सफर नहीं करना चाहते कि वृद्धावस्था में इसे कष्ट होगा

3. “हम फौरन खिड़की से दूर सरक गएचाँदनी में रास्ता टटोलकर वह रेंग रही थीदिए गए वाक्यों में आई “सरकना’ और ‘रेंगना’ जैसी क्रियाएँ दो प्रकार की गतियाँ दर्शाती हैंऐसी कुछ और क्रियाएँ एकत्र कीजिए जो गति के लिए प्रयुक्त होती हैं, जैसे-घूमना इत्यादिउन्हें वाक्यों में प्रयोग कीजिए
उत्तर :
गति के लिए प्रयोग होने वाली कुछ क्रियाएँ और उनके वाक्य प्रयोग
टहलना-मरीज अब धीरे-धीरे टहलने लगा है
चलना-इस चिकने फर्श पर संभलकर चलना।
दौड़ना-पुलिस वालों को प्रतिदिन व्यायाम में दौड़ना पड़ता है।
धड़कना-तेज दौड़ने से उसका दिल जोर से धड़कने लगा।
चक्कर लगाना-पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है।

4. काँच बहुत कम बचे थे। जो बचे थे, उनसे हमें बचना था।”
इस वाक्य में ‘बच’ शब्द को दो तरह से प्रयोग किया गया है। एक ‘शेष’ के अर्थ में और दूसरा ‘सुरक्षा’ के अर्थ में।
नीचे दिए गए शब्दों को वाक्यों में प्रयोग करके देखिए। ध्यान रहे, एक ही
शब्द वाक्य में दो बार आना चाहिए और शब्दों के अर्थ में कुछ बदलाव होना चाहिए।
(क) जल (ख) फल (ग) हार
उत्तर :
अनेकार्थी शब्द वाक्य प्रयोग
(क) जल जल के बिना यह पृथ्वी आग के समान जल सकती है।
(ख) फल फल की चिंता किए बिना वह बाग में फल तोड़ने लगा।।
(ग) हार फूलों के हार की आशा लगाए बैठे नेताजी को चुनाव में हार मिली।

5. भाषा की दृष्टि से देखें तो हमारी बोलचाल में प्रचलित अंग्रेजी शब्द ‘फर्स्ट क्लास’ में दो शब्द हैं- फर्स्ट और क्लास। यहाँ क्लास का विशेषण है फस्र्ट। चूँकि फर्स्ट संख्या है, फर्स्ट क्लास संख्यावाचक विशेषण का उदाहरण है। ‘महान आदमी’ में किसी आदमी की विशेषता है महान। यह गुणवाचक विशेषण है। संख्यावाचक विशेषण और गुणवाचक विशेषण के दो-दो उदाहरण
खोजकर लिखिए।
उत्तर :
संख्यावाचक तथा गुणवाचक विशेषण के कुछ उदाहरण संख्यावाचक विशेषण-पाँच मित्रों, चार बजे, आठ-दस मील, पंद्रहबीस मील, फर्स्ट क्लास, दूसरा टायर। गुणवाचक विशेषण-समझदार, वयोवृद्ध, अनुभवी, विश्वसनीय, जवान, हरे-भरे, क्षीण, वृद्धा, क्रांतिकारी, महान।

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NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 2 लाख की चूड़ियाँ

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Board CBSE
Textbook NCERT
Class Class 8
Subject Hindi Vasant
Chapter Chapter 2
Chapter Name ध्वनि
Number of Questions Solved 15
Category NCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 2 लाख की चूड़ियाँ

प्रश्न-अभ्यास
(पाठ्यपुस्तक से)

कहानी से
1. बचपन में लेखक अपने मामा के गाँव चाव से क्यों जाता था और बदलू को ‘बदलू मामा’ न कहकर ‘बदलू काका’ क्यों कहता था?
उत्तर :
बचपन में लेखक अपने मामा के गाँव बहुत चाव से जाया करता था क्योंकि उसे वहाँ रहने वाला बदलू मनिहार रंग-बिरंगी लाख की गोलियाँ दिया करता था जो उसे बहुत ही प्रिय थींवह बदलू मामा कहने के बजाय बदलू काका इसलिए कहता था क्योंकि उसके मामा के गाँव के बच्चे बदलू को ‘बदलू काका’ कहते थे

2. वस्तु-विनिमय क्या है? विनिमय की प्रचलित प्रद्धति क्या है?
उत्तर :
वस्तु-विनिमय वह पद्धति है जिसमें किसी वस्तु को देकर अपनी मनचाही वस्तु खरीदी जाती हैइस प्रकार वस्तुएँ पाने के लिए हम पैसे की जगह वस्तुओं से ही वस्तुओं का लेन-देन करते हैंबदले समाज में आज वस्तुओं से वस्तुएँ नहीं खरीदी जाती हैंआज ऐसा करना संभव नहीं है इसलिए रुपये-पैसों के बदले वस्तुएँ ली-दी जाती हैं

3. ‘मशीनी युग ने कितने हाथ काट दिए हैं।’-इस पंक्ति में लेखक ने किस व्यथा की ओर संकेत किया है?
उत्तर :
‘मशीनी युग ने कितने हाथ काट दिए हैं’ -पंक्ति के माध्यम से मशीनों का अंधाधुंध प्रयोग करने से उत्पन्न बेकारी और बेरोजगारी की ओर संकेत किया गया हैचूंकि सैकड़ों मनुष्यों का काम करने के लिए केवल कुछ ही मशीनें काफी हैंऐसे में बहुत से कुशल कारीगर बेकार हो जाते हैंवे बेरोजगार होकर भूखों मरने के कगार पर पहुँच जाते हैंकारीगरों की इसी व्यथा की ओर संकेत किया गया है

4. बदलू के मन में ऐसी कौन-सी व्यथा थी जो लेखक से छिपी न रह सकी?
उत्तर :
चूड़ियाँ बनाने वाले कुशल कारीगर बदलू का काम छिन चुका थावह उपेक्षित, असहाय तथा लाचार हो गया थाजिन काँच की चूड़ियों से उसे चिढ़ थी वही हर ओर दिखाई पड़ रही थींअब कारीगरी के बदले कम सुंदरता तथा चमक को महत्त्व दिया जा रहा हैयह व्यथा लेखक से छिपी ने रह सकी।

5. मशीनी युग से बदलू के जीवन में क्या बदलाव आया?
उत्तर :
मशीनी युग के कारण बदलू का काम छिन गयावह बेरोजगार हो गयाउसे गरीबी में जीवन बिताना पड़ाउसे अपनी गाय बेचनी पड़ीवह कमजोर तथा वृद्ध हो गयाउसके माथे पर नसें उभर आईंवह बीमार तथा चिंतित रहने लगा

कहानी से आगे

1. आपने मेले-बाज़ार आदि में हाथ से बनी चीजों को बिकते देखा होगाआपके मन में किसी चीज़ को बनाने की कला सीखने की इच्छा हुई हो और आपने कोई कारीगरी सीखने का प्रयास किया हो तो उसके विषय में लिखिए
उत्तर :
मैंने मेले-बाजार में हाथ से बने रंग-बिरंगे खिलौने, रंगीन तथा सफेद मोमबत्तियाँ, हाथ के पंखे, जूट के बने सामान देखे हैंये सामान अत्यंत मनमोहक होते हैंमैंने एक कलाकार के पास जूट से बने सामानों को बनाना सीखना शुरू कर दियालगभग छह महीने सीखने के उपरांत मैं अपने-आप सामान बनाकर बेचने लगाइससे मुझे अतिरिक्त आमदनी होने लगी

2. लाख की वस्तुओं का निर्माण भारत के किन-किन राज्यों में होता है? लाख से चूड़ियों के अतिरिक्त क्या-क्या चीजें बनती हैं? ज्ञात कीजिए
उत्तर :
लाख से बनी वस्तुओं का निर्माण भारत के राजस्थान, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश आदि में होता हैलाख से सुंदर-सुंदर खिलौने, घर की सजावटी वस्तुएँ, आभूषण, मूर्तियाँ, चूड़ियाँ, डाकखाने में मुहर तथा पैकिंग सील बनाई जाती हैं।

अनुमान और कल्पना

1. घर में मेहमान के आने पर आप उसका अतिथि-सत्कार कैसे करेंगे?
उत्तर :
घर में मेहमान आने पर मैं उन्हें यथोचित प्रणाम कर बैठक में उन्हें बिठाऊँगाउन्हें जलपान कराकर उनसे आने का कारण पूछूगाउसे यदि पिताजी से काम है तो वे कब तक आएँगे यह बताऊँगायदि वे रुककर इंतजार करते हैं तो उनके साथ प्रेमपूर्वक बातें करूँगा तथा उनकी सुविधा का ध्यान रचूँगा

2. आपको छुट्टियों में किसके घर जाना सबसे अच्छा लगता है? वहाँ की दिनचर्या अलग कैसे होती है? लिखिए
उत्तर :
मुझे छुट्टियों में अपने नाना-नानी के घर जाना सबसे अच्छा लगता हैवहाँ की दिनचर्या यहाँ की दिनचर्या से बिल्कुल अलग होती हैवहाँ मामा के लड़के तथा लड़की के साथ खेलते हुए खेतों की ओर, बाग में पेड़ पर चढ़ना, गर्मियों में आम तोड़ना, बाग में पेड़ों की छाया में अनेक खेल खेलना अच्छा लगता हैशाम को नानी से कहानियाँ सुनना, एक साथ बैठकर गपशप करना अच्छा लगता है

3. मशीनी युग में अनेक परिवर्तन आए दिन होते रहते हैंआप अपने आसपास से इस प्रकार के किसी परिवर्तन का उदाहरण चुनिए और उसके बारे में लिखिए
उत्तर :
मशीनी युग में अनेक परिवर्तन हम कहीं भी देख सकते हैंअपने आसपास हुए परिवर्तन का एक उदाहरण मैं प्रस्तुत कर रहा हूँमेरी कॉलोनी से कुछ दूर पर खेत हैकुछ समय पहले तक खेती को अधिकांश काम बैलों तथा हाथों से किया जाता था किंतु आज-कल जुताई ट्रैक्टर से, बुवाई सीडड्रिल से, निराई-गुड़ाई कल्टीवेटर से, खरपतवार हटाने के लिए खरपातीनाशी का मशीनों से छिड़काव, कटाई हारवेस्टिंग मशीन से तथा मड़ाई का कार्य प्रेशर से कर भूसा तथा अनाज ट्रैक्टर से ढोकर घर तक लाते हैं

4. बाज़ार में बिकने वाले सामानों की डिजाइनों में हमेशा परिवर्तन होता रहता हैआप इन परिवर्तनों को किस प्रकार देखते हैं? आपस में चर्चा कीजिए
उत्तर :
आज का युग विज्ञान और तकनीक का युग हैआज नित नए आविष्कार होने से तरह-तरह की वस्तुएँ बाजार में आ रही हैंबाजार में वस्तुएँ असीमित मात्रा में उपलब्ध हैंलोगों की रुचि, आवश्यकता तथा उनकी आय देखकर वस्तुएँ बनाई जाने लगी हैंखाने-पहनने तथा नित्य प्रयोग की जाने वाली वस्तुओं की मात्रा में विविधता बढ़ती जा रही हैनित नए फैशन के कपड़ों से बाजार भरा पड़ा है

5. हमारे खान-पान, रहन-सहन और कपड़ों में भी बदलाव आ रहा हैइस बदलाव के पक्ष-विपक्ष में बातचीत कीजिए और बातचीत के आधार पर लेख तैयार कीजिए
उत्तर :
विज्ञान के इस युग में जब सब कुछ बदल रहा हैहमारे खान-पान, रहन सहन और कपड़े भी इस बदलाव से अछूते नहीं हैंइस बदलाव का असर सब पर देखा जा सकता हैकुछ लोगों की बातचीत को आधार मानकर कहा जा सकता है कि कुछ लोगों के विचार से यह बदलाव अच्छा है तथा कुछ इतनी तेजी से हो रहे बदलाव को शुभ संकेत नहीं मानते हैंइस विषय पर दो समूह बनाकर पक्ष-विपक्ष में अपनी बात रखते हुए छात्र स्वयं चर्चा करें तथा बातचीत के आधार पर आलेख तैयार करें।

भाषा की बात

1. ‘बदलू को किसी बात से चिढ़ थी तो काँच की चूड़ियों से और बदलू स्वयं कहता है-“जो सुंदरता काँच की चूड़ियों में होती है लाख में कहाँ संभव है?” ये पंक्तियाँ बदलू की दो प्रकार की मनोदशाओं को सामने लाती हैंदूसरी पंक्ति में उसके मन की पीड़ा हैउसमें व्यंग्य भी हैहारे हुए मन से, या दुखी मन से अथवा व्यंग्य में बोले गए वाक्यों के अर्थ सामान्य नहीं होतेकुछ व्यंग्य वाक्यों को ध्यानपूर्वक समझकर एकत्र कीजिए और उनके भीतरी अर्थ की व्याख्या करके लिखिए
उत्तर :
पाठ से लिए गए कुछ व्यंग्य-वाक्य

  • बदलू को किसी बात से चिढ़ थी तो काँच की चूड़ियों से
  • जो सुंदरता काँच की चूड़ियों में होती है, लाख की चूड़ियों में कहाँ संभव है?
  • शहरं की बात और है लला वहाँ तो सभी कुछ होता है
  • नाजुक तो फिर होता ही है लला
  • कहा, जाओ शहर से ले आओअर्थ

(क) इस वाक्य से चूड़ी बनाने वाले बदलू की मनोदशा प्रकट होती हैवाक्य में काँच की चूड़ियों को मशीनी युग का प्रचलन बताया गया हैजिससे उस जैसे कारीगर का रोज़गार छिना जा रहा हैये चूड़ियाँ उसे अंदर-ही-अंदर दुख और पीड़ा पहुँचा रही हैं
(ख) काँच की चूड़ियों को लाख की चूड़ियों से अधिक सुंदर बताकर कारीगरी को भूलकर, बनावटी सुंदरता और चमक-दमक को महत्त्व देने वालों पर व्यंग्य किया गया हैयह वाक्य अपने में गहरा दर्द छिपाए हुए है
(ग) यहाँ शहरी संस्कृति पर व्यंग्य किया गया हैपाश्चात्य संस्कृति के नाम पर शहरी लोग हर अच्छी-बुरी बातें, आदतें तथा रिवाज अपनाते जा रहे हैं, पर गाँवों में वैसा उन्मुक्त वातावरण नहीं हैभले ही गाँवों को पिछड़ा कहा जाए
(घ) लोगों को कारीगरी तथा मजबूती नहीं चाहिएउन्हें बनावटी कोमलता पसंद हैयह कोमलता समय/असमय उन्हें भारी पड़ती जा रही है, पर इसकी फिक्र नहीं।
(ङ) इस वाक्य से बदलू के व्यक्तित्व की दृढ़ता प्रकट होती हैवह कम दाम पाने पर जमींदार जैसे व्यक्ति का प्रतिरोध कर सकता है, किंतु दबाव में आकर झुकता नहीं है

2. ‘बदलू’ कहानी की दृष्टि से पात्र हैं और भाषा की बात (व्याकरण) की दृष्टि से संज्ञा हैकिसी भी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, विचार अथवा भाव को संज्ञा कहते हैंसंज्ञा को तीन भेदों में बाँटा गया है (क) व्यक्तिवाचक संज्ञा,जैसे-लला, रज्जो, आम, काँच, गाय इत्यादि (ख) जातिवाचक संज्ञा, जैसे-चरित्र, स्वभाव, वजन, आकार आदि द्वारा जानी जाने वाली संज्ञा (ग) भाववाचक संज्ञा, जैसे-सुंदरता, नाजुक, प्रसन्नता इत्यादि जिसमें कोई व्यक्ति नहीं है और न आकार या वजन परंतु उसका अनुभव होता हैपाठ से तीनों प्रकार की संज्ञाएँ चुनकर लिखिए
उत्तर :
व्यक्तिवाचक संज्ञा-बदलू, जनार्दन, नीम, आम, रज्जो।
जातिवाचक संज्ञा-गाँव, बच्चे, मकान, शहर, वृक्ष, अनाज, नव-वधू, मरद, गाय, सड़क, चित्र, लड़की, स्कूल, जमींदार, घरवालीभाववाचक संज्ञा-महत्त्व, पढ़ाई, जिद, सुंदरता, व्यथा, शांति, व्यक्तित्व

3. गाँव की बोली में कई शब्दों के उच्चारण बदल जाते हैंकहानी में बदलू वक्त (समय) को बखत, उम्र (वय/आयु) को उमर कहता हैइस तरह के अन्य शब्दों को खोजिए जिनके रूप में परिवर्तन हुआ हो, अर्थ में नहीं
उत्तर :
मूल शब्द                        बदला हुआ रूप
मर्द                                        मरद
भैया                                       भइया
वक्त                                       बखत
उम्र                                        उमर
अंजुली                                    अंजलि

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NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 17 बाज और साँप

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Board CBSE
Textbook NCERT
Class Class 8
Subject Hindi Vasant
Chapter Chapter 17
Chapter Name बाज और साँप
Number of Questions Solved 13
Category NCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 17 बाज और साँप

प्रश्न-अभ्यास
(पाठ्यपुस्तक से)

शीर्षक और नायक

प्रश्न 1. लेखक ने इस कहानी का शीर्षक कहानी के दो पात्रों के आधार पर रखा हैलेखक ने इस कहानी के लिए बाज और साँप को ही क्यों चुना होगा? क्या यही कहानी किसी और पात्रों द्वारा भी कही जा सकती है? आपस में चर्चा कीजिए
उत्तर :
लेखक ने इस कहानी के लिए दो नायकों साँप और बाज का चयन इसलिए किया है; क्योंकि

  • बाज को जहाँ आकाश की असीम शून्यता से प्यार है वहीं साँप को अपने अंधकार युक्त खोखल से प्यार है
  • बाज साहस एवं वीरता का प्रतीक है जबकि साँप को कायरता का प्रतीक बताया गया है
  • बाज को आकाश में उड़ने की स्वतंत्रता से प्यार है जबकि साँप को खोखल तक सिमटा रहना ही पसंद है
  • बाज अंतिम घड़ी तक आकाश में उड़ पाने की अभिलाषा रखता है, जबकि साँप भूलकर भी दुबारा ऐसा नहीं करना चाहता है

इस कहानी को ‘शेर और बकरी के माध्यम से भी प्रस्तुत किया जा सकता हैइसका कारण शेर को जंगल की स्वच्छंदता पसंद है वही बकरी को उसका बाड़ाएक निर्भीक प्राणी है तो दूसरा कायर

कहानी से

प्रश्न 1. घायल होने के बाद भी बाज ने यह क्यों कहा, “मुझे कोई शिकायत नहीं है।” विचार प्रकट कीजिए
उत्तर :
घायल होने के बाद भी बाज ने कहा, “मुझे कोई शिकायत नहीं है क्योंकि उसने जिंदगी को जी भर कर जिया थाउसके शरीर में जब तक शक्ति थी उसने सभी सुख भोगे थेउसने अपने पंखों के दम पर दूर-दूर तक उड़ान भरी है तथा आकाश की असीम ऊँचाइयों को पंखों से नाप आया था।

प्रश्न 2. बाज जिंदगी भर आकाश में ही उड़ता रहा फिर घायल होने के बाद भी वह उड़ना क्यों चाहता था?
उत्तर :
बाज जिंदगी भर उड़ता रहा, फिर भी वह घायल होने पर भी उड़ना चाहता था क्योंकि

  • उसे आकाश की असीम शून्यता से प्यार था
  • वह आजीवन उड़ने से प्यार करता था और मरने तक ऐसा करना चाहता था
  • उसे आकाश में स्वच्छंद उड़ना पसंद था
  • उसने जिंदगी से हार नहीं मानी थी।
  • उसमें साहस तथा स्वतंत्रप्रियता थी

प्रश्न 3. साँप उड़ने की इच्छा को मूर्खतापूर्ण मानता थाफिर उसने उड़ने की कोशिश क्यों की?
उत्तर :
साँप उड़ने को मूर्खतापूर्ण मानता था, फिर भी उसने उड़ने की इसलिए कोशिश की क्योंकि उसने मृत्यु के निकट पहुँच चुके घायल बाज को उड़ने के लिए लालायित देखा थाउड़ने में असमर्थ बाज के मुँह से करुण चीख निकल रही थी कि उड़ न पाने की पीड़ा उसे अंदर तक सता रही हैउसकी उड़ने की असीम चाह देखकर साँप भी आकाश की असीम शून्यता को पाने के लिए लालायित हो उठीवह भी आकाश में छिपे खजाने का रहस्य पाने तथा उड़ान का स्वाद चखने के लिए बेकरार हो उठा

प्रश्न 4. बाज के लिए लहरों ने गीत क्यों गाया था?
उत्तर :
बाज के लिए लहरों ने इसलिए गीत गाया क्योंकि उसने शत्रुओं से बहादुरी से लड़ते हुए अपना कीमती रक्त बहाया थाघायल होने के बाद भी उसके उत्साह में जरा भी कमी नहीं आई थीवह आकाश की ऊँचाइयाँ पाना चाहता थाअपनी जान हथेली पर रखकर घायल बाज आसमान में उड़ान भरने को निकल पड़ाबाज के साहस, वीरता और बहादुरी से प्रभावित होकर ही लहरों ने गीत गाया।

प्रश्न 5. घायल बाज को देखकर साँप खुश क्यों हुआ होगा?
उत्तर :
घायल बाज को देखकर साँप इसलिए खुश हुआ होगा क्योंकि घायल बाज अब उसका अहित नहीं कर सकता हैअब उसे बाज से डरने की आवश्यकता नहीं हैजीवन भर निरीह एवं कमज़ोर प्राणियों तथा स्वयं उसका भी शिकार करने वाला बाज अब स्वयं असहाय अवस्था में पड़ा हैबाज शीघ्र ही मर जाएगाअपने स्वाभाविक शत्रु को मरणासन्न के निकट देखकर वह खुश हो रहा था।

कहानी से आगे

प्रश्न 1. कहानी में से वे पंक्तियाँ चुनकर लिखिए जिनसे स्वतंत्रता की प्रेरणा मिलती हो
उत्तर :
स्वतंत्रता की प्रेरणा देने वाली पंक्तियाँ –

  • दूर-दूर तक उड़ानें भरी हैं, आकाश की असीम ऊँचाइयों को पंखों से नाप आया हूँ
  • आह ! काश, मैं सिर्फ एक बार आकाश में उड़ पाता।
  • “यदि तुम्हें स्वतंत्रता इतनी प्यारी है तो इस चट्टान के किनारे से ऊपरक्यों नहीं उड़ने की कोशिश करते
  • उसने गहरी साँस ली और अपने पंख फैलाकर हवा में कूद पड़ा
  • कम-से-कम उस आकाश का स्वाद तो चख लूंगा
  • हमारा यह गीत उन साहसी लोगों के लिए है जो अपने प्राणों को हथेली पर लिए घूमते हैं
  • हमारा गीत ज़िंदगी के उन दीवानों के लिए है जो मर कर भी मृत्यु से नहीं डरते हैं

प्रश्न 2. लहरों को गीत सुनने के बाद साँप ने क्या सोचा होगा? क्या उसने फिर से उड़ने की कोशिश की होगी? अपनी कल्पना से आगे की कहानी पूरी कीजिए
उत्तर :
बाज की मृत्यु के बाद जब लहरों ने गीत गाया तो उस गीत को सुनने के बाद साँप में साहसपूर्ण जिंदगी जीने की प्रेरणा जाग उठी होगीउसके विचार बदले होंगे और उसने सोचा होगा कि यदि एक दिन मरना ही है तो क्यों न साहस से मरा जाएउसकी कायरता उड़न छू हो गई होगीसाँप ने दुबारा उड़ने की कोशिश की होगीउसने किाश की असीम ऊँचाइयाँ तथा विस्तार में उड़ने के लिए अपने शरीर को हवा में उछाल दिया होगाकहानी की पूर्ति – बाज की मृत्यु से अपने मन का चैन खो चुके साँप ने अपना शरीर हवा में उछाल तो दिया पर न उसके पंख थे और न उड़ने का ज्ञान साँप ने हिम्मत नहीं हारीआकाश की शून्यता एवं विस्तार उसमें जोश भर रहे थेसाँप ने पुनः आगे बढ़ने के लिए बल लगाया पर यह उड़ पाने के लिए काफी न था हाँ बल लगाकर शरीर उछालने के कारण वह इस बार चट्टान पर न गिरावह सरिता की धारा में गिरासरिता की सफेद फेन युक्त लहरों ने उसे अपने आँचल में बँक लिया, पर साँप ने जल्दी ही अपना फन धारा के ऊपर उठाया और तैरकर बाहर आ गयाअब साँप बहुत ही खुश था क्योंकि उसे उड़ने का नया अनुभव जो मिल चुका था

प्रश्न 3. क्या पक्षियों को उड़ते समय सचमुच आनंद का अनुभव होता होगा या स्वाभाविक कार्य में आनंद का अनुभव होता ही नहीं? विचार प्रकट कीजिए
उत्तर :
हाँ पक्षियों को उड़ान भरते समय सचमुच ही आनंद का अनुभव होता होगाप्रकृति ने उन्हें उड़ने के लिए ही पंख दिए हैंइन पंखों की मदद से उनकी उड़ने की प्रसन्नता देखते ही बनती है इसके अलावा यदि हम पिंजरे में बंद किसी पक्षी को उड़ा दें तो कितना खुश होकर उड़ता हैवह पिंजरे में सारी सुविधाएँ (भोजन, पानी और आश्रय) पाने पर भी उदास रहता हैलगता हैकि उसकी खुशियाँ कहीं खो गई हैंइसी पक्षी को जब मुक्त करते हैं तो उसकी खुशियाँ उसे वापस मिल जाती हैं, इसलिए उन्हें उड़ने में सचमुच आनंद का अनुभव होता होगाइसके अलावा पक्षियों को अपने घोंसले के लिए तिनका जुटाने, बच्चों के लिए भोजन लाने आदि स्वाभाविक कार्य में भी आनंद का अनुभव होता है

प्रश्न 4. मानव ने भी हमेशा पक्षियों की तरह उड़ने की इच्छा की हैआज मनुष्य उड़ने की इच्छा किन साधनों से पूरी करता है?
उत्तर :
मनुष्य ने आदिकाल से पक्षियों की तरह उड़ने की इच्छा मन में सँजो रखी थी।
अपनी इस इच्छा को पूरा करने के लिए नाना प्रकार के प्रयोग किएइन प्रयोगों को करते समय बहुतों को जान गॅवानी पड़ी पर आज परिणाम सामने हैंउसने आकाश में उड़ान भरने वाले अनेक साधन हेलीकॉप्टर, रॉकेट, वायुयान आदि का आविष्कार कर लियाआज मनुष्य अपनी उड़ने की इच्छा हेलीकॉप्टर, वायुयान, रॉकेट, ग्लाइडर,
सुपरसोनिक विमान आदि के माध्यम से पूरी करता है

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1. यदि इस कहानी के पात्र बाज और साँप न होकर कोई और होते तब कहानी कैसी होती? अपनी कल्पना से लिखिए
उत्तर :
छात्र अपनी कल्पना से लिखें।

भाषा की बात

प्रश्न 1. कहानी में से अपनी पसंद के पाँच मुहावरे चुनकर उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए
उत्तर :

कहानी से लिए गए पाँच मुहावरे और वाक्य-प्रयोग।

1. आँखें चमक उठना      –    सुमन को आता देख मेरी आँखें चमक उठीं
2. अंतिम साँस गिनना      –   फैक्ट्री के विस्फोट में बीस लोग घायल हुए थेउनमें से कई अंतिम साँसें गिन रहे थे
3. मन में आशा जागना     –   देर से ही सही, बरसात होने पर किसानों के मन में आशा जाग उठी
4. आँखों से ओझल होना   –   सूरज निकला और मोती-सी चमकती ओस की बूंदें आँखों से ओझल होने लगीं
5. कसर बाकी न रखना    –    आई.ए.एस. बनने के लिए उसने कोई कसर बाकी नहीं रखी है

प्रश्न 2. “आरामदेह’ शब्द में ‘देह’ प्रत्यय है‘देह’ ‘देने वाला’ के अर्थ में प्रयुक्त होता हैदेने वाला के अर्थ में ‘द’, ‘प्रद’, ‘दाता’, ‘दाई’ आदि का प्रयोग भी होता है, जैसे-सुखद, सुखदाता, सुखदाई, सुखप्रद उपर्युक्त समानार्थी प्रत्ययों को लेकर दो-दो शब्द बनाइए
उत्तर :
प्रत्यय               प्रत्यय युक्त नए शब्द

द                         सुखद, दुखद
प्रद                    हानिप्रद, लाभप्रद
दाता               आश्रयदाता, मुक्तिदाता
दाई                   दुखदाई, फलदाई

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NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Chapter 7 A Visit to Cambridge

NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Chapter 7 A Visit to Cambridge are part of NCERT Solutions for Class 8 English. Here we have given NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Chapter 7 A Visit to Cambridge

Board CBSE
Textbook NCERT
Class Class 8
Subject English Honeydew
Chapter Chapter 7
Chapter Name A Visit to Cambridge
Category NCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Chapter 7 A Visit to Cambridge

IMPORTANT PASSAGES FOR COMPREHENSION

Read the following extracts and answer the questions that follow choosing the correct options among the given ones :

I. The only thing that makes you stronger is seeing somebody like you, achieving something huge. Then you know how much is possible and you reach out further than you ever thought you could. (Page 101)

Multiple Choice Questions
1. The speaker in these lines is talking of
(a) himself
(b) Stephen Hawking
(c) Hawking’s assistant
(d) disabled people.

2. One feels inspired and confident when one finds someone in the same or worse circumstances
(a) needing his help
(b) living a decent life
(c) doing something great
(d) earning much money.

3. The phrase ‘reach out’ means
(a) walk
(b) move your hand
(c) go out
(d) try to get.

Answers
1. (d) disabled people
2. (c) doing something great
3. (d) try to get

II. Every time I shifted in my chair or turned my wrist to watch the time—I wanted to make every one of our thirty minutes count—I felt a huge relief and exhilaration in the possibilities of my body. How little it mattered then that I would never walk, or even stand. (Page 102)

Questions
1. Why was the author looking at his watch so often ?
2. Why did he feel relief and exhilaration ?
3. Explain the meaning of the last sentence.

Answers
1. The author had been granted only thirty minutes to talk to Hawking. He wanted to make full use of each minute.

2. The author was a disabled person. However, there was before him a totally invalid person— Hawking. Yet this invalid had reached great heights. So the author was pleased to see that his limbs were much better than that of Hawking. He thought if Hawking could do so much with his body, he (the author) could do much more.

3. The thought that he could not walk or stand did not cause any sorrow now. After all people with weaker bodies have done much useful work in life. He had realised it after meeting Hawking.

III. “I know what you mean.” I remembered the years I’d spent trying to play a Spanish guitar considerably larger than I was ; and how gleefully I had unstringed it one night. (Page 103)

Multiple Choice Questions
1. The speaker of the above lines is
(a) Firdaus Kanga
(b) Hawking
(c) Hawking’s assistant
(d) Newton.

2. ‘You’ in the passage refers to
(a) Firdaus Kanga
(b) Hawking
(c) Hawking’s assistant
(d) Newton.

3. What did the speaker gleefully do ?
(a) he played on the guitar
(b) he threw the guitar away
(c) he broke the strings of the guitar
(d) he became quiet.

Answers
1. (a) Firdaus Kanga
2. (b) Hawking
3. (c) he broke the strings of the guitar

TEXTUAL EXERCISES

COMPREHENSION CHECK (Page 104)
Which is the right sentence ?

1. “Cambridge was my metaphor for England.” To the writer,
(i) Cambridge was a reputed university in England.
(ii) England was famous for Cambridge.
(iii) Cambridge was the real England.

2. The writer phoned Stephen Hawking’s house
(i) from the nearest phone booth.
(ii) from outside a phone booth.
(iii) from inside a phone booth.

3. Every time he spoke to the scientist, the writer felt guilty because
(i) he wasn’t sure what he wanted to ask.
(ii) he forced the scientist to use his voice synthesiser.
(iii) he was face to face with a legend.

4. “I felt a huge relief…in the possibilities of my body.” In the given context, the highlighted words refer to
(i) shifting in the wheelchair, turning the wrist.
(ii) standing up, walking.
(iii) speaking, writing.

Answers
1. (iii)
2. (ii)
3. (ii)
4. (i).

WORKING WITH THE TEXT (Page 104)
Answer the following questions :

Question. 1.
(i) Did the prospect of meeting Stephen Hawking make the writer nervous ? If so, why ?
(ii) Did he at the same time feel very excited ? If so, why ?

Answer:
(i) Yes, the prospect of meeting Stephen Hawking made the writer nervous. He was doubtful whether he would be allowed to meet him even for ten minutes,
(ii) At the same time, the writer felt very excited. It was because he was allowed to meet Professor Stephen Hawking for half an hour.

Question. 2.
Guess the first question put to the scientist by the writer.

Answer:
The first question was how he felt when someone asked him to be brave.

Question. 3.
Stephen Hawking said, “I’ve had no choice.” Does the writer think there was a choice ? What was it ?

Answer:
Yes, the writer thinks there was a choice. It was to live creatively with the reality of one’s disintegrating body. This was Hawking’s choice. He had refused to lead a dull life of an inactive disabled person.

Question. 4.
“I could feel his anguish.” What could be the anguish ?

Answer:
The anguish was that his pale fingers and eyes were frustrated in exhaustion. He could not express himself freely though ideas were floating in his mind.

Question. 5.
What endeared the scientist to the writer so that he said he was looking at one of the most beautiful men in the world ?

Answer:
The scientist’s one-way smile endeared him to the writer. So he said he was looking at one of the most beautiful men in the world.

Question. 6.
Read aloud the description of ‘the beautiful’ man. Which is the most beautiful sentence in the description ?

Answer:
“Before you, like a lantern whose walls are worn so thin you glimpse only the light inside is the incandescence of a man.”

Question. 7.
(i) If ‘the lantern’ is the man, what would its ‘walls’ be ?
(ii) What is housed within the thin walls ?
(iii) What general conclusion does the writer draw from this comparison ?

Answer:
(i) If ‘the lantern’ is the man, its ‘walls’ would be the skeleton-like physical structure.
(ii) The light/glow of the eternal soul is housed within the thin walls.
(iii) From this comparison, the writer draws the general conclusion that ‘It is not the body but the eternal soul that matters’.

Question. 8.
What is the scientist’s message for the disabled ?

Answer:
The disabled should concentrate on what they are good at. It is foolish to waste time in imitating the normal people.

Question. 9.
Why does the writer refer to the guitar incident ? Which idea does it support ?

Answer:
The writer spent many years trying to play a Spanish guitar considerably larger than he was. One night, he unstringed it very joyfully.

It supports the idea that things like the disabled Olympics are a waste of time. One should practise only what one is good at.

Question. 10.
The writer expresses his great gratitude to Stephen Hawking. What is the gratitude for ?

Answer:
Stephen Hawking spared time for the writer. After meeting him the author felt much inspired. He felt that he had met the greatest and best disabled person on earth. Therefore, the writer expresses his great gratitude to Stephen Hawking.

Question. 11.
Complete the following sentences taking their appropriate parts from both the boxes below.
(i) There was his assistant on the line …
(ii) You get fed up with people asking you to be brave, …
(iii) There he was, …
(iv) You look at his eyes which can speak, …
(v) It doesn’t do much good to know …
A
• tapping at a little switch in his hand
• and I told him
• that there are people
• as if you have a courage account
• and they are saying something huge and urgent
B
• trying to find the words on his computer.
• I had come in a wheelchair from India.
• on which you are too lazy to draw a cheque.
• smiling with admiration to see you breathing still.
• it is hard to tell what.

Answer:
(i) and I told him I had come in a wheelchair from India.
(ii) as if you have a courage account, on which you are too lazy to draw a cheque.
(iii) tapping at a little switch in his hand, trying to find the words on his com-puter.
(iv) and they are saying something huge and urgent—it is hard to tell what.
(v) that there are people smiling with admiration to see you breathing still.

WORKING WITH LANGUAGE (Page 106)
Question 1.
Fill in the blanks in the sentences below using the appropriate forms of the words given in the following box.

  • guide
  • succeed
  • chair
  • travel
  • pale
  • draw
  • true

(i) I met a___from an antique land.
(ii) I need special___in mathematics. I can’t count the number of times I have failed in the subject.
(iii) The guide called Stephen Hawking a worthy___to Issac Newton.
(iv) His other problems___into insignificance beside this unforeseen mishap.
(v) The meeting was___by the youngest member of the board.
(vi) Some people say ‘yours ___’ when they informally refer to themselves.
(vii) I wish it had been a____match. We would have been spared the noise of celebrations, at least.

Answers
(i) traveller
(ii) guidance
(iii) successor
(iv) paled
(v) chaired
(vi) truly
(vii) drawn.

Question 2.
Look at the following words.

  • Walk
  • Stick

Can you create a meaningful phrase using both these words ?
(It is simple. Add -ing to the verb and use it before the noun. Put an article at the beginning.)
..a walking stick

Now make six such phrases using the words given in the box.

  • read / session
  • smile / face
  • revolve / chair
  • walk / tour
  • dance / doll
  • win / chance

Answers
(i) a reading session
(ii) a smiling face
(iii) a revolving chair
(iv) a walking tour
(v) a dancing doll
(vi) a winning chance

Question 3.
Use all or both in the blanks. Tell your partner why you chose one or the other.
(i) He has two brothers ____are lawyers.
(ii) More than ten persons called.___of them wanted to see you.
(iii) They____cheered the team.
(iv) ___her parents are teachers.
(v) How much have you got ? Give me___of it.

Answers
(i) He has two brothers. Both are lawyers.
(ii) More than ten persons called. All of them wanted to see you.
(iii) They all cheered the team.
(iv) Both her parents are teachers.
(v) How much have you got ? Give me all of it.

Explanation
Both ‘means’ two out of two’.
‘All’ means ‘every-one (everything) out of more than ‘two’.

Question 4.
Complete each sentence using the right form of the adjective given in brackets.
(i) My friend has one of the___cars on the road. (fast)
(ii) This is the___story I have ever read. (interesting)
(iii) What you are doing now is___than what you did yesterday. (easy)
(iv) Ramesh and his wife are both___. (short)
(v) He arrived___as usual. Even the chief guest came___than he did. (late, early)

Answers
(i) My friend has one of the fastest cars on the road.
(ii) This is the most interesting story I have ever read.
(iii) What you are doing now is easier than what you did yesterday.
(iv) Ramesh and his wife are both short.
(v) He arrived late as usual. Even the chief guest came earlier than he did.

SPEAKING AND WRITING (Page 107)

Question 1.
Say the following words with correct stress. Pronounce the parts given in color loudly and clearly.
NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Chapter 7 A Visit to Cambridge 107.1

  •  In a word having more than one syllable, the stressed syllable is the one that is more prominent than the other syllable(s)
  • A word has as many syllables as it has vowels, man (one syllable)
    man’ner (two syllables)
  • The mark (‘) indicates that the first syllable in ‘manner’ is more prominent than the other.

Answer
Attempt yourself.

Question 2.
Underline stressed syllables in the following words. Consult the dictionary or ask the teacher if necessary.
NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Chapter 7 A Visit to Cambridge 107.2

Answer
NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Chapter 7 A Visit to Cambridge 107.2.1

Question 3.
Writing a notice for the School Notice Board.

Step 1
Discuss why notices are put up on the notice board.
What kinds of ‘notices’ have you lately seen on the board ?
How is a notice different from a letter or a descriptive paragraph ?

Step 2
Suppose you have lost or found something on the campus.
What have you lost or found ?
You want to write a notice about it. If you have lost something, you want it restored to you in case someone has found it. If you have found something, you want to return it to its owner.

Step 3
Write a few lines describing the object you have lost or found. Mention the purpose of the notice in clear terms. Also write your name, class, section and date.

Step 4
Let one member of each group read aloud the notice to the entire class.
Compare your notice with the other notices, and make changes, if necessary, with the help of the teacher.

Or

Imagine that you are a journalist.
You have been asked to interview the president of the village panchayat.
Write eight to ten questions you wish to ask.
The questions should elicit comments as well as plans regarding water and electricity, cleanliness and school education in the village.

Answers

ABC SCHOOL
NOTICE
LOST—LOST—LOST

25 May 2014
I have lost my book titled Golden English Guide. I lost it somewhere in the school premises. The founder is requested kindly to give it back to me. I shall be very grateful.
Ram Manohar
Class VIII A

Or

An Interview with the President of the Village Panchayat.

Journalist : How many houses are there in your village ?
Sarpanch : There are about two hundred houses in our village.
Journalist : How many schools are there in it ?
Sarpanch : There is only one Primary School in it.
Journalist : How many boys and girls study in it ?
Sarpanch : About a hundred boys study in it. No girls study there.
Journalist : Where do you hold your general meetings and when ?
Sarpanch : We hold our general meetings in the school building on Sundays and other holidays.
Journalist : How many voters are there in this village ?
Sarpanch : There are about four hundred voters in this village.
Journalist : Do you use well-water or tap-water for drinking ?
Sarpanch : We use the water of the well for drinking.
Journalist : Is your village electrified ?
Sarpanch : No. We use kerosene oil lamps to light our houses.
Journalist : Where do you purchase milk from ?
Sarpanch : We get milk from our buffaloes, cows and goats

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NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 15 सूर के पद

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Board CBSE
Textbook NCERT
Class Class 8
Subject Hindi Vasant
Chapter Chapter 15
Chapter Name सूर के पद
Number of Questions Solved 12
Category NCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 15 सूर के पद

प्रश्न-अभ्यास
(पाठ्यपुस्तक से)

पदों से

प्रश्न 1. बालक श्रीकृष्ण किस लोभ के कारण दूध पीने के लिए तैयार हुए?
उत्तर :
माता यशोदा कृष्ण से बार-बार कहती थी कि दूध पीने से तुम्हारी चोटी बलराम की चोटी की तरह लंबी, बड़ी और मोटी हो जाएगीकृष्ण अपनी चोटी को बड़ी होते देखना चाहते थे, इसी लोभ के कारण वे दूध पीने को तैयार हो गए थे

प्रश्न 2. श्रीकृष्ण अपनी चोटी के विषय में क्या-क्या सोच रहे थे?
उत्तर :
श्रीकृष्ण अपनी चोटी के बारे में सोचते थे कि बार-बार लगातार दूध पीने पर भी यह छोटी ही रह गई हैदूध पीते रहने से यह मोटी और लंबी हो जाएगीबार-बार बालों में कंघी करने गूथने आदि से यह बड़ी हो जाएगी

प्रश्न 3. दूध की तुलना में श्रीकृष्ण कौन-से खाद्य पदार्थ को अधिक पसंद करते हैं?
उत्तर :
दूध की तुलना में श्रीकृष्ण माखन और रोटी अधिक पसंद करते थे

प्रश्न 4. ‘तें ही पूत अनोखौ जायौ’ – पंक्तियों में ग्वालन के मन के कौन-से भाव मुखरित हो रहे हैं?
उत्तर :
इस पंक्ति में गोपी के मन के अनेक भाव मुखरित हो रहे हैं

  • बार-बार शिकायत करने के बाद भी यशोदा कुछ नहीं करती हैं
  • यशोदा ने शायद अनोखा पुत्र जन्म दिया है, जो शरारतें करने से बाज़ नहीं आता है
  • वह मक्खन, दूध-दही आदि जमीन पर बिखरा देता है।
  • अपनी शरारतों में वह अपने साथियों को भी शामिल कर लेता है

प्रश्न 5. मक्खन चुराते और खाते समय श्रीकृष्ण थोड़ा-सा मक्खन बिखरा क्यों देते हैं?
उत्तर :
मक्खन चुराते और खाते समय श्रीकृष्ण थोड़ा सा मक्खन बिखरा देते थेऐसा वे जानबूझकर नहीं करते थेकृष्ण छोटे थेमक्खन चुराने की जल्दबाजी तथा साथियों को मक्खन देते समय ऐसा हो जाता था

प्रश्न 6. दोनों पदों में से आपको कौन-सा पद अधिक अच्छा लगा और क्यों?
उत्तर :
दोनों पदों में मुझे दूसरा पद अधिक अच्छा लगा क्योंकि कृष्ण अपनी बालसुलभ आदतों के कारण माखन की चोरी करते हैं तथा गोपिका उनकी शिकायत माता यशोदा से करती है तथा अंत में कह देती है कि ‘तै ही पूत अनोखौ जायौ’ उसका यह कथन अत्यंत प्रासंगिक बन गया है

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1. दूसरे पद को पढ़कर बताइए कि आपके अनुसार उस समय श्रीकष्ण की उम्र क्या रही होगी?
उत्तर :
दूसरे पद को पढ़ने से ज्ञात होता है कि उस समय कृष्ण की उम्र आठ-नौ वर्ष के करीब होगीऊखल की सहायता से छींके तक पहुँचना, दही, मक्खन आदि जमीन पर बिखराना, साथियों को खिलाना आदि के माध्यम से उनके उम्र का अनुमान लगता है।

प्रश्न 2. ऐसा हुआ हो कभी कि माँ के मना करने पर भी घर में उपलब्ध किसी स्वादिष्ट वस्तु को आपने चुपके-चुपके थोड़ा-बहुत खा लिया हो और चोरी पकड़े जाने पर कोई बहाना भी बनाया होअपनी आपबीती की तुलना श्रीकृष्ण की बाल लीला से कीजिए
उत्तर :
मुझे चॉकलेट खाना बहुत पसंद हैमेरे चचेरे भाई का जन्मदिन थाउसी की तैयारी के लिए सामान लाया जा रहा थामाँ ने फ्रिज में दूध रखने के लिए मुझसे कहा, पर यह भी कह दिया कि उसमें रखी चॉकलेट हम सभी शाम को खाएँगेयह जन्मदिन के अवसर पर सभी में बाँटी जाएगीउस समय तो मैं दूध रखकर आ गया, पर मेरा सारा ध्यान उन्हीं चॉकलेटों में लगा थादोपहर में मम्मी की आँख लग गई और मुझे मौका मिल गयामैंने तीन चॉकलेट निकाल लिए और खाकर उनका कागज बाहर फेंक आया पर पता नहीं एक टुकड़ा कैसे जेब में रह गयामाँ ने शाम को जब चॉकलेट कम मिले तो उन्होंने सबसे पहले मेरी जेब टटोलीउनके हाथ वह कागज लग गया और मेरी चोरी पकड़ी गईमैंने बताया कि यह तो कल की खाई चॉकलेट का कागज है पर मेरा बहाना काम न आयामुझे पापा की डाँट खानी पड़ी

प्रश्न 3. किसी ऐसी घटना के विषय में लिखिए जब किसी ने आपकी शिकायत की हो और फिर आपके किसी अभिभावक (माता-पिता, बड़ा भाई-बहिन इत्यादि) ने आपसे उत्तर माँगा हो
उत्तर :
मेरे माता-पिता अभी मोटर साइकिल को हाथ लगाने से मना करते हैं, जबकि
मेरे मित्र को तथा मुझे मोटर साइकिल तेज चलाना पसंद हैएक रविवार को मैं उसकी मोटर साइकिल पर उसे बिठाकर जा रहा थामैंने अपने मित्र से कहा कि अभी उस मोटर साइकिल का ओवरटेक करता हूँ, कह कर मैंने स्पीड बढ़ा दीमैंने वह मोटर साइकिल ओवरटेक कर दी पर थोड़ी ही दूर जाने पर उसके चालक ने मुझे ओवरटेक करके रोका उसे देखा तो पसीना आ गया, क्योंकि यह तो पापा के मित्र थेउन्होंने यह बात पापा को बताईशाम
को घर पर डाँट पड़ीमैंने भविष्य में ऐसा न करने का वायदा किया

भाषा की बात

प्रश्न 1. श्रीकृष्ण गोपियों को माखन चुरा-चुराकर खाते थे इसलिए उन्हें माखन चुराने वाला भी कहा गया हैइसके लिए एक शब्द दीजिए
उत्तर :
माखन चोर।

प्रश्न 2. श्रीकृष्ण के लिए पाँच पर्यायवाची शब्द लिखिए
उत्तर :
श्रीकृष्ण के लिए पाँच पर्यायवाची शब्द – श्याम, गोपाल, गिरधर, मुरलीधर, वंशीधर, कान्हा, मोहन, माखनचोर।

प्रश्न 3. कुछ शब्द परस्पर मिलते-जुलते अर्थवाले होते हैं, उन्हें पर्यायवाची कहते हैं। और कुछ विपरीत अर्थवाले भी । समानार्थी शब्द पर्यायवाची कहे जाते हैं और विपरीतार्थक शब्द विलोम; जैसे –
NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 15 सूर के पद 1
पाठों से दोनों प्रकार के शब्दों को खोजकर लिखिए।
उत्तर :
‘सूरदास के पद’ पाठ से दोनों प्रकार के कुछ शब्द नीचे दिए जा रहे हैं –
NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 15 सूर के पद 2

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NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 7 क्या निराश हुआ जाए

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 7 क्या निराश हुआ जाए are part of NCERT Solutions for Class 8 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 7 क्या निराश हुआ जाए.

Board CBSE
Textbook NCERT
Class Class 8
Subject Hindi Vasant
Chapter Chapter 7
Chapter Name क्या निराश हुआ जाए
Number of Questions Solved 13
Category NCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 7 क्या निराश हुआ जाए

प्रश्न-अभ्यास
(पाठ्यपुस्तक से)

आपके विचार से

प्रश्न 1. लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है फिर भी वह निराश नहीं हैआपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है?
उत्तर :
लेखक द्वारा इस तथ्य को स्वीकार करने के बाद भी कि उसने लोगों से धोखा खाया है, फिर भी वह निराश नहीं है, क्योंकि
(क) लेखक जीवन के प्रति आशावादी दृष्टिकोण रखने वाला व्यक्ति है
(ख) वह ठगे जाने या धोखा खाने जैसी घटनाओं का बहुत कम हिसाब रखता है
(ग) उसके हाथ छल-कपट जैसी घटनाएँ हुई हैं, पर विश्वासघात नहीं या बहुत कम हुआ है
(घ) लेखक के साथ ऐसी बहुत-सी घटनाएँ हुई हैं जब लोगों ने अकारण ही उसकी मदद की है

प्रश्न 2. समाचार-पत्रों, पत्रिकाओं और टेलीविज़न पर आपने ऐसी अनेक घटनाएँ देखी-सुनी होंगी जिनमें लोगों ने बिना किसी लालच के दूसरों की सहायता की हो या ईमानदारी से काम किया होऐसे समाचार तथा लेख एकत्रित करें और कम-से-कम दो घटनाओं पर अपनी टिप्पणी लिखें।
उत्तर :
ऐसे दो समाचार जिसमें ईमानदारी तथा बिना लालच के दूसरों के लिए काम किया गया है
1. अड़चनें भी डिगा नहीं पाईं शिक्षिका का हौसला-सहयोगियों का मिला भरपूर सहयोग(नोएडा) जहाँ एक ओर शिक्षा का व्यापार करके लोग रात-दिन अपनी जेब भरने में व्यस्त हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो तमाम अड़चनों के बावजूद मानसिक व शारीरिक रूप से असहाय बच्चों की सेवा करते हुए उनके जीवन में ज्ञान की रोशनी फैला रहे हैंऐसी ही शिक्षिका हैंसलारपुर स्थित बचपन डे केयर की सीमा पांडे।

दिसंबर, 2006 में लखनऊ निदेशालय, विकलांग विभाग की ओर से स्थापित बचपन डे केयर में सीमा ने बतौर शिक्षिका काम शुरू किया थाउस समय वहां एक कोआर्डिनेटर और दो अन्य शिक्षिकाएँ भी कार्यरत थीं लेकिन वर्ष 2007 से फंड की कमी और लखनऊ निदेशालय की ओर से सेंटर को बंद किए जाने के आदेश के बाद धीरे-धीरे अन्य स्टाफ नौकरी छोड़ गया सीमा ने हिम्मत नहीं हारी, मानसिक व शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों के हक को लेकर वे विभागीय अधिकारियों के सामने भी डटकर खड़ी हो गईंतब से वे अकेले ही शिक्षिका व प्रभारी का कार्य संभालते हुए 25 से अधिक बच्चों के जीवन में ज्ञान की ज्योति जला रही हैंयह सीमा और उनके सहयोगियों का साहस ही था कि उनके निरंतर प्रयास से विभाग के डायरेक्टर ए.के. बरनवाल ने 2008-09 तक सेंटर चलाने की लिखित अनुमति दे दीसीमा बताती हैंकि डायरेक्टर के आदेश के आधार पर उन्होंने बैंक में जमा फंड में से सेंटर और वाहन के किराए का भुगतान कर दिया लेकिन कुछ विभागीय अधिकारीफंड होते हुए भी बच्चों पर खर्च किए जाने वाली राशि के आवंटन में रोड़े अटका रहे हैंअब अधिकारियों ने सेंटर बंद कराने का नया दाँव खेला हैपिछले सात महीने से पूरे स्टाफ की तनख्वाह यह कहकर रोकी हुई है कि जो पैसा सेंटर और वाहन के किराए में खर्च हुआ है उसके बदले में तनख्वाह काटी जा रही है।

इसके बावजूद सीमा सहित अन्य स्टाफ पूरी निष्ठा के साथ बच्चों की देखभाल में व्यस्त हैंसीमा का कहना है कि इन बच्चों को पढ़ाने और इनकी देखभाल करने से एक अलग सुकून मिलता है और जितना हो सकेगा, मैं इन बच्चों के लिए प्रयास करूंगी

2. गरीब बच्चों के लिए समर्पित जीवन – नोएडा के सेक्टर-12 में पिछले 19 वर्षों से एक महिला शिक्षक अनाथ व गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रही हैशिक्षा देने वाली इस महिला ने बच्चों की खातिर अपना घर तक नहीं बसायाहर साल यहाँ पर आने वाले अनाथ बच्चों को साक्षर बनाना उनके जीवन का उद्देश्य बन गया है।

शिक्षक होने के बावजूद भी उनके प्रेम, लगाव और व्यवहार की वजह से ही बच्चे उन्हें ‘माँ’ कहते हैं37 अनाथ बच्चों के इस बसेरे को बसाने वाली और बच्चों को शिक्षा दे रहीं अंजना राजगोपाल ने अभी तक शादी नहीं कीयह प्रेरणा औरों के लिए भी काम कर गई।

आज गरीब और बेसहारा के लिए साईं कृपा की ओर से सेक्टर-41 और सेक्टर-135 में स्कूल चलाया जा रहा है, जिसमें आने वाले सभी 18 शिक्षक बिना किसी पारिश्रमिक के बच्चों को पढ़ा रहे हैंहिंदुस्तान दैनिक 05 सितंबर 2009 दिल्ली संस्करण टिप्पणी-(समाचार 1 हेतु)

इस समाचार को पढ़कर हमारे मन में उन बच्चों की शिक्षा के प्रति जागरूकता उत्पन्न होती है जो किसी कारण से स्कूल नहीं जा पा रहे हैंहमें उनकी शिक्षा हेतु सार्थक कदम ‘विद्यादान महादान’ वाली कहावत चरितार्थ करना चाहिए

टिप्पणी  (समाचार नं 2 हेतु)-इस समाचार पत्र को पढ़कर अंजना राजगोपाल का त्याग एवं समर्पण के प्रति मन श्रद्धानत हो जाता हैहमें भी इस तरह के कार्य करने के लिए आगे आना चाहिए।

प्रश्न 3. लेखक ने अपने जीवन की दो घटनाओं में रेलवे टिकट बाबू और बस कंडक्टर की अच्छाई और ईमानदारी की बात बताई हैआप भी अपने या अपने किसी परिचित के साथ हुई किसी घटना के बारे में बताइए जिसमें किसी ने बिना किसी स्वार्थ के भलाई, ईमानदारी और अच्छाई के कार्य किए हों
उत्तर :
आज समाचार-पत्रों में नकारात्मक घटनाओं-हिंसा, लूट, मार-पीट आदि की घटनाओं को प्रमुखता से तथा बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत किया जाता हैइन समाचार-पत्रों में किसी की नि:स्वार्थ भलाई करने की घटनाएँ कभी-कभी ही छपती हैंऐसा नहीं कि समाज में ऐसी घटनाएँ घटती ही नहीं हैऐसी घटनाएँ होती तो हैं, पर वे यदा-कदा ही प्रकाश में आ पाती हैंऐसी ही एक घटना का वर्णन मैं कर रहा हूँ जो सत्य है तथा मेरे आसपास से ही जुड़ी है।

प्रतिभा कब, कहाँ, किस रूप में पैदा हो जाती है, इसका अनुमान लगाना कठिन हैमेरे पिताजी के एक मित्र हैं जो खेती करके अपना गुजारा मुश्किल

से कर पाते हैंउनका बड़ा बेटा शुरू से ही पढ़ाई में बड़ा होनहार हैदसवीं में उसने 90% से अधिक अंक प्राप्त किएग्यारहवीं में विज्ञान विषय से अपनी पढ़ाई शुरू कर दीविज्ञान की पढ़ाई खेती के सहारे पूरी करा पाना संभव न था, फिर भी जैसे-तैसे तथा छात्रवृत्तियों के सहारे उसने बारहवीं की परीक्षा 92% अंकों से उत्तीर्ण कीआई.आई.टी.की परीक्षा के लिए उसने फार्म भर दिया थाउसका चयन भी हो गया, पर उसके पिताजी आई.आई.टी. की फीस देने में सर्वथा असमर्थ थेबच्चे के भविष्य का सवाल थामेरे पिताजी ने अपने एक एन.आर.आई. मित्र से फोन पर इस बारे में बात कीसारी बातें जानकर उन्होंने आई.आई.टी.का सारा खर्च उठाने की जिम्मेदारी लेते हुए एक लाख रुपये पिताजी के पास भेज दिये, जिसे लेकर पिताजी उसका प्रवेश दिलाने चले गएसंयोग की बात है कि उसका साढे चार साल का पाठ्यक्रम पूरा होने से पहले ही अमरीका की एक कंपनी ने अच्छा वेतन देते हुए उसका चयन कर लियाआज वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर है किंतु अपने घरवालों के साथ पिताजी और उनके मित्र के इस भलाई के कार्य हेतु कृतज्ञतापूर्वक याद करता है।

पर्दाफ़ाश

प्रश्न 1. दोषों का पर्दाफाश करना कब बुरा रूप ले सकता है?
उत्तर :
दोषों का पर्दाफ़ाश करना तब बुरा रूप ले लेता है जब उसका उद्देश्य केवल आलोचना करते हुए मजाक उड़ाना ही रह गया होइस पर्दाफ़ाश के पीछे किसी के दोष को सुधारने का उद्देश्य न होकर उसकी बदनामी कराना होइसके अलावा इस पर्दाफ़ाश के पीछे किसी की भलाई का लक्ष्य न हो, किसी संस्था या प्रतिष्ठान को बदनाम करना हो, सत्यता को बिना जाने-समझे लोगों के सामने लाना, अपनी निजी वैमनस्यता या बदला लेने की भावना हो तथा स्वयं की महत्त्वाकांक्षा की पूर्ति करने की इच्छा हो तथा अपने चैनल आदि की प्रसिधि बढ़ानी हो

प्रश्न 2. आजकल के बहुत से समाचार पत्र या समाचार चैनल ‘दोषों का पर्दाफाश कर रहे हैंइस प्रकार के समाचारों और कार्यक्रमों की सार्थकता पर तर्क सहित विचार लिखिए?
उत्तर :
आजकल बहुत से समाचार पत्र या समाचार चैनल दोषों का पर्दाफाश कर रहे हैंइस तरह के कार्यक्रमों की सार्थकता है क्योंकि इनको पढ़कर या देखकर व्यक्ति जागरूक हो जाएँवे अपराधियों या दोषियों से बच सकें तथा अपने आसपास घटनाओं की पुनरावृत्ति न होने देंइन कार्यक्रमों की सार्थकता तभी है जब इन पर्दाफाश करने वाले कार्यक्रमों के पीछे सच्चाई, ईमानदारी तथा जनकल्याण की भावना छिपी होयदि इनके पीछे स्वार्थ, धनोपार्जन या चैनलों की प्रसिधि बढ़ाने की लालसा छिपी हो तो इन कार्यक्रमों की कोई सार्थकता नहीं है।

कारण बताइए

प्रश्न 1. निम्नलिखित के संभावित परिणाम क्या-क्या हो सकते हैं? आपस में चर्चा कीजिए, जैसे – “ईमानदारी को मूर्खता का पर्याय समझा जाने लगा है।” परिणाम-भ्रष्टाचार बढ़ेगा

  1. “सच्चाई केवल भीरु और बेबस लोगों के हिस्से पड़ी है।” ………………..
  2. “झूठ और फरेब का रोज़गार करनेवाले फल-फूल रहे हैं।” ………………..
  3. “हर आदमी दोषी अधिक दिख रहा है, गुणी कम।” ………………..

उत्तर :

  1. परिणाम-लोगों की सच्चाई में आस्था नहीं रह जाएगीचारों ओर झूठ का बोलबाला होगा
  2. परिणाम-ईमानदारी लुप्त होती जाएगी तथा भ्रष्टाचार बढ़ेगा
  3. परिणाम-लोग एक-दूसरे पर विश्वास नहीं करेंगेसच्चे व्यक्ति पर भी विश्वास करना कठिन हो जाएगा

दो लेखक और बस यात्रा।

आपने इस लेख में एक बस की यात्रा के बारे में पढ़ाइससे पहले भी आप एक बस यात्रा के बारे में पढ़ चुके हैंयदि दोनों बस-यात्राओं के लेखक आपस में मिलते तो एक-दूसरे को कौन-कौन सी बातें बताते? अपनी कल्पना से उनकी बातचीत लिखिए
उत्तर :
दो लेखक और बस यात्रा-इससे पहले पाठ में लेखक हरिशंकर परसाई द्वारा अपनी बस यात्रा का वर्णन किया गया हैजिसमें बस खराब होने के कारण वे समय पर गंतव्य तक पहुँचने की आशा छोड़ देते हैंइस पाठ में लेखक यात्रा करते हुए कुछ नया एवं अलग अनुभव करता हैये दोनों लेखक जब मिलते तो कुछ इस तरह बातचीत करते

हरि – नमस्कार भाई हजारी, कहो कैसे हो?
हजारी – नमस्कार मैं तो ठीक हूँ, पर तुम अपनी सुनाओकुछ सुस्त से दिखाई दे रहे होक्या बात है?
हरि – भाई क्या बताऊँ, परसों मैंने ऐसी बस से यात्रा की जिसे मैं जिंदगी भर नहीं भूलूंगाउसकी थकान अब तक नहीं उतरी है
हजारी – क्या उस बस में सामान रखने की जगह नहीं थी या सामान ज्यादा था जिसे लेकर तुम बैठे रहे?
हरि – यार मेरे पास सामान तो था ही नहींवह बस बिल्कुल टूटी-फूटी, खटारा थीवह किसी बुढ़िया जैसी कमजोर तथा जर्जर हो रही थी
हजारी – टूटी-फूटी बस से थकान कैसी? तुम तो सीट पर बैठे थे न
हरि – मैं तो सीट पर बैठा था पर जब बस स्टार्ट हुई और चलने लगी तो पूरी बस बुरी तरह हिल रही थीलगता था कि हम इंजन पर बैठे हैंबस का खिड़कियों के काँच टूटे थेजो बचे थे वे भी गिरकर यात्रियों को चोटिल कर सकते थेमैं तो खिड़की से दूर बैठ गयाआठ-दस मील चलते ही हम टूटी सीटों के अंदर थेपता नहीं लग रहा था कि हम सीट पर हैं या सीटें हमारे ऊपर
हजारी – क्या तुम अपने गंतव्य पर समय से पहुँच गए थे?
हरि – ऐसी बस से भला समय पर गंतव्य तक कैसे पहुँचा जा सकता हैबस रास्ते में दसों बार खराब हुईउसकी लाइट भी खराब हो गई थीमैंने तो यह सोच लिया था कि जिंदगी ही इसी बस में बीत जाएगीमैंने तो गंतव्य पर पहुँचने की आशा छोड़कर आराम से मित्रों के साथ गपशप करने लगातुम अपनी सुनाओ बड़े खुश दिखाई दे रहे हो क्या बात है?
हजारी – मित्र मैंने भी तो कल बस की यात्रा की थी, और मेरी भी यात्री अविस्मरणीय है, पर तुम्हारी यात्रा से अलग है
हरि – कैसे?
हजारी – मैं बस में अपनी पत्नी तथा बच्चों के साथ यात्रा कर रहा था कि एक सुनसान जगह पर हमारी बस खराब हो गई
हरि – सुनसान जगह पर क्या बस को लुटेरों ने लूट लिया?
हजारी – नहीं हमारे बस का कंडक्टर एक साइकिल लेकर चलता बना
हरि – चलता बनी कहाँ चला गया वह? कहीं वह लुटेरों से तो नहीं मिलाथा?
हजारी – मित्र सभी यात्री ऐसा ही सोच रहे थेकुछ नौजवानों ने ड्राइवर को अलग ले जाकर बंधक बना लिया कि यदि लुटेरे आते हैं तो पहले इसे ही मार दें
हरि – फिर क्या हुआ? क्या लुटरे आ गए?
हजारी – नहीं लुटरे तो नहीं आए, पर कंडक्टर दूसरी बस लेकर आयासाथ में मेरे बच्चों के लिए दूध और पानी भी लायाउस बस से हम सभी बारह बजे से पहले ही बस अड्डे पहुँच गए
हरि – बहुत अच्छा कंडक्टर था वह तोऐसे कंडक्टर कम ही मिलते हैंपर उस ड्राइवर का क्या हुआ?
हजारी – हम सभी ने कंडक्टर को धन्यवाद दिया और ड्राइवर से माफी माँगीहमने उसे समझने में भूल कर दी थी
हरि – मित्र हम सभी इंसान हैंजाने-अनजाने में हमसे भी गलतियाँ हो जाती हैंहमें सभी को अविश्वास की दृष्टि से नहीं देखना चाहिए
हजारी – मित्र यह हमारा दोष नहीं हैसमाज में गिरते मानवीय मूल्यों का परिणाम है यहहर किसी को अविश्वास की दृष्टि से देखा जाने लगा है
हरि – अच्छा, अब मैं चलता हूँफिर मिलेंगे, नमस्कार।
हजारी – नमस्कार

सार्थक शीर्षक

प्रश्न 1. लेखक ने लेख का शीर्षक ‘क्या निराश हुआ जाए’ क्यों रखा होगा? क्या आप इससे भी बेहतर शीर्षक सुझा सकते हैं?
उत्तर :
लेखक ने इस लेख का शीर्षक क्या निराश हुआ जाए’ इसलिए रखा होगा क्योंकि आज हिंसा, भ्रष्टाचार, तस्करी, चोरी, डकैती, घटते मानवीय मूल्य से जो माहौल बन गया है उसमें आदमी का निराश होना स्वाभाविक हैऐसे माहौल में भी लेखक निराश नहीं है, तथा वह चाहता है कि दूसरे भी निराश न हों, इसलिए उनसे ही पूछना चाहता है कि क्या निराश हुआ जाए? अर्थात् निराश होने की आवश्यकता नहीं हैइसका अन्य शीर्षक ‘होगा नया सवेरा’, या, “बनो आशावादी’ भी हो सकता

प्रश्न 2. यदि ‘क्या निराश हुआ जाए’ के बाद कोई विराम चिह्न लगाने के लिए कहा जाए तो आप दिए चिह्नों में से कौन-सा चिह्न लगाएँगे? अपने चुनाव का कारण भी बताइए।-,?.;-, …।
उत्तर :
‘क्या निराश हुआ जाए’ के बाद मैं प्रश्नवाचक चिह्न (?) लगाऊँगा क्योंकि लेखक समाज से ही पूछना चाहता है कि क्या निराश का वातावरण पूरी तरह बन गया हैयदि लोगों का जवाब हाँ होगा तो वह उन्हें निराशा त्यागने की सलाह देगा।

प्रश्न 3. “आदर्शों की बातें करना तो बहुत आसान है पर उन पर चलना बहुत कठिन है।” क्या आप इस बात से सहमत हैं? तर्क सहित उत्तर दीजिए।
उत्तर :
आदर्शों की बातें करना तो बहुत आसान है पर उन पर चलना बहुत ही कठिन है। इस बात से मैं पूर्णतया सहमत हूँ। जैसे हम कहते हैं कि ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है। आखिर कितने लोग इसका पालन करते हैं? जरा सा अधिकार मिलते ही व्यक्ति भाई-भतीजावाद या ‘अंधा बांटे रेवड़ी पुनि-पुनि अपने को देय’ की नीति अपनाने लगते हैं। हाँ, जिनके हाथ में कुछ नहीं होता। वे ईमानदारी का राग जरूर अलापते हैं। वास्तव में ईमानदारी का पालन करते समय हमारी स्वार्थपूर्ण मनोवृत्ति सामने या आड़े आ जाती है।

सपनों का भारत
“हमारे महान मनीषियों के सपनों का भारत है और रहेगा।”
प्रश्न 1. आपके विचार से हमारे महान विद्वानों ने किस तरह के भारत के सपने देखे थे? लिखिए।
उत्तर :
मेरे विचार में हमारे मनीषियों ने उस भारत का सपना देखा था, जिसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन आदि विभिन्न धर्मों एवं मतों को मानने वाले मिलजुलकर रहें। उनके बीच आपसी सौहार्द्र हो। वे एक दूसरे से भाईचारा, प्रेम तथा बंधुत्व बनाए रखें। भारत प्राचीन काल में विश्व के लिए आदर्श था, वह भविष्य में भी अपना आदर्श रूप बनाए रखे। लोग भारतीय संस्कृति की विशेषताओं को अपनाएँ तथा इसे बनाए रखें।

प्रश्न 2. आपके सपनों का भारत कैसा होना चाहिए? लिखिए।
उत्तर :
‘मैं चाहता हूँ कि मेरे सपनों के भारत में सभी स्वस्थ, निरोग, शिक्षित, संपन्न तथा ईमानदार हों। वे जाति, धर्म, प्रांत, संप्रदाय आदि की भावना से ऊपर उठकर एक दूसरे के साथ प्रेम तथा सद्भाव से रहें यहाँ भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, बेकारी, गरीबी तथा अशिक्षा का नामोंनिशान न हो। इस देश को आतंकवाद सांप्रदायिकता से मुक्ति मिले। देश में विज्ञान, कृषि, उद्योग धंधों का विकास हो देश आत्मनिर्भर तथा समृद्ध हो यहाँ ज्ञान-विज्ञान की इतनी उन्नति हो कि भारत पुन: विश्वगुरु बन जाए।

भाषा की बात

प्रश्न 1. दो शब्दों के मिलने से समास बनता है। समास का एक प्रकार है-वंद्व समास। इसमें दोनों शब्द प्रधान होते हैं। जब दोनों भाग प्रधान होंगे तो एक दूसरे में वंद्व (स्पर्धा, होड़) की संभावना होती है। कोई किसी से पीछे रहना नहीं चाहता, जैसे-चरम और परम = चरम-परम, भीरु-बेबस। दिन और रात = दिन-रात।

‘और’ के साथ आए शब्दों के जोड़े को ‘और’ हटाकर (-) योजक चिह्न भी लगाया जाता है। कभी-कभी एक साथ भी लिखा जाता है। दुवंद्व समास के बारह उदाहरण हूँढ़कर लिखिए।

उत्तर :
पाठ से द्वंद्व समास के बारह उदाहरण

  • आरोप-प्रत्यारोप
  • कायदे-कानून
  • काम-क्रोध
  • दया-माया
  • लोभ-मोह
  • सुख-सुविधा
  • झूठ-फरेब
  • मारने-पीटने
  • गुण-दोष
  • लेन-देन
  • भोजन-पानी
  • सच्चाई-ईमानदारी

प्रश्न 2. पाठ से तीनों प्रकार की संज्ञाओं के उदाहरण खोजकर लिखिए।
उत्तर :
पाठ से तीनों प्रकार की संज्ञाओं के उदाहरण
NCERT Solutions for Class 8 Hindi Vasant Chapter 7 क्या निराश हुआ जाए
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NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Poem Chapter 5 The School Boy

NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Poem Chapter 5 The School Boy are part of NCERT Solutions for Class 8 English. Here we have given NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Poem Chapter 5 The School Boy.

Board CBSE
Textbook NCERT
Class Class 8
Subject English Honeydew (Poem)
Chapter Chapter 5
Chapter Name The School Boy
Category NCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew (Poem) Chapter 5 The School Boy

STANZAS FOR COMPREHENSION

I. I love to rise in a summer morn,
When the birds sing on every tree;
The distant huntsman winds his horn,
And the skylark sings with me.
O! what sweet company. (Page 84)

NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Poem Chapter 5 The School Boy Q1.1

हिंदी अनुवाद-ग्रीष्म ऋतु में मुझे प्रातः जागना अच्छा लगता है। मुझे हर वृक्ष पर पक्षी चहकते नज़र आते हैं। कहीं दूर से किसी शिकारी के अपने हार्न बजाने की आवाज मुझे सुनाई देती है। मैं स्काईलार्क के साथ तान मिलाना (गाना) चाहता हूँ। प्रभात सुंदर साथियों से भरा लगता है।

Paraphrase. I like to rise from my bed in a summer morning. I find the birds singing on every tree. In the distance I hear the sound of a horn blown by a hunter. I like to sing with the skylark. The morning seems to be full of pleasant company.

Multiple Choice Questions
1. The birds sing in
(a) summer
(b) winter
(c) rainy season
(d) autumn.

2. On a summer morning the poet sings with
(a) the hunter’s horn
(b) the birds
(c) the skylark
(d) the summer.

3. The summer morning is full of
(a) birds
(b) hunters
(c) music
(d) skylarks

4. The word ‘winds’ means
(a) airs
(b) sounds by blowing of horn
(c) fans
(d) songs.

Answers
1. (a) summer
2. (c) the skylark
3. (c) music
4. (b) sounds by blowing of horn

II. But to go to school in a summer morn,
O! it drives all joy away ;
Under a cruel eye outworn,
The little ones spend the day,
In sighing and dismay. (Page 84)

NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Poem Chapter 5 The School Boy Q2.1

| हिंदी अनुवाद-एक बात सारी खुशियों को खत्म कर देती है। यह स्कूल जाने की बात है। स्कूल में एक निर्दयी, थका हुआ अध्यापक बच्चों को पढ़ाता है। छोटे-छोटे बच्चे आहें भरते हुए, निराशा में अपना दिन व्यतीत करते हैं।

Paraphrase. One thing is a great kill-joy on a summer morning. It is going to school. In the school a tired and unfeeling teacher teaches the young children. So the school boys spend their day in moans and distress.

Questions
1. What is the joy of a summer morning ?
2. What is it that he hates to do in a summer morning ?
3. Whose eye is being referred to ?
4. Who shies and where ?

Answers
1. The joy of a summer morning is to watch the birds and the trees from close quarters.
2. The child hates to go to school in a summer morning.
3. The ‘cruel eye’ of the unfeeling teacher is being referred to here.
4. The child shies at school.

III. Ah ! then at times I drooping sit,
And spend many an anxious hour.
Nor in my book can I take delight,
Nor sit in learning’s bower,
Worn thro’ with the dreary shower. (Page 84)

NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Poem Chapter 5 The School Boy Q3.1

हिंदी अनुवाद-स्कूल में कभी-कभी लड़का थका हुआ क्लास में बैठा रहता है। इस तरह से वह कई चिंता-भरे घंटे बिता देता है। उसे अपनी पुस्तकों में कोई मजा नहीं आता है। वह थक जाता है और उबाऊ शब्दों की बौछार उसे कुछ नहीं सिखा पाती है।

Paraphrase. In the school, sometimes the boy sits exhausted in the class. He spends many worrisome hours in this manner. He cannot enjoy reading his books. He is tired and the dull shower of words fails to teach him.

Multiple Choice Questions
1. At times the school boy sits drooping because
(a) he is always unhappy
(b) he does not want to study
(c) the atmosphere in the class is not good
(d) he has dropped something.

2. He cannot take delight in his books because
(a) he is attracted towards nature
(b) he is dull
(c) he doesn’t like to study
(d) the books are uninteresting.

3. The speaker in the poem is
(a) very happy
(b) unhappy
(c) playing
(d) enjoying

4. The word anxious means
(a) carefree
(b) playful
(c) happy
(d) worried.

Answers
1. (c) the atmosphere in the class is not good
2. (a) he is attracted towards nature
3. (b) unhappy
4. (d) worried

IV. How can the bird that is born for joy,
Sit in a cage and sing.
How can a child when fears annoy,
But droop his tender wing,
And forget his youthful spring. (Page 84)

NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Poem Chapter 5 The School Boy Q4.1

हिंदी अनुवाद- पक्षी आनंद से गाने के लिए जन्म लेता है। पर पिंजरे में बंद होकर वह ऐसा नहीं कर सकता है। उसी प्रकार सहमा हुआ बच्चा खुश नहीं हो सकता। पिंजरे का पक्षी अपने नाजुक पंख गिरा देता है और उड़ना भूल जाता है। उसी तरह स्कूल जाने । वाला लड़का खुश रहना भूल जाता है। खुशी का जीवन्त निर्झर अंदर ही सूख जाता है।

Paraphrase. A bird is born to sing happily. However, it cannot do so when it is in a cage. In the same way a fearful child cannot feel happy. A caged bird droops its tender wings and forgets to fly. In the same manner, the school boy forgets to be happy. The fresh spring of joy dries up inside.

Questions
1. What is natural for a bird ?
2. Who is being compared to a caged bird ?
3. What does the phrase tender wing’ refer to ?
4. Find the phrase which means “childhood days of joy’.

Answers
1. It is natural for a bird to sing joyfully.
2. A child in school is being compared to a caged bird.
3. The phrase ‘tender wing’ refers to the simple and playful nature of childhood.
4. The phrase youthful spring refers to the childhood days of joy’.

V. O! Father and Mother, if buds are nip’d,
And blossoms blown away,
And if the tender plants are strip’d
Of their joy in the springing day,
By sorrow and cares dismay. (Page 85)

NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Poem Chapter 5 The School Boy Q5.1

हिंदी अनुवाद- माता-पिता को यह समझना चाहिए कि उनके बच्चे नाजुक पौधों की तरह हैं। उस पौधे का क्या होगा यदि दिन निकलते ही जिसकी कलियाँ नोच ली जाएँ और फूल हवा में उड़ा दिए जाएँ ? निस्संदेह इसका अर्थ होगा कि खिलने के समय ही पौधे को उसकी सारी खुशियों से वंचित कर दिया गया। यही बात स्कूल जाने वाले विद्यार्थी के साथ तब होती है जब दुःख और चिंताएँ उसे सताते हैं।

Paraphrase. Parents must realise that their children are like tender plants. What will happen if early in the morning a plant’s buds are plucked and the flowers blown away ? No doubt, it will be depriving the plant of all its joys at the sprouting stage. The same thing happens with a school boy when sorrows and cares dishearten him.

Multiple Choice Questions
1. The poet of this poem is
(a) R.N. Tagore
(b) William Blake
(c) T.S. Eliot
(d) Zulfikar Ghose.

2. Whose parents are being referred to here?
(a) the bird’s parents
(b) all parents
(c) of the poet
(d) of the school-boy.

3. The phrase ‘tender plants’ refers to
(a) the young plants
(b) the young birds
(c) the young children
(d) the tender buds.

4. The word strip’d means
(a) deprived
(b) uprooted
(c) cut
(d) watered.

Answers
1. (b) William Blake
2. (d) of the school-boy
3. (c) the young children
4. (a) deprived

VI. How shall the summer arise in joy,
Or the summer fruits appear ? (Page 85)

NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Poem Chapter 5 The School Boy Q6.1

हिंदी अनुवाद-उस स्थिति में (जब पौधों को कलियों और फूलों से विहीन कर दिया जाए) हम कैसे ग्रीष्म का आनंद पा सकेंगे ? और अगर ग्रीष्म के पुष्प नहीं होंगे, तब कोई फल भी पैदा नहीं होगा।

Paraphrase. In that case (when the plants are deprived of buds and flowers) how shall we ever find the joy of summer ? Now, if there will be no summer flowers, there will be no fruits either.

Questions
1. Who is the author of the poem ?
2. What is the summer a symbol of ?
3. What is meant by ‘summer fruits’?
4. Find the word in the passage which means, ’emerge’.

Answers
1. William Blake is the name of the poet.
2. The summer is the symbol of youth.
3. The phrase ‘summer fruits’ means the ‘beautiful deeds done by the youth’.
4. ‘arise’.

TEXTUAL QUESTIONS

WORKING WITH THE POEM (Page 85)
Question. 1.
Find three or four words/phrases in stanza 1 that reflect the child’s happiness and joy.

Answer:
The following phrases in stanza 1 reflect the child’s happiness and joy :
(a) the birds sing
(b) distant huntsman winds his horn
(c) skylark sings with me
(d) O ! what sweet company.

Question. 2.
In stanza 2, the mood changes. Which words/phrases reflect the changed mood ?

Answer:
The following words/phrases reflect the changed mood :
(a) drives all joy away
(b) cruel eye outworn
(c) sighing and dismay

Question. 3.
‘A cruel eye outworn’ (stanza 2) refers to
(i) the classroom which is shabby/noisy.
(ii) the lessons which are difficult/uninteresting.
(iii) the dull/uninspiring life at school with lots of work and no play.
Mark the answer that you consider right.

Answer:
(ii) the dull/uninspiring life at school with lots of work and no play.

Question. 4.
‘Nor sit in learning’s bower
worn thro’ with the dreary shower’
Which of the following is a close paraphrase of the lines above ?
(i) Nor can I sit in a roofless classroom when it is raining.
(ii) Nor can I learn anything at school though teachers go on lecturing and explaining.
(iii) Nor can I sit in the school garden for fear of getting wet in the rain.

Answer:
(ii) Nor can I learn anything at school though teachers go on lecturing and explaining.

Read the following poem and compare it with The School Boy.
The One Furrow
When I was young, I went to school
With pencil and foot rule
Sponge and slate,
And sat on a tall stool
At learning’s gate.
When I was older, the gate swung wide ;
Clever and keen-eyed

In I pressed,
But found in the mind’s pride
No peace, no rest.
Then who was it taught me back to go
To cattle and barrow,
Field and plough :
To keep to the one furrow,
As I do now ?
—R.S. THOMAS

Comparison:
The two poems make the same point but in different ways. In the poem ‘School Boy’, the poet says that the child is unhappy. He is unhappy because he has been made to move away from nature. Instead, he has been given dull and uninspiring books.

In the poem ‘The One Furrow’, the poet says that first he studied at school. After that he entered the modern world. In both these places he found no peace or rest. So he came back to nature. He became a farmer and is now at peace.

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NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Chapter 5 The Summit Within

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Board CBSE
Textbook NCERT
Class Class 8
Subject English
Chapter Chapter 5
Chapter Name The Summit Within
Category NCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Chapter 5 The Summit Within

IMPORTANT PASSAGES FOR COMPREHENSION

Read the following extracts and answer the questions that follow choosing the correct options among the given ones :

I. By climbing the summit of Everest you are overwhelmed by a deep sense of joy and thankfulness. It is a joy which lasts a lifetime. The experience changes you completely. The man who has been to the mountains is never the same again. (Page 76)

Multiple Choice Questions
1. ‘You’ in the passage can be replaced by
(a) the author
(b) the climber
(c) the reader
(d) Rawat.

2. The climber is full of thankfulness to
(a) God
(b) friends
(c) Mountain
(d) other climbers.

3. The change which comes makes the man
(a) proud
(b)happy
(c) humble
(d) courageous.

Answers
1. (b) the climber
2. (a) God
3. (c) humble

II. The demonstration of these physical qualities is no doubt exhilarating, as it was for me also. (Page 77)

Questions
1. Which physical qualities is the author talking of ?
2. In which way are the qualities demonstrated ?
3. Name the author of these lines.

Answers
1. The author is referring to the physical qualities of persistence, humility and endurance.
2. These qualities are demonstrated in climbing of the mountain.
3. The author is H.P.S. Ahluwalia.

III. Consider a typical climb, towards the summit on the last heights. You are sharing a rope with another climber. You firm in. He cuts the steps in the hard ice. (Page 78)

Multiple Choice Questions
1. In a typical climb, the rope is shared so that
(a) the rope is cut into two
(b) the climbers hold the rope together
(c) the two hold one end of the rope each
(d) they throw the rope with force.

2. “You firm in.” means that
(a) you are resolved
(b) you put your feet firmly on the ground
(c) you improve yourself
(d) you become strong.

3. “He cuts the steps….,” means
(a) he cuts his feet
(b) he prevents others from walking
(c) he cuts the ice to make foot-holds
(d) he lifts his feet high.

Answers
1. (c) the two hold one end of the rope each
2. (b) you put your feet firmly on the ground
3. (c) he cuts the ice to make foot-holds

IV. There is another summit. It is within yourself. It is in your own mind. Each man carries within himself his own mountain peak. (Page 79)

Questions
1. Where is this ‘another summit’ ?
2. What is meant by the ‘peak’ within ?
3. What happens when one is able to climb this peak ?

Answers
1. This ‘another summit’ is within our mind.
2. The ‘peak’ within refers to the spiritual heights.
3. When one reaches this peak, one gets a fuller knowledge of oneself.

TEXTUAL EXERCISES

COMPREHENSION CHECK (Page 80)
1. Standing on Everest, the writer was
(i) overjoyed.
(ii) very sad.
(iii) jubilant and sad.
Choose the right item.

2. The emotion that gripped him was one of
(i) victory over hurdles.
(ii) humility and a sense of smallness.
(iii) greatness and self importance.
(iv) joy of discovery.
Choose the right item.

3. “The summit of the mind” refers to
(i) great intellectual achievements.
(ii) the process of maturing mentally and spiritually.
(iii) overcoming personal ambition for common welfare.
(iv) living in the world of thought and imagination.
(v) the triumph of mind over worldly pleasures for a noble cause.
(vi) a fuller knowledge of oneself.
Mark the item(s) not relevant.

Answers
1. (iii) jubilant and sad.
2. (ii) humility and a sense of smallness.
3. (iv) living in the world of thought and imagination.

WORKING WITH THE TEXT (Page 81)
1. Answer the following questions :

Question (i)
What are the three qualities that played a major role in the author’s climb ?

Answer:
The three qualities played a major role in the author’s climb. They are : endurance, persistence and will-power.

Question (ii)
Why is adventure, which is risky, also pleasurable ?

Answer:
A risky adventure presents great difficulties. It is human nature to feel pleasure in overcoming difficulties. That is why an adventure which is risky is also pleasurable.

Question (iii)
What was it about Mount Everest that the author found irresistible ?

Answer:
Mount Everest offers great challenges to a climber. The call to face these challenges is the thing which was irresistible.

Question (iv)
One does not do it (climb a high peak) for fame ‘alone. What does one do it for, really ?

Answer:
One climbs a mountain not for fame alone. There is a sense of fulfilment. The desire to rise above one’s surroundings is satisfied. It is the eternal love of adventure in man. The experience is really emotional and spiritual.

Question (v)
“He becomes conscious in a special manner of his own smallness in this large universe.” This awareness defines an emotion mentioned in the first paragraph. Which is the emotion ?

Answer:
The emotion is of humility.

Question (vi)
What were the “symbols of reverence” left by members of the team on Everest ?

Answer:
Ahluwalia left on Everest a picture of Guru Nanak. Rawat left a picture of Goddess Durga. Phu Dorji left a relic of the Buddha. Edmund Hillary had buried a cross under the cairn. All of these were symbols of reverence, not of conquest.

Question (vii)
What, according to the writer, did his experience as an Everester teach him ?

Answer:
The writer Ahluwalia’s experience as an Everester taught him many things. First among them was humility. It also taught him to face life’s ordeal resolutely. It was an ennobling experience.

Question 2.
Write a sentence against each of the following statements. Your sentence should explain the statement. You can pick out sentences from the text and rewrite them. The first one has been done for you.
(i) The experience changes you completely.
One who has been to the mountains is never the same again.
(ii) Man takes delight in overcoming obstacles.
__________________________
(iii) Mountains are nature at its best.
_________________________
(iv) The going was difficult but the after-effects were satisfying.
____________________________
(v) The physical conquest of a mountain is really a spiritual experience.
_____________________________

Answers
(ii) It is a pleasure to face challenges successfully.
(iii) Nature’s beauty can be best seen in the mountains.
(iv) Climbing the mountains was a worthwhile experience.
(v) The physical act of climbing the summit of a mountain is akin to the act of climbing the mountains within.

WORKING WITH LANGUAGE (Page 82)

Question 1.
Look at the italicised phrases and their meanings given in brackets.
Mountains are nature (nature’s best form and appearance)
at its best.
Your life is at risk. (in danger ; You run the risk of losing your life.)
He was at his (It was his best/worst performance.)
best/worst in the
last meeting.
• Fill in the blanks in the following dialogues choosing suitable phrases from those given in the box.
at hand
at once
at all
at a low ebb
at first sight

(i) Teacher : You were away from school without permission. Go to the principal___and submit your explanation.
Pupil: Yes, Madam. But would you help me write it first ?
(ii)Arun : Are you unwell ?
Ila : No, not___Why do you ask ?
Arun : If you were unwell, I would send you to my uncle.
He is a doctor.
(iii) Mary : Almost every Indian film has an episode of love___
David : Is that what makes them so popular in foreign countries ?
(iv) Asif : You look depressed. Why are your spirits___today ? (Use such in the phrase)
Ashok : I have to write ten sentences using words that I never heard before.
(v) Shieba : Your big moment is close___.
Jyoti : How should I welcome it ?
Shieba : Get up and receive the trophy.

Answers
The phrase to be filled are given against the sentence numbers.
(i) at once
(ii) at all
(iii) at first sight
(iv) at such a low ebb
(v) at hand

Question 2.
Write the noun forms of the following words adding -ance or -ence to each.
(i) endure___
(ii) persist ___
(iii) signify ___
(iv) confide___
(v) maintain___
(vi) abhor___

Answers
NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Chapter 5 The Summit Within 82.2

Question 3.
(i) Match words under A with their meanings under B.
NCERT Solutions for Class 8 English Honeydew Chapter 5 The Summit Within 82.3.3
(ii) Fill in the blanks in the sentences below with appropriate words from under A.
(a) There were___obstacles on the way, but we reached our destination safely.
(b) We have no__of finding out what happened there.
(c) Why he lives in a house ___from any town or village is more than I can tell.
(d) ____by gratitude, we bowed to the speaker for his valuable advice.
(e) The old castle stands in a___position above the sleepy town.

Answers
The words to be filled in are given against sentence numbers,
(a) formidable
(b) means
(c) remote
(d) Overwhelmed
(e) dominant

SPEAKING AND WRITING (Page 83)
Write a composition describing a visit to the hills, or any place which you found beautiful and inspiring.
Before writing, work in small groups. Discuss the points given below and decide if you want to use some of these points in your composition.

  • Consider this sentence
    Mountains are a means of communion with God.
  • Think of the act of worship or prayer. You believe yourself to be in the presence of < the divine power. In a way, you are in communion with that power.
  • Imagine the climber on top of the summit—the height attained; limitless sky above; the climber’s last ounce of energy spent; feelings of gratitude, humility and peace.
  • The majesty of the mountains does bring you close to nature and the spirit and joy that lives there, if you have the ability to feel it.
    Some composition may be read aloud to the entire class afterwards.

Answer:
A Visit to the Hills
I have not been fortunate enough to climb high hills. However, last time when I was in Shimla, we went to Kufri. Even this was a great experience. We were completely tired when we reached the top. On the way I and my companions were filled with awe to see the majestic mountains. It brought us closer to nature. It seemed that nature has a spirit too. This spirit is filled with joy. Once on the top, we bowed our heads in thankfulness to God.

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NCERT Solutions for Class 8 English It So Happened Chapter 5 Princess September

NCERT Solutions for Class 8 English It So Happened Chapter 5 Princess September are part of NCERT Solutions for Class 8 English. Here we have given NCERT Solutions for Class 8 English It So Happened Chapter 5 Princess September.

Board CBSE
Textbook NCERT
Class Class 8
Subject English It So Happened
Chapter Chapter 5
Chapter Name Princess September
Category NCERT Solutions

NCERT Solutions for Class 8 English It So Happened Chapter 5 Princess September

TEXTUAL EXERCISES

COMPREHENSION CHECK (Page 38)
1. How many daughters did the royal couple have ?
2. Why were they named after the months of the year ?
3. The king had a peculiar habit. What was it ? Why is it called peculiar ?
4. (i) What was Princess September’s reaction to the loss of her parrot ?
(ii) What was her mother’s reaction to it ?
(iii) What do the reactions indicate about the nature and temperament of each ?
5. What pulled the Princess out of her gloom ?
6. How did the Maids of Honour come to know that the Princess and the bird had become intimate friends 1
7. The new bird was full of new songs but the old parrots always repeated themselves. What did they say ?
8. What is the King’s opinion about his Councillors ? Why did he form that opinion ?
9. (i) The eight Princesses made an offer to Princess September. What was it ?
(ii) Why, in your view, did they do it ?
10. What did the sisters advise the Princess to do about her bird ?

Answers:
1. The royal couple had nine daughters.

2. They were named after the months of the year. Thus the Queen found it easy to remember their names.

3. The King had a peculiar habit. Instead of receiving gifts on his birthday he gave them. Kings usually receive gifts on their birthdays. So this way it was called peculiar.

4. (i) Princess September wept and wept. She could not be comforted. She was put to sleep
without supper.
(ii) Her mother said that her weeping was simply nonsense. She asked the Maids of Honour to put her to sleep without supper.
(iii) The princess is innocent. She gets very sad at the death of the parrot. But the Queen is mature. She doesn’t give much importance to the parrot’s death. She calls it nonsense.

5. The coming of a little bird to her room at night comforted her. She wiped her tears and sat up. She heard the little bird sing sweetly. She came out of her gloom.

6. The Maids of Honour saw the bird eat rice out of the princess’s hands. The bird had her bath in her saucer. The bird sang sweetly and this made the princess very happy. So they understood that the princess was very intimate with the bird.

7. They always said ‘God save the king’ and ‘Pretty Polly’.

8. The king has a low opinion about his councillors. He said that his councillors were like the parrots. They said the same thing differently. But it never meant anything.

9. (i) They offered their pocket money to buy the Princess another green parrot.
(ii) They did it because Princess September’s parrot had died. The little bird had now made her happy. The sisters were jealous of the bird. They wanted the bird to go. Buying a new parrot was a part of that plan. They thought with the coming of the parrot, the bird would go.

10. The sisters advised the Princess to put the little bird into the cage.

COMPREHENSION CHECK (Page 43)
1. In the following sentence elaborate the parts given in bold. Under the circumstances it was a very unfortunate remark for the bird to make.
2. (i) What did Princess September do to ensure the safety of her pet ?
(ii) How did the bird react to it ?
3. Why did the bird refuse to be taken out in her cage ?
4. (i) What persuaded Princess September to give the bird his freedom again ?
(ii) How did the bird react to it ?
5. Princess September kept her window open day and night.
(i) How did it help the bird ?
(ii) How did it help the Princess herself ?
6. The eight sisters kept their windows shut. How did it affect them ?

Answers:
1. The circumstance was that the princess was really worried about the bird. The bird couldn’t come due to its father-in-law’s holding a party. But it worried the princess. The remark made her more worried. So it was an ‘unfortunate remark’.

2. (i) Princess September put the bird into the cage to ensure its safety.
(ii) The bird did not like it at all. It said that it couldn’t sing. And if it couldn’t sing it would die.

3. The bird refused to be taken out in her cage for a reason. The world seems different when looked at through the bars of a cage. It wanted to see them freely without the cage.

4. (i) The bird said to Princess September that it couldn’t sing unless it was free. And if it could not sing it would die. This persuaded the Princess to give the bird its freedom again.
(ii) He opened his wings and flew right away into the blue.

5. (i) It helped the bird to fly in and out as and when it liked. This way its freedom was ensured.
(ii) It helped the Princess to be extremely beautiful. When she was mature enough she was married to the King of Cambodia.

6. They became extremely ugly and disagreeable. The king married them to the councillors.

EXERCISE (Page 44)
Discuss the following questions in small groups. Write their answers later.
Question 1.
Are the sisters unkind and cruel ? Find evidence in the text to support your idea.

Answer:
Yes, the sisters are unkind and cruel. They are, in fact, jealous of princess September because the bird sings sweetly. Their parrots repeat only two things. These are ‘God save the king’ and ‘Pretty Polly’. But the bird sings new songs differently.

Question 2.
Which, to you, is the most important idea in this story, and why ?
(i) importance of music ‘
(ii) value of freedom
(iii) beauty of nature

Answer:
(ii) Value of freedom
The reason is that ‘freedom’ to any living thing is ‘life’ itself. If one is denied ‘freedom’, its life is snatched.

We hope the NCERT Solutions for Class 8 English It So Happened Chapter 5 Princess September help you. If you have any query regarding NCERT Solutions for Class 8 English It So Happened Chapter 5 Princess September, drop a comment below and we will get back to you at the earliest.